UPI Payment  : अगर करते हैं UPI पेमेंट तो हो जाईये सावधान, RBI करने जा रही है बड़े बदलाव

अगर आप भी पेमेंट्स के लिए UPI का इस्तेमाल करते यहीं तो आपके लिए बड़ी खबर ये आई है के RBI ने UPI को लेकर कुछ बड़े बदलाव किये हैं जो सीधा UPI की पेमेंट पर असर डालेंगे।  क्या है ये बदलाव, आइये जानते हैं।  

 

HR Breaking News, New Delhi : अगर आप भी यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है. यूपीआई पेमेंट सिस्टम (UPI Payment System) में जल्द ही बड़ा चेंज होने वाला है, जिसका असर देश के करोड़ों यूजर्स पर पड़ेगा. इस समय हर दूसरा व्यक्ति यूपीआई (what is upi) के जरिए ही पेमेंट कर रहा है तो ऐसे में इसमें होने वाला कोई भी बदलाव ग्राहकों पर सीधा असर डालेगा. 

30 फीसदी तक सीमित हो सकता है वॉल्यूम कैप
बता दें यूपीआई पेमेंट सर्विस की सेवा देने वाले ऐप्स जल्द ही हर दिन होने वाले ट्रांजेक्शन पर लिमिट लगाने जा रहे हैं. इसको लेकर के जोरों से तैयारियां चल रही हैं. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) देश के थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर्स (TPAP) के वॉल्यूम कैप को 30 फीसदी तक सीमित करने की तैयारी कर रहा है.

आरबीआई से चल रही है बातचीत
इस बारे में अभी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से बातचीत चल रही है. आरबीआई की मंजूरी के बाद में ही फोन पे, गूगल पे और पेटीएम जैसी कंपनियां इसकी लिमिट तय कर सकेंगे, जिससे शुरुआत में ग्राहकों को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है. हालांकि इस पर कितनी लिमिट लगाई जाएगी यह अभी तक तय नहीं है. 

31 दिसंबर तक हो सकता है फैसला
बता दें इस समय एनपीसीआई सभी तरह का मूल्यांकन कर रहा है, जिसके बाद में ही इसकी लिमिट को तय किया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, 31 दिसंबर तक इस पर फैसला लिया जा सकता है. 

बैंक तय करते हैं हर दिन की लिमिट 
बैंक की ओर से यूपीआई की हर दिन की लिमिट तय होती है. इस समय एसबीआई ने यूपीआई ट्रांजेक्शन की एक दिन की लिमिट को 1 लाख कर रखा है. वहीं, प्राइवेट सेक्टर के  ICICI Bank की बात करें तो उसकी लिमिट 10,000 रुपये है. साल 2020 में NPCI ने लेन-देन के हिस्से को कैपिंग करते हुए एक निर्देश जारी किया था कि एक थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर 1 जनवरी, 2021 से यूपीआई पर लेनदेन की वॉल्यूम का 30 फीसदी पर सेट कर सकता है.