तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान यूनियन का अनोखा प्रदर्शन, मोदी सरकार पर जमकर बरसे

यमुनानगर। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में लगातार धरना प्रदर्शन जारी है। आज यमुनानगर में किसानों ने अलग अंदाज में अपना विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने दशहरे के दिन यहां मोदी सरकार को रावण बताकर पुतले का दहन किया। रावण के पुतले पर 10 सिर लगाए गए थे जिनमें हरियाणा के सभी 10 सांसदों के चेहरे लगाए थे।
प्रदर्शन के ऐलान के बाद जिला प्रशासन की ओर से तकरीबन सभी बड़े किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया था लेकिन इसके बावजूद किसानों ने पहले से घोषित जगह की बजाय दूसरी जगह अपना जाकर विरोध जताया। किसान यूनियन की तरफ से दशहरे के दिन जगाधरी की अनाज मंडी में पीएम का पुतला भूंकने ने की घोषणा की गई थी। इसी के चलते प्रशासन ने सुबह ही आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान शिवकुमार को हिरासत में ले लिया था।
भारतीय किसान यूनियन से जुड़े अन्य नेताओं को भी प्रशासन की ओर से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद यूनियन से जुड़े नेता अपना फोन बंद कर भूमिगत हो गए थे और सुबह 4:00 बजे पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और थाने ले आई। 5:00 बजे भारतीय किसान यूनियन के जगाधरी ब्लाक के प्रधान कृष्ण को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा सीआईए स्टाफ जब किसान यूनियन के नेता मंदीप रोड को गिरफ्तार करने पहुंची तो वहां से चले गए थे। मनदीप रोड ने कहा कि वह हर हाल में दशहरे के दिन प्रधानमंत्री का पुतला जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे और वह प्रशासन की कार्रवाई से डरने वाले नहीं है।
किसान नेता संजू के नेतृत्व में छपरा गांव में किसान एकत्रित हुए। जैसे ही वहां पुलिस बल को तैनात किया तो किसानों ने अशोक चक्र के पास सरकार का पुतला फूंका। पुतले में रोहतक से सांसद अरविंद शर्मा, हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह, भिवानी से सांसद धर्मेंद्र सिंह, फरीदाबाद से सांसद किशन पाल गुर्जर, कुरुक्षेत्र से सांसद नायाब सिंह सैनी, सांसद रमेश चंद्र कौशिक, गुडगांव से इंद्रजीत सिंह, करनाल से संजय भाटिया, अंबाला से रतनलाल कटारिया और सिरसा से सुनीता दुग्गल का चेहरा लगाया गया था। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तब तक वह विरोध जताते रहेंगे।