Farmer Scheme: सरकारी पैसे से घर ले आएं ट्रैक्टर, हैपी सीडर समेत 90 प्रकार के कृषि यंत्र
HR Breaking News, New Delhi: पहले के जमाने में कृषि के क्षेत्र में नवीनतम तकनीक नहीं हुआ करती थी। न ही कोई नवीनतम कृषि यंत्र, ट्रैक्टर, हैरो, स्ट्रॉ रीपर, हारवेस्ट कंबाइन आदि यंत्र थे। इस कारण उस समय न ही कृषि का पूरा रकबा बिजाई हो पाता। इस कारण देश में अनाज की कमी हुआ करती थी। इसीलिए सरकार को विदेश से अनाज को आयात करना पड़ता था। परंतु बदलते समय में देश में भी सब कुछ बदल गया। खेती में आई नई तकनीक के कारण पहले से बेहद अत्याधिक अनाज होने लगा। यहां हमारे देश में अनाज की कमी हुआ करती थी, वहीं अब यहीं देश विश्व के कई देशों को अनाज आपूर्ति कर रहा है। यह सब हुआ नवीनतम तकनीक और सरकार व किसानों के सफल प्रयास से।
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खेत की जुताई से लेकर फसल की कटाई तक छोटे से बड़े कृषि कार्यों को किसान इन आधुनिक कृषि यंत्रों की मदद से बेहद कम समय और कम लागत में पूर्ण कर लेते हैं। लेकिन ये आधुनिक कृषि यंत्र बेहद महंगे आते हैं। महंगे होने की वजह किसान इन्हें खरीद पाने में असमर्थ होते हैं। ये आधुनिक कृषि यंत्र किसानों की पहुंच में रहे, इसके लिए सरकार इन यंत्रों पर सब्सिडी देती है।
केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर सब्सिडी योजना को लागू कर किसानों को इन कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान करती है। इसी क्रम में बिहार सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में किसानों को विभिन्न योजना के तहत लाभ देने के लिए लक्ष्य तय किए जा रहे हैं। कृषि क्षेत्र में आधुनिक कृषि यंत्रों की महत्वता को देखते हुए बिहार सरकार ने कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी के लिए बजट तय कर लिया है। बिहार सरकार द्वारा कृषि यंत्रीकरण योजना के लिए इस वर्ष 94.05 करोड़ खर्च करने का फैसला लिया है। बिहार सरकार कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत कृषि सम्बन्धी 90 प्रकार के कृषि यंत्रों पर सब्सिडी प्रदान करेगी।
जानें योजना के बारे में
योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति वाले किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे किसान कृषि कार्य में उपयोग होने वाले इन महंगे उपकरणों को खरीदने में समर्थ हो सके। बिहार सरकार द्वारा इन कृषि यंत्रों पर इनके प्रकार के अनुसार सब्सिडी निर्धारित की गई है। सरकार द्वारा योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद करने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी राशि का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
बीते दिनों बिहार सरकार में हुई मंत्रीमंडल की बैठक में कृषि रोड मैप के अंतर्गत राज्य स्कीम मद से कृषि यंत्रीकरण योजना का इस वर्ष 2022-23 में क्रियान्वयन के लिए 94 करोड़ 5 लाख 54 हजार रुपए व्यय करने की स्वीकृति प्रदान की है। कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत कृषि सम्बन्धी कृषि यंत्र बुआई, कटाई एवं गहाई के लिए उपयोगी कृषि यंत्र, पराली प्रबंधन यंत्र, उद्यानिकी फसलों हेतु उपयोगी कृषि यंत्र आदि शामिल है। कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को 90 तरह के कृषि यंत्रों पर अनुदान दिए जाएंगे। यदि किसान योजना के तहत राज्य में निर्मित कृषि यंत्र खरीदता है, तो इन यंत्रों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान राशि दी जायेगी और पराली प्रबंधन वाले यंत्रों में भी सब्सिडी का प्रावधान होगा।
94.05 करोड़ रूपये की राशि होगी खर्च
कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत इस वर्ष किसानों को खेती में उपयोग होने वाले कृषि यंत्र जैसे रीपर, रीपर बाइंडर, थ्रेशर, पैडी ट्रांसप्लांटर, रोटावेटर, पॉवर टिलर, लेजर लैंड लेवलर, जीरो टिलेज मशीन एवं अन्य कृषि यंत्र किसानों को सब्सिडी पर दिए जाएँगे। इसके लिए बिहार सरकार ने इस वर्ष कृषि यंत्रीकरण योजना के कार्यान्वयन के लिए 94.05 करोड़ रूपये की निर्धारित राशि को खर्च करने का फैसला किया है। बिहार सरकार द्वारा इस राशि को फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्रों (हैपी सीडर, सुपर सीडर, स्ट्रॉ बेलर, स्ट्रॉ रीपर, रीपर कम बाईंडर समेत अन्य) पर कुल राशि का 33 फीसदी यानी 31.03 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पोस्ट हार्वेस्ट और हार्टिकल्चर से संबंधित यंत्रों (मिनी रबर राईस मिल, राईस मिल, चौन सॉ समेत अन्य) पर कुल राशि का 12 फीसदी यानी 11.28 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कतार में बुआई के यंत्रों (सीड ड्रील, पोटैटो प्लांटर, सुगरकेन कटर कम प्लांटर समेत अन्य) पर कुल राशि का 7 फीसदी यानी 6.58 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे। इसके अलावा गया जिला के डुंगेश्वरी पर्वत और ब्रह्मयोणि पर्वत पर 25 करोड़ की लागत से रोपवे लगेंगे।
इन कृषि यंत्रों पर दी जाएगी सब्सिडी
बिहार सरकार ने राज्य में कृषि यंत्रों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद करने पर 50 प्रतिशत सब्सिडी राशि का लाभ प्रदान करने का फैसला किया है। राज्य सरकार किसानों को लगभग 90 तरह के कृषि यंत्र जैसे- ट्रैक्टर (अधिकतम 70 एच.पी.), पैडी ट्रांसप्लांटर, रोटावेटर, रोटरी टीलर, पॉवर टिलर (15 एच.पी. 8.71 एच.पी. तक), लेजर लैंड लेवलर, कल्टीवेटर, डिस्क हैरो, रोटो कल्टीवेटर, सब सायलर, रीपर, रीपर बाइंडर, थ्रेशर, जीरो टिलेज/सीड कम फर्टिलाईजर ड्रिल/मल्टी क्रम प्लांटर, हैपी सीडर, पोटैटो प्लांटर, रेज्ड वेड प्लांटर, सुगरकेन कटर कम प्लांटर, पावर वीडर, स्ट्रा वेलर विदाउट रैक, स्ट्रा रीपर/ स्ट्रा कम्बाईन, मखाना पापिंग मशीन, पैडी थ्रेसर (मैनुअल), पावर आपरेटेड/ मेज थ्रेसर मशीन आदि कृषि यंत्र पर सब्सिडी प्रदान करेगी।
योजना के लिए पात्रता
- आवेदक किसान बिहार का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- लाभार्थी की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए
- लाभार्थी के पास खेती के लिए स्वयं की भूमि होनी चाहिए
- आवेदन के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स
- आधार कार्ड, पैन कार्ड
- जाति का प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- ट्रैक्टर की वैध आरसी
- स्वामित्व कृषि भूमि का प्रमाण पत्र
- बैंक खाता पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नम्बर जो आधार कार्ड और बैक खाते में लिंक हो।
- वर्तमान मालगुजारी रसीद आदि सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स की फोटो कॉपी
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कृषि यंत्र पर सब्सिडी हेतु कैसे करें आवेदन
आवेदन करने के लिए आपकों योजना की आधिकारिक वेबसाइट http://farmech.bih.nic.in/FMNEW/Homenew.aspx पर जाना होगा। लेकिन ऑनलाइन आवेदन के लिए पहले आपको कृषि विभाग के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण डीबीटी पर पंजीकरण करवा के पंजीकरण संख्या प्राप्त करनी होगी। उसके बाद आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।