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Wheat Price Hike : किसानों के लिए गुड न्यूज, 2,500 रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंचे गेहूं के दाम

Wheat Price : भारत में अब रबी की फसलों की कटाई शुरू होने वाली है। इनमें प्रमुख फसल है गेहूं। भारत में गेहूं की सरकारी खरीद नजदीक आने के बावजूद अभी तक इसका दाम कम नहीं हुआ है। अगर किसानों के लिए सोचा जाए तो ये अच्छी खबर है क्योंकि गेहूं के रेट 2,500 रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंच गये है। देश में 17 मार्च को गेहूं का औसत दाम 30.88 रुपये प्रति किलो रहा। 
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Wheat Price Hike : किसानों के लिए गुड न्यूज, 2,500 रुपये प्रति क्विंटल के पार पहुंचे गेहूं के दाम 

HR Breaking News, Digital Desk : भारत देश में अप्रैल के महीने में गेहूं की कटाई शुरू हो जाती है।  गेहूं की सरकारी खरीद (government procurement of wheat) नजदीक आने के बावजूद भी अभी तक इसका दाम कम नहीं हुआ है. गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2275 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है जबकि खुले बाजार में अभी इसका भाव 2400 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल है.


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) के अनुसार उत्तर प्रदेश की अधिकांश मंडियों में गेहूं का दाम एमएसपी से ज्यादा है. ऐसे में उम्मीद यही है कि किसान सरकार की बजाय इस साल भी प्राइवेट सेक्टर को गेहूं बेचना पसंद करेंगे. 


यूपी राज्य गेहूं का सबसे बड़ा उत्पा्दक राज्य (Largest wheat producing state) है, लेकिन 2022 के बाद से दाम एमएसपी से अधिक रहने की वजह से यहां पर सरकारी खरीद काफी कम हुई है. वर्तमान दाम को देखते हुए इस बार भी कम सरकारी खरीद का अनुमान लगाया जा रहा है.

भारत की केंद्र सरकार गेहूं का दाम कम करने के लिए ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत मिलर्स और निजी क्षेत्र को बाजार से सस्ते रेट पर गेहूं बेच रही है. इस स्कीम के तहत 60 लाख टन से अधिक गेहूं सस्ते दर पर बेचा जा चुका है, लेकिन अब तक रिटेल में गेहूं के भाव और आटा के दाम पर इस स्कीम का कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है. 


इसके अलावा बता दें कि 13 मई 2022 से ही गेहूं के एक्सपोर्ट पर भी बैन लगा हुआ है, ताकि भाव कम हो जाए. सरकार के इन दोनों फैसलों से किसानों को नुकसान पहुंचा है. किसानों को नुकसान पहुंचाने के बावजूद उपभोक्ताओं को न सस्ता गेहूं मिल रहा है और न आटा.

 

 


जानिए कितना है गेहूं का रिटेल प्राइस


उपभोक्ता मामले मंत्रालय (Ministry of Consumer Affairs) के प्राइस मॉनिटरिंग डिवीजन के अनुसार भारत देश में 17 मार्च को गेहूं का औसत दाम 30.88 रुपये प्रति किलो रहा. अधिकतम दाम 54, न्यूचनतम 21 और मॉडल प्राइस 25 रुपये प्रति किलो रहा. दिल्ली में गेहूं का रिटेल प्राइस 29 रुपये प्रति किलो रहा. 


गुजरात में 40 रुपये प्रति किलो दाम रहा. मध्यं प्रदेश में 28.25 और महाराष्ट्र में 39.47 रुपये प्रति किलो दाम है. 


भारत में हरियाणा राज्य प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य (wheat producing state) है लेकिन यहां पर रिटेल प्राइस 26 रुपये प्रति किलो है. ऐसे में उम्मीद है कि इस बार में पर्याप्त सरकारी खरीद नहीं हो पाएगी. पिछले साल सरकार ने 341.5 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य  रखा था, जबकि 262 लाख टन की ही खरीद हो सकी थी. सरकार ने साल 2024-25 में गेहूं खरीद का लक्ष्य 320 लाख टन तय किया गया है.

जान लें ई-नाम पर कितना है दाम


भारत सरकार के अधीन आने वाले ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म (online trading platform) राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) के अनुसार 17 मार्च को उत्तर प्रदेश की कासगंज मंडी में न्यू नतम दाम 2,500 और अधिकतम दाम 2,510 रुपये प्रति क्विंटल रहा. जालौन जिले की कोंच मंडी में गेहूं का न्यूनतम दाम 2,402 रुपये प्रति क्विंटल रहा. 
जबकि जालौन मंडी में 2,421 रुपये दाम रहा. राजस्थान की मालपुरा मंडी में गेहूं का दाम 2,445 रुपये प्रति क्विंटल रहा.