23 सितंबर को काला दिवस मनाने के बाद तहसीलों का घेराव करेंगे किसान
एचआर ब्रेकिंग न्यूज। हिसार में संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा है कि वर्तमान सरकार पूर्ण रुप से किसान विरोधी है और झूठ बोलकर किसानों को गुमराह कर रही है। खरीफ 2020 की बर्बाद हुई फसलों का एक भी पैसा मुआवजे के रुप में नहीं मिला है। अब भारी वर्षा से कपास, मूंग, जीरी, बाजरा, गवार व सब्जियां पूर्ण रुप से खत्म हो गई है परंतु सरकार व जिला प्रशासन ने आज तक खराब फसलों की स्पेशल गिरदावरी का आदेश नहीं दिया व आंकलन करने का कोई फैसला भी नहीं किया है। शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि उपरोक्त मांगों को लेकर किसान 23 सितम्बर को काला दिवस मनाएंगे व लघु सचिवालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। अगर फिर भी सरकार ने स्पेशल गिरदावरी के आदेश नहीं दिये तो इसके लिये तहसीलों पर प्रदर्शन करेंगे व तहसील कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।
दूसरी ओर हाल में बारिश से बर्बाद हुई फसल की स्पेशल गिरदावरी करने, खरीफ 2020, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, 2021 जलभराव से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा, किसानों को डीजल-तेल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी पर देने, नहरों में दो हफ्ते पूरा पानी, बीमा कम्पनी व कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का मुकद्मा दर्ज करने तीन काले कानूनों को रद्द करने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने, एमएसपी पर खरीद गारंटी कानून बने आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना आज 143वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता मा. सुरेन्द्र सिंह सैनी व बलराज मलिक ने संयुक्त रुप से की। संचालन जिला मुख्य सलाहकार राजकुमार ठोलेदार ने किया। धरने को सूबेङ्क्षसह बूरा, आनंद देव सांगवान, डॉ. अर्जुन सिंह, कृष्ण कुमार सांवत, जितेन्द्र माचरा, डॉ. बलजीत भ्याण, महेन्द्र सिंह नम्बरदार, रिसाल सिंह सांगवान, सतबीर राहिल, अमर सिंह वर्मा, देवेन्द्र सिंह लौरा, बलराज, माडूराम सैनी, रमेश सैनी, बलवान चहल, जयबीर सोढ़ी, सुरेश मोड़ाखेड़ा, राजेश सिंधु, बिल्लू खांडा, सुनील पृथ्वी सिंह, महेन्द्र डूडी, उमेद सिंह, रामफल, गुरदेव सिंह आदि ने संबोधित किया।
