Farming with Drone Technique  हरियाणा में किसान ड्रोन से करेंगे खेती,  ड्रोन खरीदने के लिए सरकार देगी सब्सिडी

Haryana News in Hindiहरियाणा में अब किसान अनोखे तरीके से खेती कर रहे है। खास बात ये है कि इसमें किसानों को सरकार का साथ भी मिल रहा है। भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) अब ड्रोन तकनीकि के साथ बाजार में आ गया है।
 
Story Highlights 
1. किसानों को खेती के लिए मिलेगा ड्रोन
2. हरियाणा में किसान ड्रोन से करेंगे खेती
3. किसानों को ड्रोन के लिए सब्सिडी देगी सरकार
4. Farming with Drone Technique

HR Breaking News, हिसार,  Farming with Drone Technique अब खेती कृषक विमानों के माध्यम से हो सकेगी। इसके लिए सरकार ने इस बार के बजट में प्रावधान भी किया है। इसमें ड्रोन तकनीकि (Drone Technique ) एक बड़ी मशीन के रूप में उभर कर सामने आ रही है।

इससे पहले भी यह तकनीकि थी मगर अब इसकी मांग किसानों के बीच काफी बढ़ गई है। क्योंकि सरकार  ड्रोन तकनीकि (Drone Technique ) को गांव-गांव में पहुंचाने की तैयारी में है। इसके लिए 40 से 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है। सिरसा रोड स्थित उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (टीटीसी केंद्र) में इन ड्रोनों को लेकर किसानों में खासा उत्साह दिख रहा है। 

 

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किसान को ड्रोन के लिए 40 प्रतिशत सब्सिडी देगी सरकार ( The government will give 40 percent subsidy to the farmer for the drone)

भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) अब ड्रोन तकनीकि (Drone Technique ) के साथ बाजार में आ गया है। जिसके जरिए नैनो यूरिया सहित अन्य तरल उर्वरकों का छिड़काव किया जा सकता है। यह साढ़े चार लाख से साढ़े पांच लाख रुपये तक कीमत का है। यह पांच से सात मिनट में प्रति एकड़ स्प्रै करता है।


 यह 30 एकड़ प्रतिदिन छिड़काव कर सकता है। यह काफी सटीकता से अपना कार्य करता है। इफको का प्लान है कि जिस प्रकार से किसानों के पास गांवों में ट्रैक्टर हैं उसी आधार हर गांव में 10 ड्रोन तैनात किए जाएंगे। यह लीथियम पोलिमर बैटरी से संचालित होता है जो 20 से 22 मिनट तक लगातार उड़ सकता है। यह 25 किलोग्राम का होता है। इसमें 11 लीटर की टंकी होती है जो एक एकड़ को कवर करती है। इस पर आने वाले समय में 40 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी।


कृषक ड्रोन पर 75 प्रतिशत तक की छूट (Up to 75% off on Farmer Drones)

कृषक ड्रोन भी कृषि के लिए काफी उपयोगी है। इसकी काम करने की रेंज 2 किलोमीटर तक है। टेकअफ वजन तीन किलोग्राम, उड़ान में 45 मिनट का समय लेता है। इसके साथ ही इसमें मल्टी स्पेक्ट्रल सेंसर लगे हुए हैं। वहीं आरजीबी रिजाल्यूशन से लैस है। यह ड्रोन इफ्रारेड सेंसर के माध्यम से खेत का सर्वे कर यह बता देता है कि कहां कार्बन अधिक हैं कहां मिट्टी की सेहत ठीक नहीं है।

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इसके साथ ही वनस्पति के स्वास्थ्य का मानचित्र, खरपतवार का पता लगाना, रोग का पता लगाना, सिंचाई और जल प्रबंधन, पोषक तत्वों की कमी का पता लगाना और निगरानी करना, पौधौं का वर्गीकरण और प्रजातियों का भेदभाव, जल निकासी टाइलों की पहचान आदि कार्य इस ड्रोन की मदद से किए जाते हैं। यह 9 लाख रुपये कीमत का है। जिसमें अब सरकार 40 प्रतिशत छूट दे रही है। किसानों को समूह को 75 प्रतिशत की छूट तो विश्वविद्यालयों को 100 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। यह ड्रोन लीथियम बैटरी चलित है।


पेट्रोल इंजन हाइब्रिड स्प्रे ड्रोन पर 50 प्रतिशत की छूट ( Up To 50% Off On Petrol Engine Hybrid Spray Drone)

फसल सुरक्षा के लिए यह ड्रोन तकनीकि (Drone Technique ) काफी कारगर है। इसे पेट्रोल भरकर उड़ाया जा सकता है। छह मिनट में एक एकड़ को यह कवर कर लेता है। इसका मूल प्रयोग स्प्रै के लिए किया जाता है। इसके साथ ही यूजर इंटरफेस आसान होने के कारण कोई भी किसान इसे चला सकता है। यह 12 लाख रुपये का है। जिस पर आगे चलकर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी कर सकती है। इसमें 10 लीटर, 12 लीटर और 16 लीटर क्षमता की टंकी से स्प्रै किया जा सकेगा।

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