हरियाणा पासपोर्ट फर्जीवाड़े का दिल्ली में कनेक्शन, पुलिस भी शक के घेरे में 

हरियाणा में पासपोर्ट फर्जीवाड़े का दिल्‍ली कनेक्‍शन सामने आया। महेश नारंग ने दिल्ली में बनाए फर्जी पासपोर्ट। अमित करनाल मेंं पुलिस से मिलकर कराता रहा फर्जी वेरिफिकेशन। आरोपित डाकिया विकास काम्बोज अमित को सौंपता रहा सभी पासपोर्ट। जानिए क्‍या है पूरा मामला।
 

पासपोर्ट फर्जीवाड़े का खेल पहले दिल्ली और फिर करनाल में बेहद सधे अंदाज में खेला गया। पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो एक के बाद एक राज खुल रहे हैं। जांच में सामने आया है कि पासपोर्ट बनवाने व वीजा एजेंट के तौर पर काम करने वाले आरोपित दिल्ली वासी महेश नारंग ने अपने सेंटर पर सभी आपराधिक लोगों के करनाल के फर्जी पतों व दस्तावेजों के आधार पर 21 फर्जी पासपोर्ट तैयार किए थे, जिन्हें करनाल भेज दिया गया।

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यहां मूल रूप से गांव नगूरा जिला जींद वासी और फिलहाल बसंत विहार में रहने वाला अमित खटकड़ पुलिस से मिलीभगत करके फर्जी वेरिफिकेशन कराता रहा।


उसने सेक्टर 32-33 एरिया के डाकिये विकास काम्बोज वासी गांव चोरा खालसा से भी सेटिंग की और सभी पासपोर्ट अपने पास ही मंगवाता रहा। हालांकि अब तीनों जेल पहुंच चुके हैं लेकिन पुलिस की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। इसके तहत अब तक 22 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

नाम में अक्षरों का खेल

फर्जी पासपोर्ट बनाने में कहीं नाम के पहले तो कहीं बाद में आने वाले अक्षरों का खेल खेला गया। पुलिस के मुताबिक पटियाला के रहने वाले एवं एनडीपीएस के चार मामलों के आरोपित जोरा ङ्क्षसह का पासपोर्ट दिल्ली के महेश नारंग ने पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शिमला वासी पासपोर्ट एजेंट श्याम वालिया के कहने पर बनाया था।

चतुराई दिखाते हुए जोरा सिंह के पिता निशान सिंह का नाम सैन सिंह में बदल दिया और फोटो जोरा सिंह की लगा दी। जबकि पता विकास कालोनी करनाल दिखा दिया गया, जिससे संबंधित फर्जी दस्तावेज भी बना लिए। जोरा सिंह भी श्याम वालिया के साथ पहले से संपर्क में था।

उसने करीब दो साल पहले अपनी पत्नी का वैध पासपोर्ट बनवाया था मगर आपराधिक रिकार्ड होने के चलते उसके पासपोर्ट पर बैन था। उसने श्याम वालिया से जुगाड़ को कहा तो उसने दिल्ली के रहने वाले एजेंट महेश नारंग से संपर्क किया, जिसके बाद उसका फर्जी पासपोर्ट तैयार किया गया।


मोगा के मनजीत ने बनवाए दो फर्जी पासपोर्ट, गुरदासपुर के मलकीत ने दिया था करनाल का फर्जी पता

इस मामले में पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है। इसके तहत सोमवार देर रात मनजीत सिंह वासी गांव गिल जिला मोगा पंजाब व मलकीत सिंह उर्फ अमन वासी गांव किला लाल सिंह जिला गुरदासपुर पंजाब को करनाल से गिरफ्तार किया गया।

आरोपितों से प्रारंभिक पूछताछ में रहस्योद्घाटन हुआ कि आरोपित मनजीत एजेंट का काम करता है और उसने गुरदीप व राणा रामदेर साही नामक दो लोगों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए थे। दोनों आरोपित फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं लेकिन डिटेक्टिव स्टाफ टीम ने इनकी तलाश में पंजाब व आसपास छापेमारी शुरू कर दी है।

वहीं आरोपित मलकीत ङ्क्षसह ने करनाल का फर्जी पता देकर अपना खुद का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। दोनों आरोपितों को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान इनसे और भी राज उगले जाने की उम्मीद की जा रही है।


की जा रही छापेमारी : एसपी

एसपी गंगाराम पूनिया का कहना है कि फर्जीवाड़े की गहनता से जांच की जा रही है। तीनों सीआइए टीम हरियाणा के अलावा आसपास के राज्यों में भी दिन-रात छापेमारी में जुटी हैं। यह पुलिस के सार्थक प्रयास का नतीजा है कि अब तक 22 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अन्य आरोपित भी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे।