Meri Kahani पहले कभी नहीं मिला लड़को के पास जाने का मौका, अब कॉलेज में लड़की को हो रही ये परेशानी
 

अक्सर हमने देखा है कि माता पिता लड़कियों को लड़कों के पास जाने से रोकते है और वहीं दूसरी ओर लड़कियों का लड़कों से दोस्ती करना तो काफी लोग बहुत बड़ा अपराध मानते है ऐसा ही कुछ इस कहानी में दिखाई दे रहा है। जहां पहले इस लड़की को लड़को के आसपास रहने का मौका नहीं मिला जिसके बाद अब कॉलेज में लड़की को इन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
 
 

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली,  मैं 18 साल की कॉलेज जाने वाली लड़की हूं। कुछ समय पहले ही मेरा स्कूल खत्म हुआ है। मैं हमेशा ही गर्ल्स स्कूल में पढ़ी हूं। यही एक वजह भी है कि मुझे कॉलेज की दूसरी लड़कियों की तरह लड़कों के आसपास रहने और उनसे बात करने का कभी अवसर नहीं मिला। मैं लड़कों को लेकर बहुत ज्यादा शर्मीली हूं, जिसकी वजह से मैं उनके साथ बिल्कुल भी घुल-मिल नहीं पाती हूं। हालांकि, स्कूल में मुझे इस बात से कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन कॉलेज में यह मेरे लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि मेरी क्लास का एक लड़का मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लगता है।


मुझे न केवल उस पर क्रश है बल्कि मैं उससे अपने दिल की बात भी कहना चाहती हूं। हालांकि, अफसोस की बात यह है कि वह जब भी मेरे आसपास होता है, तो मैं कुछ भी बोल नहीं पाती। इस दौरान मैं न केवल बहुत ही अशिष्टता वाला व्यवहार करती हूं बल्कि मुझे अपने दोस्तों से पता चला कि मेरे अजीब व्यवहार की वजह से उसकी नजर में मेरी गलत छवि भी बन गई है। अपने लिए ऐसी बात जानकर मैं बहुत ज्यादा असहाय महसूस करने लगी हूं। शायद ऐसा इसलिए भी क्योंकि मैं वास्तव में उसके साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहती हूं।
मैं नहीं चाहती हूं कि वह किसी भी वजह से मुझसे दूर हो जाए। मैं उसे बहुत प्यार करती हूं। इस बारे में सोच-सोचकर मैंने अपने रातों की नींद भी हराम कर रखी है। मुझे समझ नहीं रहा कि मुझे अपने इस व्यवहार को कैसे बदलना चाहिए


एक्सपर्ट का जवाब
फोर्टिस हेल्थकेयर में मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार विज्ञान विभाग की प्रमुख कामना छिब्बर कहती हैं कि जिस व्यक्ति के प्रति आप रोमांटिक भावनाएं रखते हैं, उसके सामने अपनी शर्म पर काबू पाना मुश्किल हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान आपको हर उस बात की चिंता होती है, जिसकी वजह से आपका साथी आपको जज कर सकता है।

ऐसे में सबसे पहले मैं आपसे यही कहूंगी कि आप अपने शर्मीलेपन और अंतर्मुखी व्यक्तित्व को बदलने पर ध्यान दें। उन स्थितियों पर विचार करें, जिनकी वजह से आपके क्रश के मन में गलत भावनाएं पैदा हुई हैं। इस दौरान आप चाहें तो उन लोगों के साथ भी बात कर सकती हैं, जिनके साथ आप सहज महसूस करती हों। 

अपने आप को बदलने पर दें ध्यान
जैसा कि आपने कहा कि आप लड़कों के साथ बहुत जल्दी से घुल-मिल नहीं पाती हैं। ऐसे में मैं आपसे यही कहना चाहूंगी कि आपको अपने व्यवहार में थोड़ा बदलाव लाना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि स्कूल की बात कुछ और थी, लेकिन कॉलेज में आपको हर दिन अपने साथियों के साथ आगे बढ़ना है।

अगर आप उनसे बात ही नहीं करेंगी, तो आप न केवल एक क्लासमेट के रूप में खुद को बहुत पीछे पाएंगी बल्कि आने वाले समय में आपका यह रवैया आपको बहुत ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसा न हो कि इस बर्ताव की वजह से आप जिस व्यक्ति को पसंद करती है, वह भी आपको रिजेक्ट कर दे। 


शर्मीलेपन से छुटकारा कैसे पाएं
साइकोलॉजी टुडे में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार एक रिसर्च बताती हैं कि शर्मीलेपन एक न्यूरोबायोलॉजी (Neurobiology) है, जो ब्रेन में न्यूरॉन्स के एक स्पेसिफिक सर्किट में वैसे ही काम करती है जैसे किसी वाद्ययंत्र में संगीत रचा जाता है। लेकिन इसमें रंग मंडली की जगह हमारा स्वभाव होता है। हालांकि, शर्म के लिए कुछ खास कैरेक्टरिस्टिक भी जवाबदेह होती हैं।

सेल्फ कांशसनेस, खुद के लिए नेगेटिव सोच रखना, लो सेल्फ स्टीम और दूसरों के द्वारा जज किए जाने और अस्वीकार किए जाने का डर होना भी आपको शर्मीला बनाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही है, तो सबसे पहले इन स्किल को सुधारने पर जोर दें।

ऐसा इसलिए भी क्योंकि शर्म अपने आप नहीं मिटती है। इसके स्वभाव को समझते हुए आपको इसे स्वीकार करना ही पड़ेगा। जब आप इन पर काबू पा लेंगी, तब आप जिस लड़के को पसंद करती हैं, उसके सामने दिल खोलकर अपनी भावनाएं रख देंगी।