SONALI PHOGAT- स्टारडम से राजनीति तक, ऐसा रहा सफर सोनाली फौगाट का

 राजनीति का एक चेहरा आज गुमनाम हो गया। एक ऐसा चेहरा जिसने राजनिति में आने से पहले टिकटॉक पर रिल्स बनाकर हमरा मनोरंजन किया। मशहूर शो बिग बॉस के 14वें सीजन में भी सोनाली फोगाट नजर आई थीं जिन्होंने अपनी वाइल्ड कार्ड से एंट्री और बोलने के बेबाक अंदाज से अपने फैंस का दिल जीता। आइए एक नजर डालते है उनके सफर पर।   
 


 HR Breaking News, Digital Desk-

हरियाणा की बीजेपी नेता सोनाली फोगाट का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है. सोनाली फोगाट भले ही टिकटॉक स्टार के रूप में चर्चित रही हों, लेकिन सियासी तौर पर भी काफी सक्रिय रही हैं. बीजेपी में एक कार्यकर्ता के तौर पर अपना सफर शुरू किया और 2019 में कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ चुनाव लड़ा और पार्टी की महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का जिम्मा संभाला. 
हरियाणा की बीजेपी नेता सोनाली फोगाट का मंगलवार को गोवा में निधन हो गया. फोगाट 42 साल की थीं और अपने स्टाफ के साथ गोवा गई थीं, जहां उन्हें देर रात दिल का दौरा पड़ा था.

किसान परिवार में जन्मी सोनाली फोगाट ने दूरदर्शन में एंकर के रूप में अपने करियर की शुरूआत की और उसके बाद बीजेपी के साथ सियासी पारी का आगाज किया. 2019 के चुनाव में प्रदेश के दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ मैदान में उतरी थीं और उपचुनाव में भी लड़ने की तैयारी में थीं. ऐसे में बताते हैं कि सोनाली फोगाट का टिकटॉक स्‍टार से बीजेपी का तक सफर कैसा रहा? 


सोनाली फोगाट का सियासी सफर-

बीजेपी नेता सोनाली फोगाट का जन्‍म 21 सितंबर 1979 को हरियाणा के फतेहाबाद में हुआ. सोनाली एक किसान परिवार से आती थीं.   उनके परिवार में तीन बहनें और एक भाई थे. उनकी बहन के देवर संजय से ही सोनाली की शादी हुई थी.

सोनाली की एक बेटी भी है, जिसका नाम यशोदरा फोगाट है. सोनाली ने 2006 में अपने करियर की शुरुआत हिसार दूरदर्शन में एंकरिंग से की थी, लेकिन दो साल बाद 2008 में बीजेपी का दामन थामकर सियासत में कदम रख दिया. इसके बाद से लगातार सक्रिय रहीं. 

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कुलदीप बिश्वनोई के खिलाफ लड़ा चुनाव-

सोनाली फोगाट सियासी रूप से हरियाणा में एक्टिव रही हैं. साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हिसार जिले के आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई के खिलाफ उन्हें टिकट दिया था. सोनाली फोगाट ने बड़ी दमदारी के साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन बिश्नोई परिवार का मजबूत गढ़ होने के चलते वो चुनाव में हार गई थीं. कुलदीप बिश्नोई ने 29 हजार 471 वोट से ज्यादा वोट हासिल किए थे. इसके बाद भी लगातार आदमपुर क्षेत्र और बीजेपी में सक्रिय रहीं. 


बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष-

सोनाली फोगाट ने बीजेपी के एक आम कार्यकर्ता के तौर पर अपना सियासी सफर शुरू किया था, लेकिन वक्त के साथ वो आगे बढ़ती गई। पहले हरियाणा में पार्टी संगठन में जिम्मेदारी संभाली और फिर उसके बाद बीजेपी महिला मोर्चे की राष्ट्रीय कमेटी के उपाध्यक्ष पद पर रहीं. इसके अलावा पंचायत  चुनाव के दौरान उन्होंने अपने कई करीबी नेताओं को चुनाव लड़ाया था और उन्हें जिताने में सफल रही थी. 


कुलदीप बिश्नोई बनाम सोनाली फोगाट-

वहीं, पिछले दिनों कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा तो सोनाली फोगाट ने इसका विरोध किया था और कहा कि आदमपुर सीट से वो उपचुनाव मैदान में उतरेंगी. सोनाली और कुलदीप बिश्नोई राजनीतिक विरोधी थे. ऐसे में हाल ही में दोनों की मुलाकात हुई थी और माना जा रहा था कि आपसी गिले-शिकवे दूर करने के लिए मिले हैं. ये मुलाकात सोनाली के घर पर ही हुई थी. 


विवादों से रहा फोगाट का नाता-

सोनाली फोगाट ने विधानसभा चुनाव लड़कर राजनीति में इतनी चर्चा नहीं बटोरी थीं, जितना विवादों से वो चर्चा में रहीं. सोशल मीडिया पर जून, 2020 में एक वीडियो खूब वायरल हुआ था. वीडियो में सोनाली फोगाट गल्ला मंडी में एक अध‍िकारी को चप्‍पल से मारती हुई नजर आईं थीं. इस पर खूब बवाल मचा था, जिसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था.  


साल 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान सोनाली अपने एक भाषण के कारण भी व‍िवादों में रही थीं. उन्‍होंने हिसार के एक गांव में रैली के दौरान लोगों से 'भारत माता की जय' के नारे लगाने को कहा था. सोनाली ने इस दौरान कहा कि जो लोग नारे नहीं लगा रहे हैं, वह निश्‍चय ही पाकिस्‍तान से हैं. हालांकि, बाद में सोनाली फोगाट ने अपने इस विवादित भाषण पर माफी भी मांगी थी. सोनाली फोगाट ने बीते साल अपनी बहन और बहनोई के खिलाफ पुलिस में मारपीट मामले को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी.