Monsoon Update : इस साल होगी झमाझम बारिश, मॉनसून को लेकर IMD ने दिया बड़ा अपडेट
HR Breaking News, Digital Desk - दिल्ली-एनसीआर (Delhi - NCR) समेत देश के कई इलाकों में मौसम का मिजाज बदल गया है. अप्रैल की शुरुआत से ही जहां गर्मी बढ़ गई थी, वहीं अब पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया है. देशभर में बढ़ती गर्मी के बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. मौसम विभाग (weather department) ने देशभर में मॉनसून का पूर्वानुमान जारी कर दिया है. आईएमडी (IMD) के मुताबिक, इस बार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दौरान जून से सितंबर तक सामान्य से थोड़ी ज्यादा बारिश होने की संभावना हैं। मानसून के चार महीनों के दौरान देशभर में बारिश की 106 फीसदी संभावना है. इस अवधि में सामान्यतः 87 सेमी वर्षा होती है।
अगस्त-सितंबर में होगी ला नीना की स्थिति:
IMD के डीजी डॉ. मृत्युंजय महापात्रा (DG Dr. Mrityunjay Mahapatra) ने बताया कि इस साल ला नीना की स्थिति अगस्त सितंबर तक सक्रिय होगी। यह भारत में अच्छे मॉनसून की तरफ इशारा कर रही है। 1951 से 2023 तक के विश्लेषण से पता चलता है कि इस दौरान जब भी अल नीनो के बाद ला नीना की स्थिति बनी है, मॉनसून में अधिक बारिश हुई है। इस साल भी ऐसी ही स्थिति है।
मॉनसून के दौरान 106 प्रतिशत बारिश की संभावना:
पूर्वानुमान के मुताबिक, देशभर में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (South-West Monsoon across the country) के दौरान बारिश की 106 फीसदी संभावना (106 percent chance of rain) है।इसमें 5% की त्रुटि हो सकती है. 94 से 105 प्रतिशत वर्षा को सामान्य वर्षा माना जाता है। डीजी ने कहा कि वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र पर अल नीनो की मध्यम स्थिति बनी हुई है। विभिन्न मॉडल संकेत दे रहे हैं कि मानसून के शुरुआती चरण में अल नीनो कमजोर रहेगा। इसके साथ ही मानसून के दूसरे भाग में ला नीना विकसित होगा। अल नीनो में समुद्र की सतह गर्म हो जाती है और ला नीना में ठंडी हो जाती है। आईएमडी के अनुसार (According to IMD), देश के 80 प्रतिशत हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है। अनुमान के मुताबिक, 29 प्रतिशत सामान्य बारिश और 31 प्रतिशत संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है।
इन राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, पंजाब, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पुड्डुचेरी, अंडमान निकोबार द्वीप समूह, लक्षदीप, दादरा और नगर हवेली, दमन-दीव।
यहां होगी सामान्य बारिश:
मौसम विभाग (weather department) के अनुसार छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, ओडिशा, असम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा।
मुंबई में तेज गर्मी की संभावना:
IMD ने महाराष्ट्र में लू और मुंबई में भीषण गर्मी का अलर्ट जारी किया है. मुंबई, ठाणे और रायगढ़ में दो दिनों तक तापमान 38 डिग्री तक जा सकता है. मंगलवार को इन तीनों जगहों पर लू का अलर्ट है. अधिकतम तापमान 36 से 48 डिग्री तक रह सकता है। अधिकारी के अनुसार, 1 से 7 अप्रैल के बीच पूर्वी भारत और पेनिनसुलर इंडिया में गर्मी काफी अधिक रही। खासतौर पर तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र, झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में लू और भीषण लू रही। यहां पर इस दौरान तीन दिनों तक लू रही। अप्रैल में सामान्य तौर पर तीन दिन लू चलती है। अभी यहां और लू के स्पैल आने की संभावना है। 20 अप्रैल के बाद यह स्थिति बनेगी।
मई में धूल भरी आंधी और गर्मी करेगी परेशान:
आईएमडी (IMD) के मुताबिक, मई के चुनावी महीने में देश के कई हिस्सों में आंधी और धूल भरी आंधी का सामना करना पड़ेगा, वहीं कई हिस्सों में गर्मी भी मतदाताओं को परेशान करेगी. गर्मी के साथ-साथ लू की स्थिति भी रहेगी। इसके लिए आईएमडी लगातार चुनाव आयोग समेत राज्य आयोग, राज्य सरकारों और जिला स्तर के अधिकारियों को अलर्ट जारी कर रहा है. हर पंद्रह दिन, एक सप्ताह और दो से तीन दिन में बुलेटिन भेजे जा रहे हैं ताकि सभी को मौसम से निपटने की तैयारी के लिए समय मिल सके।
मौसम से जुड़ी कुछ जरूरी बातें:-
- वैज्ञानिकों के अनुसार, जून और जुलाई में मॉनसून की रफ्तार धीमी रहेगी, लेकिन अगस्त सितंबर में यह तेजी से भरपाई करेगी। आईएमडी मॉनसून का अंतिम पूर्वानुमान मई के अंतिम हफ्ते में जारी करेगा।
- वैज्ञानिकों के अनुसार, भारी बारिश वाले दिनों की संख्या कम हो रही है। बहुत तेज बारिश वाले दिनों की संख्या बढ़ रही है। इसकी वजह से मॉनसून में सूखा और बाढ़ भी बढ़ रही है।
- देशभर की 70 प्रतिशत बारिश मॉनसून के दौरान होती है। 70 से 80 प्रतिशत किसान फसलों के लिए बारिश पर निर्भर है। अच्छे या खराब मॉनसून का असर सीधे पैदावार पर पड़ता है।
- भारतीय अर्थव्यवस्था में खेती सेक्टर की हिस्सेदारी करीब 20% है। आधी आबादी को कृषि क्षेत्र से रोजगार मिलता है। अच्छी बारिश को फेस्टिवल सीजन से पहले अच्छी आमदनी माना जाता है।
- पिछले साल आईएमडी ने 96% बारिश का अनुमान लगाया था। मॉनसून में 94% बारिश हुई। 2023 में 868.6 एमएम बारिश के एवज में 820 एमएम बारिश ही हुई।