मेरी कहानी : मैं अपने पति को नहीं रख पाती खुश, कहीं वो मुझे धोखा न दे दें 

कई बार जीवन में ऐसी परेशनियां आ जाती है जहाँ हम लाख कोशिश करलें पर हमारा जीवनसाथी हमसे खुश नहीं हो पाता। ऐसा ही  कुछ इनके साथ हुआ।  आइये जनते हैं इनकी  कहानी। 

 

HR Breaking News, New Delhi : मैं एक विवाहित महिला हूं। मेरी शादी को काफी समय हो चुका है। मेरी एक बेटी भी है, जोकि अभी स्कूल में ही पढ़ती है। मेरी शादीशुदा जिंदगी यूं तो किसी तरह की कोई समस्या नहीं है। लेकिन मेरी परेशानी यह है कि मेरे पति मेरी तरक्की से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। दरअसल, कुछ समय पहले मेरे पति ने मुझे अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया था। मैंने उनकी बात मानी और खुद के पैरों पर खड़ा होने का फैसला किया। मैंने कड़ी मेहनत करके अपना बिजनेस जमाया और इसके लिए मुझे चारों ओर से प्रशंसा भी मिली।

इस दौरान मैं भी बहुत ज्यादा खुश थी। ऐसा इसलिए क्योंकि एक तो मैं खुद को बहुत ज्यादा भाग्यशाली मानती थी कि मुझे उनके जैसा सपोर्ट करने वाला पति मिला। वहीं मैंने कम समय में बहुत कुछ हासिल कर लिया था। यही एक वजह भी है कि पहले के मुकाबले अब जब मेरा काम बहुत ज्यादा बढ़ गया है, तो मुझे बिजनेस से जुड़ी पार्टियों में नेटवर्क बनाने के लिए आमंत्रित किया जाने लगा। हालांकि, शुरूआत में तो यह सबकुछ ठीक रहा, लेकिन अब इस चीज से मेरे पति को दिक्कत होने लगी है। वह मेरी सफलता से बहुत परेशान हो जाते हैं।

Expert का जवाब
गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक डॉ चांदनी तुगनैत कहती हैं कि मैं समझ सकती हूं कि यह पूरी स्थिति आपके लिए कितनी परेशान करने वाली हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपका काम अब आपकी शादी पर असर डाल रहा है। जैसा कि आपने बताया कि आप अपनी बेटी और पति को पूरा समय देती हैं, लेकिन इसके बाद भी आपके पार्टनर आपको दोषी ठहराते रहते हैं, तो सबसे पहले आप अपने जीवनसाथी के साथ मजबूत संबंध बनाए रखने के साथ व्यवसाय चलाने में संतुलन बनाने पर ध्यान दें।

मैं इस बात को मानती हूं कि दोनों चीजों में परफेक्ट होना बिल्कुल भी आसान नहीं है। लेकिन इसके बाद भी अपनी कोशिशें जारी रखें।

पति के साथ जुड़ना होगा


आपने यह भी बताया कि आपके पति बहुत ज्यादा सपोर्ट करने वाले इंसान हैं, लेकिन इनदिनों वह आपकी सफलता से बिल्कुल भी खुश नहीं है। आपकी बातों से मुझे ऐसा लगता है कि वह अब अकेला महसूस कर रहे हैं। शायद ऐसा इसलिए क्योंकि आपका व्यवसाय बढ़ रहा है, जिसकी वजह से चीजें पहले के मुकाबले थोड़ी सी बदल गई हैं।

ऐसे में मैं आपको यही सलाह देना चाहती हूं कि अपने पति के साथ पहले की तरह बातचीत करना शुरू करें। अपनी व्यक्तिगत गतिविधियों में उन्हें भी शामिल करें। यही नहीं, आप दोनों मिलकर एक शेड्यूल भी बना लें, जिन्हें आप वीकेंड के दिन पूरा कर सकते हैं। एक और चीज अपनी बेटी के लिए भी कुछ समय निकालना सुनिश्चित करें, भले ही वह हर हफ्ते बस कुछ घंटे ही क्यों न हो।

उन्हें बताएं कि वो कितने खास हैं


इस बात में कोई दोराय नहीं कि व्यवसाय में सफल होने के लिए एक मजबूत समर्थन प्रणाली का होना बहुत आवश्यक है। लेकिन इस दौरान इंसान को व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में संतुलन बनाए रखना भी आना चाहिए। जितना संभव हो सके अपने पति को आप अपने व्यवसाय में शामिल करने का प्रयास करें। आपका यह कदम एक तो उन्हें अलग-थलग महसूस करने से रोकने में मदद करेगा। वहीं यह भी सुनिश्चित करेगा कि आपका परिवार अभी आपकी पहली प्राथमिकता है।

आपकी बातों को सुनने के बाद मैं केवल आपको यही सलाह देना चाहती हूं कि रिश्ते में दोनों भागीदारों के लिए अपनी जरूरतों और चिंताओं को एक-दूसरे के साथ बाटना बहुत ज्यादा जरूरी है। यदि आपका पति उपेक्षित या चिड़चिड़ा महसूस कर रहे हैं, तो उनसे बात करें। उन्हें इस बात का एहसास दिलाएं कि वह आपके लिए कितने स्पेशल हैं।