Wheat Rate Down : 900 रुपये और गिरा गेहूं का भाव, अब बिक रही इस रेट में
Wheat Price Fall : गेहूं का भाव लगातार गिरता जा रहा है। इससे किसानों में मायूसी का माहौल बना हुआ है। आज फिर प्रति क्विंटल गेहूं के रेट (Wheat Price Today) में 900 रुपये तक की गिरावट आई है। इस कारण गेहूं का भाव एमएसपी से काफी नीचे चला गया है। आइये जानते हैं अब मंडियों में कितने हो गए हैं गेहूं के दाम।

HR Breaking News - (wheat price)। हाल के दिनों में गेहूं के रेट में जो उतार चढ़ाव चल रहा है, वह कभी किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है तो कभी मुनाफा कमाने का मौका दे रहा है। एकदम से रेट हाई होना और फिर रातों रात गेहूं के दाम (wheat rate 6 july) गिरना मंडियों में भी हलचल पैदा कर रहा है।
कुछ दिन पहले ही हाई लेवल पर ट्रेंड कर रहे गेहूं के रेट आज फिर धड़ाम से गिर गए हैं। आज 900 रुपये तक की गिरावट प्रति क्विंटल गेहूं पर देखी गई है। इससे मंडियों (aaj ka mandi bhav) में फिर से गेहूं के दाम बदल गए हैं।
लुढ़ककर इतना हुआ प्रति क्विंटल गेहूं का रेट-
मंडियों में सरकारी गेहूं की खरीद (wheat purchasing) बंद होने के बाद अब निजी व्यापारियों ने भी किसानों से गेहूं खरीदना अब कम कर दिया है। इससे गेहूं के दाम (gehu ka bhav) 900 रुपये तक गिरे हैं और ये अब प्रति क्विंटल के हिसाब से एमएसपी (wheat MSP) 2425 रुपये से लुढ़ककर 1525 रुपये हो गए हैं। हालांकि यह रेट खराब गुणवत्ता वाली गेहूं को लेकर बताया जा रहा है। अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के दाम (wheat rate latest) फिर भी एमएसपी के करीब बने हुए हैं।
गेहूं स्टॉक करने की तैयारी में किसान-
गेहूं के भाव में हुए तगड़े फेरबदल से व्यापारिक गतिविधियां चरमरा गई हैं। अब किसानों को मंडियों में गेहूं (mandi wheat price) की बिक्री पर पहले वाला मुनाफा नहीं मिल रहा है। इस कारण किसानों ने भी अपना गेहूं स्टॉक करने की ठान ली है। उधर सरकार भी गेहूं के भाव (wheat rate) पर नियंत्रण के लिए योजनाएं बना रही है। आने वाले समय में ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत सस्ते रेट पर गेहूं बेचा जा सकता है। इस कारण किसानों को पहले वाला मुनाफा इस सीजन में मिलना अब मुश्किल है।
इन राज्यों में भी गिरा गेहूं का भाव -
हरियाणा पंजाब और राजस्थान में अब गेहूं के दाम (wheat rate 6 july) गिर गए हैं। इसके कई कारण हैं, मुख्य कारण तो सरकारी गेहूं की खरीद कम होना बताया जा रहा है। किसी इक्का दुक्का केंद्रों पर ही गेहूं खरीदा जा रहा है। किसान अब उन राज्यों की ओर रुख करने की सोच रहे हैं, जहां गेहूं के दाम (gehu ka rate) यहां से अधिक हैं।
यह कह रहे हैं एक्सपर्ट्स -
बाजार भाव एक्सपर्ट्स के अनुसार त्योहारी सीजन में जाकर ही गेहूं के दाम (wheat rate latest) हाई हो सकते हैं, तब इनमें स्थिरता बनी रह सकती है। हालांकि कुछ राज्यों में गेहूं के दामों (wheat price) में उतार चढ़ाव बना रहेगा। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश (MP wheat price) में गेहूं का अच्छा उत्पादन हुआ है, इसलिए इनमें रेट कम ही रहने के आसार हैं। दक्षिण भारतीय राज्यों में गेहूं के दाम बढ़ सकते हैं।