UP Mausam Update : यूपी में 72 घंटे में बदलेगा मौसम, IMD ने बारिश को लेकर जारी किया अलर्ट
IMD Rain Alert : उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों से मानसून की विदाई हो चुकी है और पिछले काफी दिनों से बारिश की गतिविधियों में भी कमी आई है। लेकिन अब यूपी के मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग ने आने वाले मौसम को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है।
HR Breaking News - (UP Weather Update)। मौसम विभाग की ताजा अपडेट के अनुसार दक्षिणी पश्चिमी मानसून की उत्तर प्रदेश से वापसी होने अब शुरू हो गई है। इटावा तक मानसून की वापसी हो चुकी है। अगले 72 घंटे में उत्तर प्रदेश से मानसून (up monsoon Update) की वापसी हो सकती है। मौसमी सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेश में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी है, लेकिन गुरुवार के दिन बारिश नहीं हुई।
गुरुवार का दिन सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। इस दिन कानपुर में 35. 4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 0.2.2 डिग्री ज्यादा रहा। नमी का प्रतिशत ज्यादा होने से उमस भी बढ़ गई है और सुबह की शुरुआत तेज धूप के साथ होती है, जिसके चलते दोपहर तक भयंकर गर्मी का एहसास होने लग जाता है।
यूपी में होगी झमाझम बारिश -
उत्तर पूर्वी हवाएं चलने से एक बार भी बादलों की आवाज है। शुरू हो गई है मौसम विभाग (Mausam update) के मुताबिक 26 सितंबर को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी संभाग में अलग-अलग जगह पर गरज चमक के साथ झमाझम बारिश होने की संभावना है। वहीं, कई इलाकों में मेघ गर्जन के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग (Weather Update) के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहा है। वहीं पूर्व उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं पर हल्की और मध्यम बारिश रिकार्ड की गई है। पूर्व उत्तर प्रदेश में 28 सितंबर को अलग-अलग जगह पर गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। लखनऊ (Lucknow Mausam) और आसपास के इलाकों में मौसम साफ रहेगा। यहां बादल छाने से हल्की बारिश और वज्रपात की संभावना है।
यूपी की नदियां का घटा जलस्तर -
पिछले काफी दिनों से बारिश की गतिविधियों में कमी आने की वजह से अब गोरखपुर बस्ती मंडल की तीनों प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। राप्ती, रोहिन के साथ सरयू नदी (Saryu River) खतरे के निशान से नीचे आ गई है रोहिण गुरुवार की सुबह खतरे के निशान से 41 सेमी नीचे आ गई है
वहीं राप्ती नदी बर्डघाट (Rapti River Birdghat) में खतरे के निशान से 35 सेमी नीचे है। वही अयोध्या में सरयू खतरे के निशान से 81 सेमी नीचे बह रही है और तुर्तीपार से 25 सेमी नीचे आ गई है। रोहिन और राप्ती नदी का जलस्तर घटने के बाद सिंचाई विभाग की सक्रियता दिखाई दे रही है।