Chanakya Niti: इन घटनाओं के कारण बदल जाता है मनुष्य का पूरा जीवन, चाणक्य नीति

जीवन में बहुत से सुख-दुख आते-जाते हैं. इनमें कई दुख ऐसे होते हैं, जिनका दर्द समय के साथ कम या फिर ख़त्म हो जाता है. लेकिन चाणक्य नीति के अनुसार, जीवन में घटने वाली कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं, जिनका दर्द कभी भी कम नहीं होता. जिसके चलते मनुष्य का पूरा जीवन ही बदल जाता है। आइए खबर में जानते है उन घटनाओं के बारे में.

 

HR Breaking News, Digital Desk- सुख-दुख जीवन के वो दो पहलू हैं, जिनका आना-जाना लगा ही रहता है. कई दुख ऐसे होते हैं, जिनका दर्द समय के साथ धीरे-धीरे कम होता जाता है, लेकिन चाणक्य नीति के अनुसार, कुछ दुख-दर्द ऐसे होते हैं, जो आपके सौभाग्य को दुर्भाग्य में बदल सकते हैं. जीवन में घटने वाली ये ऐसी घटनाएं हैं, जिनका दर्द कभी भी कम नहीं होता.

बता दें कि भारत के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और दार्शनिक रहे आचार्य चाणक्य द्वारा वर्षों पहले लिखी गई नीतियां आज के समय में भी काफी वास्तविक और उपयोगी साबित होती रही हैं. चाणक्य नीति में जीवन के कई अहम पहलुओं के विषय में बताया गया है. साथ ही ऐसी कई घटनाओं का जिक्र भी किया गया है, जो सौभाग्‍य को दुर्भाग्‍य में बदल सकती हैं. आइए जानते हैं इन घटनाओं के बारे में.

जीवनसाथी का साथ छूटना-


चाणक्‍य नीति के अनुसार, पति-पत्‍नी का साथ जीवन भर का होता है. वैसे तो किसी भी अवस्था में जीवनसाथी का साथ न होना दुर्भाग्य की बात ही है, लेकिन वृद्धावस्‍था में जीवनसाथी का साथ छूट जाना सुखमय जीवन को भी दुखों से भर देता है. आचार्य चाणक्य के अनुसार, उम्र के आखिरी पड़ाव में अगर पति या पत्‍नी में से कोई एक जब इस दुनिया से चला जाता है, तो बाक़ी का जीवन काफी मुश्किल भरा हो जाता है, जो सौभाग्य को दुर्भाग्य में बदल देता है.


जमा पूंजी खो देना-


जीवन जीने के लिए पैसे का होना बहुत ज़रूरी है और ज्यादातर लोग इसे कमाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं. ऐसे में कभी आपकी जीवन भर की जमा पूंजी अगर कोई आपसे छीन ले, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य कोई नहीं हो सकता. आपके लिए जीवन में इससे बुरी कोई और स्थिति नहीं हो सकती है. चाणक्य नीति के अनुसार, आपकी गाढ़ी कमाई हाथ से चले जाना आपके सौभाग्य को एक पल में दुर्भाग्य में बदल सकता है.


किसी और के घर में रहना-


चाणक्य नीति के अनुसार, आपके सौभाग्य को दुर्भाग्य में बदलने की स्थिति तब भी आ सकती है, जब आपको किसी वजह से किसी और के घर में रहना पड़ता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि किसी और के घर में रहने से व्‍यक्ति को दूसरे पर निर्भर होना पड़ता है और घर के मालिक की मर्जी के हिसाब से जीना पड़ता है. जीवन में आने वाली ये परिस्थिति व्‍यक्ति का आत्‍म-सम्‍मान खत्‍म करने का काम करती है.


(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. HR Breaking News.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)