हरियाणा में अब अधिकारियों का बढ़ेगा काम, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

हरियाणा (Haryana) में अब गांवों की तस्वीर बदलने वाली है। राज्य सरकार ने की ग्राम संरक्षक कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके तहत ग्राम संरक्षक बनेंगे अधिकारी। गांव और वार्ड स्तर की समस्याओं का कराएंगे समाधान। ग्राम संरक्षक बनकर अधिकारी गांव को गोद लेकर करवा सकते है विकास कार्य।
 

सरकारी अधिकारी गांवों को गोद लेंगे। वे आगे आकर गांव या वार्ड स्तर पर समस्याओं का समाधान कराएंगे। प्रथम श्रेणी स्तर के अधिकारी एक-एक गांव गोद लेंगे। जिले में डीसी सहित कई अधिकारी इसके लिए आगे भी आए हैं। जिला स्तर पर ग्राम संरक्षक कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की गई है।

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गांवाें में विकास के लिए पहले सांसद और फिर विधायकों ने गांवों को गोद लिया था। सरकार ने पिछले दिनों प्रथम श्रेणी अधिकारियों को गांव गोद लेने का फैसला लिया था। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में अधिकारी गांवों को गोद लेने के लिए आगे आने लगे हैं। प्रथम श्रेणी स्तर के अधिकारी को एक-एक गांव का चयन कर उनका संरक्षक बनना है। अपनी ड्यूटी के अलावा देश व समाज के विकास को लेकर काम करना है। ग्राम संरक्षकों से संवाद का मकसद भी यही है।

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अधिकारियों को कराना होगा रजिस्ट्रेशन

अधिकारियों को इंटराएचआरवाइडाटजीओवीडज्ञटइन पर स्वयं को रजिस्टर्ड करना होगा। इसके साथ अपने गांवों का चयन करना है। यह कार्य ड्यूटी के समय को छोड़कर अन्य समय में करना है। इसके साथ प्रदेश सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की भावना के साथ काम कर रही है।

इन सात साल में शिक्षा, रोजगार, कौशल विकास, कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ एक जिला-एक प्रोडक्ट विकसित करने की दिशा में काम किया है। इसके अलावा पेंशन योजना, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, स्वामित्व योजना, हर घर नल से जल, परिवार पहचान पत्र, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना शामिल हैं।


ग्राम संरक्षक कड़ी का करेंगे काम

गांवों में काफी लोगों को आज भी सरकार की योजनाओं की पूरी जानकारी नहीं है। ऐसे में वे योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते। ग्राम संरक्षक अधिकारी ग्रामीणों, स्थानीय नेताओं, ग्राम स्तर पर कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों से संपर्क कर गांवों की समस्याओं का समाधान करने में सहयोग करेंगे। वे ग्रामीणों के साथ विकास की योजनाएं भी बना सकते हैं।


समाज के प्रति अपने दायित्व को समझे

डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि एक अधिकारी के रूप में सबका दायित्व है कि वह समाज के प्रति अपने दायित्व को समझें और उसकी भलाई के लिए कार्य करें। जिला स्तर पर ग्राम संरक्षक कार्यक्रम के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गई है। नोडल अधिकारी समय-समय पर सभी गतिविधियों की समीक्षा करेंगे। वे समस्याओं का समाधान करेंगे। ग्राम संरक्षक के सुझावों को संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजेंगे।