सीएम मनोहर लाल का ऐलान, हरियाणा में प्राकृति खेती को बढ़ावा देने के लिए बनाया जाएगा कृषि बोर्ड

कुरुक्षेत्र में बोले सीएम मनोहर लाल कहा-हरियाणा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बनेगा प्राकृतिक कृषि बोर्ड। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ाने के लिए कोई मदद मांगेगा तो सरकार आधी रात को भी तैयार।
 

HR breaking News, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक कृषि बोर्ड बनाया जाएगा। लोगों को जहर युक्त उत्पादों से निजात दिलाने, भूमि की सेहत को बचाने, भूजल का सरंक्षण करने तथा लोगों के स्वास्थ्य को तंदुरुस्त रखने के लिए ही प्रदेश सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने पर बल दे रही है।

 

इसके लिए प्राकृतिक कृषि बोर्ड का गठन कर  एक अतिरिक्त निदेशक की भी नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने यह बात मंगलवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम में आयोजित एक दिवसीय प्राकृतिक खेती कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि कही। इसमें 12सौ किसान शामिल हुए।


सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार बजट में प्राकृतिक खेती के लिए 32 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके लिए तीन साल उत्पादन आधारित योजना तैयार की है। इसके तहत प्रदेश में प्राकृतिक खेती के लिए 100 कलस्टर बनाए जाएंगे और प्रत्येक कलस्टर में 25 एकड़ भूमि को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में हजारों साल पहले राजा कुरु ने सोने का हल चलाकर खेती की प्राचीन परंपरा को शुरू किया था। आज एक बार फिर से इस धरा से प्राकृतिक खेती को एक नया जीवन देने की शुरुआत कर दी गई है। 

सीएम मनोहर लाल का बड़ा ऐलान


रासायनिक खादों से सूक्ष्म जीव खत्म होंगे 

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि अगर किसान रासायनिक खेती करते रहे तो यूएनओ की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2060 तक ही उत्पादन किया जा सकेगा। इन रासायनिक खादों के प्रयोग से धरती के सारे सूक्ष्म जीव समाप्त हो जाएंगे। 

उच्च गुणवत्ता के उत्पाद बेच सकेंगे

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि सरकार जल्दी ही प्राकृतिक खेती के उत्पादों के लिए एक बड़ी मंडी की व्यवस्था की जाएगी। यहां पर किसान उच्च गुणवत्ता के प्राकृतिक उत्पाद बेच पाएंगे। इस मौके पर खेल मंत्री संदीप ङ्क्षसह, विधायक सुभाष सुधा, शुगरफेड के चेयरमैन व विधायक रामकरण काला, कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा व वरिष्ठ सलाहकार नीति आयोग डा. नीलम पटेल मौजूद रहे।