Indian Railway - बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ी अपडेट, 6 घंटे का सफर अब 2 घंटे 7 मिनट में हो जाएगा पूरा
HR Breaking News, Digital Desk- रेलवे अपने सिस्टम को प्रतिदिन अपग्रेड कर रहा है. नई हाईस्पीड ट्रेनें लॉन्च की जा रही हैं. हाल ही में देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन लॉन्च की गई है. यात्रियों को हाई-क्लास सुविधा देने और उन्हें गंतव्य तक जल्द पहुंचाने के लिए जल्द ही भारतीय रेलवे बुलेट ट्रेन लॉन्च कर रहा है. सरकार की मानें तो बुलेट ट्रेन की स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. बुलेट ट्रेन से अहमदाबाद से मुंबई के बीच का सफर 2 घंटे 7 मिनट में पूरा हो जाएगा. अभी इन दो शहरों बीच बस से सफर करने पर 9 घंटे और ट्रेन से 6 घंटे का समय लगता है.'
प्रधानमंत्री मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एक-
बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के तौर पर जाना जाता है. इसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. बुलेट ट्रेन को अबतक कितना काम हो चुका है और किन कामों को करना बाकी है, इसपर रेलवे ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से प्रोगेस रिपोर्ट भी शेयर किया है.
कितना काम हो चुका है पूरा-
रेल मंत्रालय के मुताबिक 22.46% काम हो चुका है. गुजरात में 98.87 फीसदी, दादर और नागर हवेली में 100 फीसदी और महाराष्ट्र में 95.45 फीसदी भूमि अधिग्रहण सरकार द्वारा किया जा चुका है. गुजरात में अबतक 188.28 किलोमीटर पाइलिंग का काम किया जा चुका है. 96.32 पियर वर्क भी पूरा कर लिया गया है. इसके लिए 7.84 किलोमीटर का गिर्डर भी बनाया जा चुका है.
कितनी राशि आवंटित-
पहले चरण में बुलेट ट्रेन का रूट 508.17 किलोमीटर लंबा है, जोकि महाराष्ट्र में मुंबई, ठाणे और पालघर से होकर गुजरेगा. परियोजना की कुल लागत ₹1.08 लाख करोड़ है और शेयर पैटर्न के अनुसार, केंद्र सरकार को NHSRCL को ₹10,000 करोड़ का भुगतान करना है, जबकि इसमें शामिल दो राज्यों - गुजरात और महाराष्ट्र - को प्रत्येक ₹5,000 करोड़ का भुगतान करना होगा. बाकी राशि का भुगतान जापान द्वारा 0.1 प्रतिशत ब्याज पर ऋण के माध्यम से किया जाना है.
कब तक आ जाएगी बुलेट ट्रेन-
साल 2015 में मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन शुरू करने की घोषणा की गई. सितंबर 2017 में इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया. तब रेलवे ने कहा था कि 15 अगस्त 2022 तक मुंबई से अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड रेल शुरू करने की पूरी कोशिश की जाएगी. साल 2022 की इस गाइडलाइन को एक साल बढ़ाकर 2023 कर दिया और अब रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान के मुताबिक यह साल 2026 तक शुरू होगी.