अगले महीने शुरू हो जाएगा हरियाणा के ये हाईवे, नौ जिलों को होगा फायदा

Highway in haryana :  वाहन चालकों के लिए खुशखबरी है। हरियाणा के ये हाईवे अब शुरू होने जा रहा है। इस हाईवे से अब आधे समय में दूरी तय होगी। 

 

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  अम्बाला-कोटपुतली कॉरिडोर (Ambala-Kotputli Corridor) तीन राज्यों में उद्योग के सामान व यात्री यातायात के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। प्रमुख शहरों में भीड़ कम करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (Green Field Expressway) की योजना बनाई गई है। एक्सप्रेस-वे चंडीगढ़, अम्बाला व जयपुर के बीच की दूरी व यात्रा के समय को भी कम करेगा, क्योंकि यह दिल्ली को छोड़कर एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। 

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इस नए एक्सप्रेस-वे 152-डी को ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (green field corridor) का नाम भी दिया गया है। इसकी कुल लम्बाई 227 KM है। यह दक्षिण हरियाणा को सीधे उत्तर हरियाणा (North Haryana) से जोड़ेगा। प्रदेश के आठ जिलों से होकर गुजरने वाले इस ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (green field corridor) का सफर भी अत्यधिक आरामदायक रहेगा। नेशनल हाईवे का 90 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। 


इस हाईवे (highway) के शुरू होने के बाद नारनौल से चंडीगढ़ तक का सफर सात की बजाय पांच घंटे में पूरा होगा। इसके लिए सिर्फ चार महीने का ओर इंतजार करना होगा। केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट (Bharat Mala Project) के तहत बनने वाला एक्सप्रेस-वे अगस्त तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस ग्रीन कॉरिडोर की घोषणा 2018 में की गई थी। 


इसके लिए 1826 एकड़ जमीन का अधिग्रहण (acquisition of land) किया गया। जिस पर 529 करोड़ रुपये की लागत आई। 14 जुलाई 2020 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसका शिलान्यास किया था। कॉरिडोर (corridor) का निर्माण 2021 के अंत तक होना था, लेकिन भिवानी जिले के गांव खातीवास क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण (land acquisition) को लेकर बने विवाद व कोरोना के कारण इसमें देरी हुई। जिसके चलते बाद में इसको पूरा करने की डेडलाइन फरवरी 2022 रखी गई, लेकिन नवंबर व दिसंबर में एनजीटी की बंदिशों व कुछ अन्य विवादों के चलते यह माना जा रहा है कि यह कॉरिडोर जून-जुलाई में कार्य पूरा होने व अगस्त में शुरू होने की पूरी उम्मीद है। 

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इन राज्यों को भी होगा फायदा


अम्बाला-कोटपुतली कॉरिडोर (Ambala-Kotputli Corridor) तीन राज्यों में उद्योग के सामान व यात्री यातायात के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। 


प्रमुख शहरों में भीड़ कम करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (Green Field Expressway) की योजना बनाई गई है। एक्सप्रेस-वे चंडीगढ़ (Expressway Chandigarh), अम्बाला व जयपुर (Ambala and Jaipur) के बीच की दूरी व यात्रा के समय को भी कम करेगा, क्योंकि यह दिल्ली को छोड़कर एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। 


भिवानी व कलानौर (Bhiwani and Kalanaur) क्षेत्र के लोग इस कॉरिडोर को महम अथवा खैरड़ी मोड़ से पकड़ सकते हैं। एनएचएआई के अधिकारियों व निर्माण कर रही कम्पनी के तकनीकी अधिकारी संजय कुमार के अनुसार इस एक्सप्रेस-वे पर गतिसीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखी जाएगी। खैरड़ी मोड़ से इस्माइलाबाद तक का सफर महज सवा घंटे में पूरा हो जाएगा। 

हाईवे के दोनों तरफ होगी हरियाली 


152-डी (National Highway) न केवल बेहतरीन सफर की अनुभूति कराएगा बल्कि हाईवे के दोनों तरफ बिखरी हरियाली आपके सफर को आसानदायक बना देगी। बागड़ की धरती समझे जाने वाले महेंद्रगढ़ (Mahendragarh) में भी बदलाव की बयार आएगी। ग्रीन फील्ड कॉरिडोर नारनौल को अम्बाला के अलावा इंटर चेंज दिल्ली- कटड़ा एक्सप्रेस वे (Delhi - Katra Expressway) व दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से भी जुड़ेगा। ऐसे में क्षेत्र में आने वाले दिनों में रोजगार परक गतिविधियां भी तेज होगी और लोगों के जीवन स्तर में भी काफी फर्क पड़ेगा। कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद कस्बे से जैसे ही नेशनल हाईवे नंबर 152 पर कुछ दूर चलेंगे तो मार्ग से हिसार जाने की बजाय नारनौल की तरफमुड़ेगा जोकि 152-डी होगा।