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petrol diesel crisis हरियाणा में गहराया पेट्रोल डीजल का संकट, इन कंपनियों ने की कटौती

petrol diesel crisis in Haryana वाहन चालकों के लिए यह खबर बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। सूत्रो की माने तो हरियाणा में पेट्रोल डीजल का संकट  (Petrol diesel crisis in Haryana) गहरा गया है। जिसके चलते कुछ कंपनियों द्वारा पेट्रोल (petrol) और डीजल (diesel) की सप्लाई में कटौती कर दी गई है। आइए नीचे खबर में जानते है पूरा मामला
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petrol diesel crisis हरियाणा में गहराया पेट्रोल डीजल का संकट, इन कंपनियों ने की कटौती

HR Breaking News, हरियाणा डिजिटल डेस्क, हरियाणा में पेट्रोल पंप तेल नहीं मिलने के कारण ड्राई होने लगे हैं। रिलायंस और नायरा के पेट्रोल पंप पर तेल ही नहीं मिल रहा। एचपीसीएल, बीपीसीसल और इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंपों पर भी 50 प्रतिशत कम तेल पहुंच रहा है। पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति करने वाली दो बड़ी कंपनियों हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम की ओर से पेट्रोल और डीजल की सप्लाई में कटौती करना शुरू कर दिया है।

पेट्रोल की आपूर्ति पानीपत से होने लगी है, जबकि डीजल के लिए एडवांस पेंमेंट जमा करा चुके डीलरों को 5 दिन से डीजल नहीं मिल रहा है। हालात यही रहे तो पेट्रोल-डीजल का संकट गहरा सकता है। पूरे प्रदेश में 4 हजार पेट्रोल पंप तेल की कमी से जूझ रहे हैं। जिनमें 1900 पंप अकेले इंडियन ऑयल कंपनी के हैं। इसके अलावा बीपीसीएल और एचपीसीएल के पेट्रोल पंप हैं। हालात यही रहे तो आने वाल दिनों में तेल का संकट पैदा होने वाला है। पेट्रोल पंप ड्राई होने लगे हैं। हर जिले से खबर है कि जितना पेट्रोल डीजल उन्हें मिलता था अब उसका आधा ही मिल पा रहा है। अगर तेल नहीं मिला तो दाम बढ़़ने का अंदेशा है।


राशनिंग शुरू कर दी करनावास ऑयल डिपो से अकेले रेवाड़ी जिले में रोजाना करीब 600 टैंकर पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति पेट्रोल पंपों पर होती है। डीजल बेचने में नुकसान ज्यादा होने के कारण तेल कंपनियों ने इसकी राशनिंग शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों के पेट्रोल की सप्लाई अब पानीपत से की जा रही है। डीजल का स्टॉक पर्याप्त होने के कारण पेट्रोल पंपों पर अभी कोई किल्लत नजर नहीं आ रही, परंतु राशनिंग जारी रहने से आने वाले कुछ दिनों में डीजल की किल्लत ग्राहकों को परेशान कर सकती है।

 

राजस्थान में गहराए संकट का भी असर हाल ही में राजस्थान में रिलायंस और एस्सार ने अपने पेट्रोल पंप बंद कर दिए हैं। इन दोनों कंपनियों के पंप बंद होने से वहां दूसरी कंपनियों के पंपों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। इसका असर यह हो रहा है कि दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे नं. 48 पर खेड़ा बॉर्डर के पेट्रोल पंपों पर ज्यादा भीड़ नजर आने लगी है। राजस्थान के समीपवर्ती इलाकों के लोग हरियाणा की सीमा में पड़ने वाले पेट्रोल पंपों से खरीद ज्यादा करते हैं। हरियाणा में राजस्थान की बजाय पेट्रोल-डीजल के रेट कम होते हैं।

 

नहीं हो रही आपूर्ति पेट्रोलियम कंपनियों को डीजल की बिक्री पर करीब 27 रुपये प्रति लीटर तक का घाटा झेलना पड़ रहा है। इस घाटे को कम करने के लिए बीपीसी और एचपीसी ने डीजल की सप्लाई में कटौती करना शुरू कर दिया है। डीलरों की ओर से डीजल मंगवाने के लिए 4 से 6 दिन पहले तक के इंडेंट और पेंमेंट जमा कराए हुए हैं, परंतु उन्हें डीजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। फिलहाल लगभग सभी पंपों पर डीजल का स्टॉक है, परंतु आपूर्ति में कमी का सिलसिला जारी रहने से डीजल का संकट गहरा सकता है।

 

 

 

एडवांस पैसा जमा कराया पांच दिन से भी ज्यादा समय पहले डीलरों ने एडवांस पैसा जमा कराया हुआ है। इसके बाद बावजूद बीपीसी और एचपीसी कंपनियां पंपों को डीजल की आपूर्ति नहीं कर रही हैं। फिलहाल पंपों पर स्टॉक उपलब्ध होने के कारण कोई परेशानी नहीं है, लेकिन सप्लाई बाधित रही, तो समस्या खड़ी हो जाएगी। - पप्पू यादव, प्रधान, पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, रेवाड़ी।