Tata Group - सिर्फ 10 हजार रुपए में बन सकते है टाटा ग्रुप के पार्टनर, हर महीने होगी हजारों की कमाई
अगर आप किसी नौकरी या कारोबार शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए फायदे का सौदा साबित होगी। दरअसल अब आप सिर्फ 10 हजार रुपए में टाटा ग्रुप के पार्टनर बन सकते है। जिसके चलते आपकी हर महीने हजारों में कमाई होगी।
HR Breaking News, Digital Desk- यदि आप नौकरी या कारोबार शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपके लिए एक बेहतर ऑफर लाए हैं। आप टाटा ग्रुप के लिए खास ऑफर लेकर आया है। टाटा ग्रुप की ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी 1MG ने सेहत के साथ (Sehat ke Sathi) नाम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया है।
1MG पूरे देश में अपना विस्तार शुरू कर रहा है। इसके लिए ही कंपनी ने यह कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत आप कंपनी के पार्टनर बन सकते हैं।
इसमें आपको कंपनी की फ्रेंचाइजी मिलेगी और अपने क्षेत्र में काम करना होगा। दरअसल, यह एक लीड जेनरेशन प्रोग्राम है। इसके तहत आपको एक एरिया दिया जाएगा। आपको उस एरिया में 1MG के लिए ग्राहक जोड़ने होंगे। इन ग्राहकों से 1MG को होने वाली कमाई से आपको कमीशन दिया जाएगा। यानी आप जितने ज्यादा ग्राहक जोड़ेंगे, उतना ज्यादा ही आपको कमीशन मिलेगा।
10 हजार रुपए का करना होगा निवेश-
1MG की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 10 हजार रुपए का निवेश करना होगा। खास बात यह है कि इस कार्यक्रम के तहत पार्टनर बनने या फ्रेंचाइजी लेने के लिए फार्मेसी की डिग्री की आवश्यकता नहीं है। 10 हजार रुपए की राशि के बदले कंपनी आपको 1 ब्लड प्रेशर चेक करने की मशीन, 1 शुगर चेक करने की मशीन और 500 विजिटिंग कार्ड दिए जाएंगे।
कैसे बन सकते हैं पार्टनर-
यदि आप 1MG का पार्टनर बनना है तो आपको कंपनी की वेबसाइट 1mg.com/sehatkesathi पर जाना होगा। यहां पर आपको लीड जेनरेशन पार्टनर लिखा दिखाई देगी। इसी के नीचे CLICK HERE लिखा होगा। इस पर क्लिक करने से एक नया गूगल डॉक्यूमेंट में अपनी जानकारी भरकर सबमिट करनी होगी। इसके अलावा आप team@1mg.com पर ई-मेल भी कर सकते हैं। इसके बाद कंपनी के प्रतिनिधि आपसे संपर्क करके आपकी मदद करेंगे।
2023 तक 17 हजार करोड़ रुपए का होगा ई-फार्मेसी बाजार-
भविष्य में ऑनलाइन फार्मेसी एक अच्छा सेक्टर साबित हो सकता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का ई-फार्मेसी कारोबार तेजी से ग्रोथ कर रहा है और 2023 तक यह 2.7 अरब डॉलर करीब 17 हजार करोड़ रुपए का हो सकता है। फिलहाल देश में ई-फार्मेसी कारोबार 360 मिलियन डॉलर करीब 2500 करोड़ रुपए का है।
2015 में हुई थी 1MG की स्थापना-
ऑनलाइन फार्मेसी की स्थापना 2015 में प्रशांत टंडन और गौरव अग्रवाल ने मिलकर की थी। बाद में टाटा ग्रुप ने इसमें बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली थी। इसके बाद इसका नाम बदलकर TATA 1MG हो गया है। अभी 1MG ऑनलाइन डॉक्टर, ऑनलाइन दवा, लैब टेस्ट, ब्लड टेस्ट जैसी सेवाएं उपलब्ध कराता है। इसके अलावा सब्सक्रिप्शन भी देता है। इसमें ग्राहकों को दवाओं और अन्य सेवाओं पर 25% तक की छूट मिलती है। साथ ही सब्सक्राइबर्स को फ्री शिपिंग और सेम-डे डिलिवरी जैसी सुविधाएं मिलती हैं।