Express Way हरियाणा की दिल्ली पंजाब व जेके से बेहतर कनेक्टिविटी करेगा ये एक्सप्रेस वे, जानिए कब होगा शुरू
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस वे मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह के एक सवाल के जवाब में संसद में बताया है कि यह मार्ग हरियाणा के झज्जर में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस से शुरू होगा। 158 किलोमीटर लंबे इस मार्ग का काम भी आवंटित कर दिया गया है। इस पर 8386 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। झज्जर से शुरू होकर यह सड़क रोहतक, सोनीपत, जींद, करनाल व कैथल जिलों से होकर गुजरेगी।
काम में तेजी आए इसलिए पूछा सवाल सांसद बृजेंद्र सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि इस सवाल को पूछने के पीछे उनका मकसद यह था कि इसके काम में तेजी आए। इसके अलावा हरियाणा की दिल्ली, पंजाब सहित जम्मू-कश्मीर से यह सीधी व बेहतर कनेक्टिविटी होगी। चंडीगढ़ और अमृतसर की तरफ जाने के मार्ग भी सुगम होगा दिल्ली के बाद फरीदाबाद, पलवल, गुरुग्राम ही नहीं इस मार्ग का फायदा झज्जर, रोहतक, सोनीपत, जींद, करनाल व कैथल जिलों के लोगों को भी मिलेगा। इससे न सिर्फ इन जिलों के लिए दिल्ली जाने का एक एक्सप्रेस वे मिलेगा, बल्कि चंडीगढ़ और अमृतसर की तरफ जाने के मार्ग भी सुगम होगा।
हिसार में पशुओं की नस्ल सुधार के लिए उत्कृष्टता केंद्र खुलेगा पशुओं की नस्ल में सुधार के लिए हरियाणा सरकार ब्राजील के सहयोग से हिसार में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगी। इसके अलावा, पशुओं के आहार में प्रोटीन की मात्रा को बढाने के लिए कनाडा की कंपनी द्वारा एक सेंटर हरियाणा में खोला जाएगा। इस कड़ी में कंपनी का एक प्रतिनिधिमंडल जल्दी हरियाणा का दौरा करेगा। फिर हरियाणा सरकार और कंपनी के बीच एमओयू (समझौता ज्ञापन) साइन किया जाएगा।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन एवं डेरी मंत्री जेपी दलाल ने मंगलवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। दलाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ब्राजील व कनाड का दौरा कर लौटा है। जेपी दलाल के साथ हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन नयनपाल रावत, पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन और हरियाणा वन विकास निगम के चेयरमैन धर्मपाल गोंदर भी ब्राजील व कनाड के दौरे पर गए थे। उन्होंने बताया कि ब्राजील में वर्ष 1911 में भावनगर के राजा ने गिर नस्ल की गायों को दान स्वरूप दिया था। उसके बाद ब्राजील ने इन गायों की नस्ल सुधार में काम किया। ब्राजील में गिर गाय की नस्ल में सुधार कर गिरलैंडो नस्ल को तैयार किया गया है, जो औसतन 15 लीटर दूध देती है, जिसमें 99 प्रतिशत जेनेटिक्स हमारे देश की गिर गाय के पाए जाते हैं।
गिर गाय की नस्ल सुधार की तर्ज पर देसी, हरयाणा, साहीवाल और राठी गाय की नस्लों में सुधार की दिशा में हरियाणा काम करेगा। जेपी दलाल के अनुसार स्वदेशी नस्ल की गायों के विकास हेतु एंब्रापा (ब्राजील) के सहयोग से हरियाणा में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जाएगी। ब्राजीलियन एसोसिएशन आफ जेबू ब्रीडर्स (एबीसीजेड) से गिर जर्मप्लाज्म (वीर्य/भ्रूण) का आयात किया जाएगा। इसके अलावा, ब्राजील की एक जीनोमिक्स कंपनी एल्टा जेनेटिक्स को गुणवत्ता वाले मुर्राह जर्मप्लाज्म के निर्यात की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
एंब्रापा से एंब्रयो ट्रांस्फर टेक्नोलाजी (ईटीटी) और इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (आइवीएफ) पर हरियाणा सरकार के मानव संसाधन का प्रशिक्षण भी होगा। कनाडा दौरे के संबंध में जेपी दलाल ने बताया कि राजकीय पशुधन फार्, हिसार में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) से सुअर पालन (200 क्षमता प्रजनन फार्म) के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना करने की योजना है। राजकीय पशुधन फार्म हिसार में स्वच्छ दूध उत्पादन हेतु आधुनिक प्रबंधन डेरी फार्म प्रथाओं सहित अत्याधुनिक डेरी फार्म स्थापित होगा। स्वदेशी गायों और भैंसों के लिए हिसार में सैक्सड सोर्टिड सीमन संस्थान की स्थापना हेतु सीमेक्स जेनेटिक्स से सहयोग लिया जाएगा।