पासपोर्ट फर्जीवाड़ाः हरियाणा और पंजाब से बने 200 फर्जी पासपोर्ट रद्द, सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर अलर्ट जारी
चंद रुपयों के लिए हरियाणा और पंजाब के कर्मचारियों ने देश की सुरक्षा दांव पर लगा दी। हरियाणा और पंजाब से करीब दो सौ फर्जी पासपोर्ट जारी कर दिए गए। अब इन पासपोर्ट को रद करके अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरियाणा और पंजाब के डीजीपी को रीजनल पासपोर्ट अधिकारी ने चिट्ठी भेजी है।
इस तरह सामने आया ये सच
गैंगस्टर विरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा का फर्जी पासपोर्ट बनने का पर्दाफाश होने के बाद हरियाणा और पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। दोनों राज्यों में 200 फर्जी पासपोर्ट रद कर दिए गए हैं। रीजनल पासपोर्ट आफिसर (आरपीओ) सिबास कविराज ने हरियाणा व पंजाब के डीजीपी और चंडीगढ़ के प्रशासक को इस संबंध में पत्र लिखकर पुलिस वेरिफिकेशन पर सवाल खड़े किए हैं।
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अब आरपीओ ने सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर अलर्ट जारी कर दिया है। रद किए गए पासपोर्ट नंबर और उनकी प्रतिलिपि एंबेसी और एयरपोर्ट पर भेज दी हैं, ताकि फर्जी पासपोर्ट पर जैसे ही कोई प्लेन में चढऩे की कोशिश करे तो तुरंत पकड़ा जाए।
500 से अधिक कर्मचारियों की मिलीभगत
पुलिस वेरिफिकेशन पर भी पासपोर्ट अथारिटी ने राज्यों को सुझाव दिए हैं, ताकि पुलिस थानों में ही बैठकर पासपोर्ट जैसे अहम दस्तावेज की वेरिफिकेशन न कर दे। हालांकि अंबाला पुलिस ने वेरिफिकेशन नियम में बदलाव करके अब रिपोर्ट के साथ पासपोर्ट बनवाने वाले आवेदनकर्ता के साथ उसके मकान की तस्वीरें भी संलग्न करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में दोनों राज्यों के 500 से अधिक पुलिस कर्मचारियों पर विभागीय जांच की तलवार लटक गई है।
यहां से खुला राज
हुआ यूं कि जनवरी 2020 में थाईलैंड में रहे गैंगस्टर राजू बसौदी का इनपुट हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को मिला था। इसी बीच पता चला कि काला राणा भी फतेहाबाद के फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाकर थाईलैंड पहुंच गया। इस इनपुट पर फतेहाबाद पुलिस ने रिकार्ड खंगालना शुरू किया, तो एक के बाद एक फर्जी पासपोर्ट की परतें खुलने लग गईं।
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खाली प्लाटों पर भी मकान दिखाकर पासपोर्ट बनवा दिए गए। एक ही मोबाइल कई आवेदन में दर्शा दिए गए। इसके बाद करनाल और फिर अंबाला में भी फर्जी पासपोर्ट के मामले सामने आ गए। अब सभी जिलों की पुलिस पासपोर्ट की वेरिफिकेशन कर रही है कि कितनी वेरिफिकेशन गलत हुई हैं। दिल्ली, मोगा, पटियाला, जालंधर, अमृतसर आदि जिलों के रहने वाले लोगों ने हरियाणा का फर्जी पता देकर पासपोर्ट बनवाए।
हरियाणा में 60 पासपोर्ट रद किए जा चुके हैं, जबकि पंजाब में यह आंकड़ा 140 का है। एक के बाद एक पासपोर्ट रद की सिफारिश रीजनल पासपोर्ट आफिस में गई तो वहां के आरपीओ सिबास कविराज ने इसे गंभीरता से लेते हुए राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से पत्राचार किया।
सीसीटीएनस से भी होगी जांच
आरपीओ की ओर से सुझाव दिया गया है कि क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेङ्क्षकग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) का इस्तेमाल भी वेरिफिकेशन में किया जाए। फर्जी पासपोर्ट का मामला उजागर होने से स्पष्ट हो गया है कि थानों में बैठे ही पुलिस कर्मचारियों ने वेरिफिकेशन कर दी।
नियम मुताबिक कर्मचारी को पते पर जाकर वेरिफिकेशन करनी होती है और पड़ोस में रहने वाले स्थायी लोगों से भी पूछताछ कर रिपोर्ट देनी होती है।
डीजीपी को लेटर लिखा है : कविराज
रीजनल पासपोर्ट आफिसर सिबास कविराज ने कहा कि फर्जी पासपोर्ट के मामले में पंजाब व हरियाणा पुलिस प्रमुख से पत्राचार किया गया है। पासपोर्ट की वेरिफिकेशन का मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा होता है। इसलिए इस में कोताही न बरती जाए।
करीब 200 पासपोर्ट रद कर सभी देशों के एयरपोर्ट पर सूचना दी गई है ताकि कोई फर्जी पासपोर्ट पर यात्रा न कर सके।