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Kisan Alert Nakli DAP Khad मार्केट में मिल रही नकली यूरिया खाद, किसान ऐसे करें पहचान

low quality fertilizer alert दिन प्रतिदन खाद की डिमांड (Yuriya Khad Demand) बढ़ने की वजह से विक्रेताओं द्वारा मार्केट में कम गुणवत्ता वाली खाद (low quality fertilizer) को बेचा जा रहा है। जिससे एक तरफ किसानों की पैदावार पर सीधा सीधा असर पड़ रहा है और वहीं दूसरी और किसानों को ज्यादा पैसे खर्च करने पर भी असली खाद नहीं मिल पा रही है। आइए नीचे खबर में जानते है किसान कैसे करें असली नकली खाद की पहचान (How to identify the real fake fertilizer by farmers)
 
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Kisan Alert Nakli DAP khad मार्केट में मिल रही नकली यूरिया खाद, किसान ऐसे करें पहचान

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क हरियाणा, जिले में दो दिन बाद सरकारी दिशा-निर्देशाअनुसार किसान धान की रोपाई (dhan ki ropai) का काम शुरू कर सकेगें। उससे पहले कृषि विभाग ने किसानों को गुणवत्ता से भरपूर खाद (quality compost), बीज मिल सके। उसके लिए सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे थे।

जिनकी रिपोर्ट विभाग के पास आना शुरू हो चुकी हैं। विभाग की टीम द्वारा लिए 79 सैंपल से 53 सैंपल रिपोर्ट लैब से मिल चुकी हैं। जिसमें 14 सैंपल अपनी गुणवत्ता पर खरे नहीं उतर पाएं हैं। ऐसे में विभाग की तरफ से उक्त खाद विक्रेताओं को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया को अमल में लाया जा रहा हैं। बता दें कि खरीफ सीजन में जिले में 49 हजार मीट्रिक टन खाद की डिमांड रहती है।

 

खरीफ सीजन में मौजूदा समय में किसानों ने कपास, ज्वार, मूंग, ढैचा आदि फसले उगाई है। वहीं 15 जून से धान की रोपाई प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में खाद व दवाइयों की डिमांड भी बढ़ जाएगी। खाद की डिमांड अधिक होने की वजह से कई बार कुछ खाद विक्रेता कम गुणवत्ता वाला खाद किसानों को बेचकर मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं। परन्तु इससे किसान को नुकसान झेलना पड़ता है। खाद की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए विभाग छापेमारी अभियान भी चला रहा है। जिसके अंतर्गत सैंपल लिए जा रहे हैं।

 


खरीफ सीजन के अंतर्गत अब तक बीज के लिए गए सैंपलों में से 28 सैंपलों की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हुई है। जिसमें से 1 सैंपल फेल मिला है। इसी तरह से दवाइयों के विभाग ने अब तक जिले के विभिन्न स्थानों से 32 सैंपल लिए थे, इनमें से 6 सैंपल की रिपोर्ट विभाग को प्राप्त हुई है। 6 सैंपलों में से एक सैंपल फेल पाया गया है। विभाग ने रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।

खरीफ सीजन के तहत विभाग ने खाद के 200 से अधिक सैंपल लेने का लक्ष्य रखा है। गांव-गांव जाकर किसानों को किया जा रहा जागरूक कृषि विभाग को किसानों को रासायनिक खादों के इस्तेमाल का कम से कम प्रयोग करने के लिए किसानों को जागरूक कर रहा है। इसके लिए गांव-गांव में जाकर विशेष जागरूकता कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।

कृषि विभाग ने किसानों का आह्वान किया है कि जब भी वे खाद, बीज या फिर दवाई खरीदने के लिए जाए तो विक्रेता से पक्का बीज अवश्य लें, ताकि अगर कम गुणवत्ता का सामान बेचा गया हो तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। कृषि विभाग की तरफ से खरीफ सीजन में 200 से ज्यादा सैंपल लेने का लक्ष्य रखा हुआ हैं। अब तक खाद् के 79 सैंपल एकत्रित किए गए हैं। जिनमें से 53 की रिपोर्ट आ चुकी हैं।

जिसमें से 14 सैंपल अपनी गुणवत्ता पर खरे नहीं मिले हैं। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका हैं। जल्द से जल्द खाद विक्रेताओं के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। - अनिल सहरावत, जिला कृषि अधिकारी।