Relationship Tips - शादी के बाद लड़की का बदल जाता है जीवन, आते है ये 7 मोड़

वैसे तो शादी के बाद एक लड़के और लड़की दोनों के जीवन में काफी बदलाव आते हैं. लेकिन एक लड़की के जीवन पर एक लड़के की तुलना में कहीं ज्यादा फर्क पड़ता है. आज हम आपको बताते है कि कैसे एक लड़की की जिंदगी शादी के बाद बदल जाती है।  
 

HR Breaking News, Digital Desk- शादी जीवन का बहुत बड़ा फैसला होता है. इसमें एक व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ अपनी पूरी जिंदगी को शेयर करता है. वैसे तो शादी के बाद एक लड़के और लड़की दोनों के जीवन में काफी बदलाव आते हैं. लेकिन एक लड़की के जीवन पर एक लड़के की तुलना में कहीं ज्यादा फर्क पड़ता है.

शादी के बाद एक लड़की सिर्फ बेटी या बहन नहीं होती, बल्कि एक पत्नी, बहू, मां और एक गृहणी भी होती है. एक लड़की बड़ी किसी और घर में होती है और शादी के बाद वो सब कुछ जिसे वो अपना मानती थी, उसे छोड़ना पड़ता है और अपने पति के साथ जाकर एक नया घर बसाना होता है.


कई बार तो उसे अपना शहर तक छोड़ना पड़ता है. कुल मिलाकर शादी के बाद एक लड़की की जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है. एक रात में उसकी प्राथमिकताएं और रुटीन सब बदल जाता है. अपने मायके में बेफिक्र रहने वाली लड़की ससुराल में पहुंचकर अचानक से ढेरों जिम्मेदारियां अपने कंधों पर लेकर उसे निभाती है. आइए आपको बताते हैं कि शादी एक लड़की के जीवन में आने वाले 7 ऐसे बदलावों के बारे में जो उसके पूरे जीवन, उसके रिश्तों और अन्य चीजों पर अपना गहरा असर छोड़ते हैं.

1. कहीं ज्यादा जिम्मेदार और विश्वसनीय-


शादी के बाद एक महिला की जवाबदेही उसके पति और ससुराल वालों दोनों के लिए होती है. वो पहले की तरह घूम फिर सकती है, न दोस्तों के साथ लेट नाइट पार्टी कर सकती है. इस तरह की जिम्मेदारियों के लिए उसे पहले से तैयार किया जाता है, इसलिए शादी के बाद वो इस बदलाव को आसानी से स्वीकार कर लेती है और कोई शिकायत नहीं करती. यही वजह है शादी के बाद अक्सर लड़कियां खुद ब खुद पहले से कहीं ज्यादा जिम्मेदार और विश्वसनीय बन जाती हैं.

2. कॅरियर सेकेंड्री बन जाता है-


शादी से पहले एक लड़की अपने कॅरियर को बनाने के लिए चाहे कितनी ही मेहनत कर ले, लेकिन शादी के बाद उसकी प्राथमिकता अपनेआप बदल जाती है. नई जगह में नए लोगों के साथ तालमेल बैठाने, घर को मैनेज करने और ससुराल वालों की अपेक्षाओं को पूरा करने में उसका कॅरियर पीछे छूट जाता है. वहीं एक मां बनने के बाद तो एक महिला का जीवन पूरी तरह से बदल जाता है.

3. फैसले लेने के तरीके में बदलाव-


शादी से पहले कोई भी फैसला लेना काफी सरल होता है. किन दोस्तों के साथ घूमना है, कब काम करना है, कब आराम करना है और कब टीवी देखना है वगैरह-वगैरह. लेकिन शादी के बाद महिला को फैसला लेने से पहले पति और ससुराल वालों की पसंदगी के बारे में सोचना पड़ता है. इसलिए महिलाएं ज्यादातर निर्णय पति और ससुराल वालों की सहमति से लेती हैं.

4. कहीं ज्यादा धैर्यवान हो जाती है-


शादी से पहले एक लड़की अपने परिवार वालों से किसी भी बात पर गुस्सा हो सकती है, मन न हो तो काम करने से मना कर सकती है, लेकिन शादी के बाद ससुराल पक्ष के साथ उसका ये व्यवहार नहीं चल पाता क्योंकि उस पर पूरे परिवार को बांधकर रखने की जिम्मेदारी होती है. इसलिए शादी के बाद ज्यादातर लड़कियां पहले से कहीं धैर्यवान और समझदार हो जाती हैं.

5. व्यक्तिगत समय नहीं बचता-


शादी के बाद लड़की का सामाजिक दायरा अचानक से दोगुना हो जाता है. यदि महिला वर्किंग है तो उसका समय नौकरी और परिवार को मैनेज करने के बीच उलझकर रह जाता है और अगर वर्किंग नहीं है, तो पति, ससुराल वालों, रिश्तेदारों व अन्य कामों में व्यस्तता बढ़ जाती है. वहीं बच्चे होने के बाद तो मानो वो अपने खुद के समय के बारे में सोच ही नहीं सकती.

6. शब्दों को सोच समझकर बोलने की समझ-


शादी से पहले एक लड़की किसी से भी बेझिझक कुछ भी कह सकती है, खुलकर चर्चा कर सकती है, अपनी राय दे सकती है, यहां तक कि जिस पर यकीन करती है, उससे बहस भी कर सकती है. क्योंकि वो उस घर में पली-बढ़ी है और लोग उसे अंदर और बाहर दोनों तरह से जानते हैं, लेकिन शादी के बाद नए परिवार के साथ उस स्तर का खुलापन या आराम नहीं होता है. एक लड़की को कुछ भी बोलने से पहले अपने शब्दों और बॉडी लैंग्वेज को तौलना होता है.

7. ड्रेसिंग स्टाइल बदल जाता है-


शादी के बाद एक महिला को ज्यादातर अपने ससुराल के पहनावे को अपनाना पड़ता है. वो अपनी पसंद के कपड़े नहीं पहन सकती. अगर ससुराल के लोग रूढ़िवादी हैं तो हो सकता है कि उसे स्कर्ट, पैंट या जींस के अपने प्यार को त्यागना पड़े. हालांकि लव मैरिज में कई बार कुछ हद तक चीजें बदल जाती हैं.