Indian Railways: रेलवे इन रिजर्वेशन सेंटरों को देगा निजी हाथों में, इस वजह से लिया फैसला 

Indian Railways: रेलवे ने हाल में बड़ा फैसला लिया है, उसने यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा शुरू कर दी है। इन सुविधाओं में आरक्षण की सुविधा भी शामिल है। जानें पूरी जानकारी..
 

HR Breaking News, New Delhi:  रेलवे यात्रियों को कई प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाता है। लेकिन अब रेलवे ने इन सुविधाओं की समीक्षा शुरू कर दी है। इसमें स्टेशन से लेकर काउंटर तक मिलने वाली सुविधाओं को शामिल हैं। इस समीक्षा में आरक्षण केंद्र से ट्रेन के लिए होने वाले आरक्षण को भी शामिल किया है। कोरोना काल के बाद ट्रेन में आरक्षण कराने वालों में ऑनलाइन आरक्षण कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। लगातार काउंटर पर आने वाले यात्रियों की कम होती संख्या को भी रेलवे ने समीक्षा में शामिल किया है।

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पश्चिम मध्य रेलवे(West Central Railway) के जबलपुर समेत भोपाल और कोटा मंडल के आरक्षण केंद्र में 12 घंटे के दौरान आने वाले लोगों की संख्या पर निगरानी रख रहा है। कोटा मंडल ने अपनी सीमा में आने वाले कई आरक्षण केंद्र का संचालन निजी हाथों में देनी की तैयारी शुरू कर दी है।

जबलपुर रेल मंडल(Jabalpur Railway Division) के सभी प्रमुख स्टेशनों पर आरक्षण केंद्र है। इनमें रेलवे के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। जबलपुर मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक के बाहर बने आरक्षण केंद्र में आठ कांउटर हैं। इनमें से अक्सर चार काउंटर ही संचालित होते हैं। यही हाल गाडरवारा, मदनमहल, नरसिंहपुर, पिपरिया, कटनी, सिहोरा, दमोह, सागर, सतना, रीवा के आरक्षण केंद्र का भी यही हाल है। रेलवे ने यहां पर समीक्षा करने के बाद यह देखा कि यहां पर आरक्षण के लिए आने वाले लोगों की संख्या में कमी हो रही है।


70 फीसदी करा रहे आनलाइन आरक्षण

कोरोना काल के बाद यात्रियों ने ट्रेन में सफर करने के लिए आरक्षण काउंटर के बजाए आनलाइन कराने पर जोर दिया है। रेलवे के मुताबिक इन दिनों ट्रेन के लिए होने वाले 100 प्रतिशत आरक्षण में से 70 प्रतिशत ऑनलाइन आरक्षण हो रहे हैं। वहीं काउंटर पर आरक्षण कराने वालों की संख्या में कमी आई है। इनकी संख्या अब 30 प्रतिशत हो गई है। ऐसे में रेलवे ने अपने आरक्षण केंद्र और यहां पर तैनात कर्मचारियों को दूसरी जगह पर तैनात करने का काम शुरू कर दिया है।

रेलवे बोर्ड ने जारी किए आदेश

रेलवे बोर्ड ने पहले ही आरक्षण केंद्र में आरक्षण की घटती संख्या को देखते हुए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। आरक्षण केंद्र में काउंटर पर तैनात कर्मचारियों को दूसरी जगह ड्यूटी लगाने कहा गया है। इन कर्मचारियों से ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की टिकट जांच करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, काउंटर की संख्या में कम करने कहा है। इधर, कोटा मंडल ने तो अपने दो आरक्षण केंद्र को निजी हाथों में देने की तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए आरक्षण केंद्र चलाने वाली निजी कंपनियों को भी आमंत्रित किया गया है।

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अभी यह है सुविधा

- काउंटर से ली गई टिकट में रिफंड काउंटर पर आकर लेना होता है, जबकि आनलाइन टिकट का रिफंड एकाउंट में आता है

- टिकट काउंटर से ली गई टिकट पर सर्विस चार्ज नहीं लगता, जबकि आनलाइन से ली गई टिकट पर सर्विस चार्ज लगता है

- अभी भी कई कन्सेशन के लिए लोगों को काउंटर पर ही आना पड़ता है, आनलाइन में कई बार यह सुविधा काम नहीं करती  करती