home page

Haryana News अब नागरिक अस्पतालों में मरीजो को मिलेगी ब्लड कल्चर की सुविधा, 24 घंटे में मिल जाएगी रिपोर्ट

Haryana News in Hindi अभी मरीजों को प्राइवेट लैबों से ही ब्लड कल्चर की जांच करवानी पड़ रही है। ऐसी जांच के लिए निजी लैब संचालक एक से तीन हजार रुपये तक वसूल कर रहे हैं। आमतौर पर ऐसी जांच की रिपोर्ट 72 से 90 घंटे बाद ही मिलती है। मगर बेक्टी अलर्ट 3 डी मशीन में यह रिपोर्ट मरीज को 24 से 48 घंटे में ही मिली जाएगी।
 
 | 
Haryana News अब नागरिक अस्पतालों में मरीजो को मिलेगी ब्लड कल्चर की सुविधा, 24 घंटे में मिल जाएगी रिपोर्ट

HR Breaking News, अंबाला ब्यूरो, Haryana news today, नागरिक अस्पतालों में अब इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। अंबाला शहर व छावनी के नागरिक अस्पतालों में जल्द ही ब्लड कल्चर की जांच भी शुरू हो जाएगी। दोनों अस्पतालों में अमेरिका में बनी बैक्टी अलर्ट 3 डी मशीन स्थापित की गई है।

 

यह भी जानिए

बाकायदा इसका ट्रायल भी शुरू हो गया है। इस सुविधा का दोनों अस्पतालों में आने वाले तीन हजार से ज्यादा मरीजों को फायदा मिलेगा। अगले 10-15 दिन में दो जगह ब्लड कल्चर की जांच शुरू हो जाएगी। इस मशीन में खून की जांच से पता चल सकेगा कि मरीज को कौन सी बीमारी है और उसे क्या इलाज देना है। अभी तक इन सभी जांच के लिए मरीज को निजी लैब पर निर्भर रहना पड़ता था। इसी वजह से मरीजों की जेब पर काफी बोझ पड़ रहा था। अब मरीजों को इससे राहत मिलने वाली है।

यह भी जानिए

अभी मरीजों को प्राइवेट लैबों से ही ब्लड कल्चर की जांच करवानी पड़ रही है। ऐसी जांच के लिए निजी लैब संचालक एक से तीन हजार रुपये तक वसूल कर रहे हैं। आमतौर पर ऐसी जांच की रिपोर्ट 72 से 90 घंटे बाद ही मिलती है। मगर बेक्टी अलर्ट 3 डी मशीन में यह रिपोर्ट मरीज को 24 से 48 घंटे में ही मिली जाएगी।

इसकी वजह से न केवल समय पर मरीज का उपचार शुरू हो पाएगा बल्कि आर्थिक तौर पर उसे बड़ी राहत भी मिलेगी। अभी स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह साफ नहीं किया गया कि इस मशीन के जरिए होने वाले ब्लड कल्चर के लिए कितनी फीस तय गई है। मगर नागरिकों को यह सुविधा बेहद सस्ते दाम पर उपलब्ध होने की बात कही जा रही है।

यह भी जानिए


ये है ब्लड कल्चर जांच

किसी भी लैब में कल्चर टेस्ट को इसलिए कराया जाता है कि इससे बैक्टीरिया, फंगल या फिर वायरस को पहचाना जा सके। इस टेस्ट से शरीर के भीतर बढ़ने वाले इंफेक्शन को पहचाना जा सकता है। इस टेस्ट में किसी भी वायरस, बैक्टीरिया की ग्रोथ कराकर उसकी ताकत को मापा जाता है।

इससे विशेषज्ञ शरीर में फैलने वाले इंफेक्शन की ताकत का पता लगा सकते हैं। इसके बाद बढ़े हुए बैक्टीरिया पर एंटी बॉयोटिक व अन्य दवाओं के टेस्ट लगाए जाते हैं। जिससे वह खत्म होता है। माइक्रो बायोलॉजिकल टेस्ट के माध्यम से कोई डॉक्टर बीमारी खत्म करने वाली असरदार दवाएं लिख सकते हैं। इस जांच को बाहर से कराने में भारी फीस चुकानी पड़ती है। मगर नागरिक अस्पतालों में इस सुविधा के शुरू होने से अब उनकी जेब ढीली नहीं होगी।

यह भी जानिए

रोज तीन हजार से ज्यादा आते हैं मरीज अंबाला शहर व छावनी के नागरिक अस्पतालों में रोज तीन हजार से ज्यादा मरीज उपचार के लिए आते हैं। खासकर अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में अत्याधुनिक व्यवस्थाओं के कारण अब निरंतर मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पड़ोसी जिलों के साथ राज्यों से भी मरीज यहां उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण ही छावनी व सिटी के नागरिक अस्पतालों में इस मशीन को स्थापित किया गया है।

ट्रायल पूरा होते ही अगले कुछ दिनों में यहां मरीजों के खून की जांच शुरू हो जाएगी। यह बिल्कुल सही है कि अब हम दोनों नागरिक अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए बेक्टी अलर्ट 3 डी मशीन स्थापित की गई है। इन मशीनों में ब्लड कल्चर की जांच होगी। यह पता चलेगा कि मरीज के शरीर में कौनसी बीमारी पनप रही है। समय पर उसका उपचार शुरू हो पाएगा। निसंदेह प्राइवेट लैब में ब्लड कल्चर टेस्ट काफी महंगा। मगर यहां मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। इसका ट्रायल शुरू हो गया है। जल्द ही सुविधा का लाभ मरीजों को मिलना शुरू हो जाएगा। डॉ. पंकज सैनी, माइक्रो बॉयोलोजिस्ट, सिविल अस्पताल