Vande Bharat Express अब पहले से तेज दौड़ेगी वंदे भारत एक्सप्रेस, इस आधार पर हुआ डेवलपमेंट
HR Breaking News, नई दिल्ली, भारतीय रेलवे (Indian Railways) की शान वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) अब और तेज दौड़ेगी। रेलवे इसके नए संस्करण को उतारने की तैयारी में है। बताया जाता है कि वंदे भारत ट्रेन का एडवांस वर्जन (Vande Bharat Train Advance Version) तैयार कर लिया गया है। इसे आगामी 12 अगस्त को चेन्नई में इंटिग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) से परीक्षण के लिए रवाना किया जाएगा।
200 किलोमीटर तक हो सकती है रफ्तार
रेल मंत्रालय के अधिकारी बताते हैं कि इस नए सेमी हाई स्पीड (160-200 किलोमीटर प्रति घंटा) वंदे भारत का परीक्षण 15 अगस्त से पहले शुरू कर दिया जाएगा। उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चेन्नई से ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं। हालांकि, इसकी अभी पुष्टि होनी बाकी है। अभी तक जो देश के दो मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस चल रहे हैं, उनकी अधिकतम गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे है। रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि नए ट्रेन को नवंबर से एक विशेष मार्ग पर चलने की संभावना है
किन मार्ग पर होगा परीक्षण
वंदे भारत के नए संस्करण का परीक्षण राजस्थान के कोटा से मध्य प्रदेश के नागदा खंड तक किया जा सकता है। बताया जाता है कि ट्रेन की परीक्षण गति 100 से 180 किमी प्रति घंटा होगी। दो से तीन परीक्षणों में सफलता के बाद नयी वंदे भारत ट्रेन को वाणिज्यिक संचालन के लिए मंजूरी दी जा सकती है। रेलवे ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के अनुरूप 15 अगस्त, 2023 तक वंदे भारत की 75 ट्रेनें पटरियों पर दौड़ना शुरू कर देंगी
हर महीने छह से सात ट्रेनें बनेंगी
चेन्नई स्थित रेलवे की फैक्ट्री आईसीएफ में हर महीने छह से सात वंदे भारत रैक (Train Rack) बनाने की क्षमता है। इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। कोशिश है कि वहां हर महीने 10 वंदे भारत ट्रेनों का प्रोडक्शन हो। इसके अलावा वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण कपूरथला में रेल कोच फैक्ट्री और रायबरेली में मॉडर्न कोच फैक्ट्री में भी किया जाएगा।
सुरक्षा और आराम पहले से बेहतर
रेल अधिकारी का दावा है कि नई वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों के लिए सुरक्षा और आरामदायक सुविधाओं समेत कई पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। उल्लेखनीय है कि देश का पहला वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाया गया था। इसके बाद नई दिल्ली से कटड़ा के बीच भी एक वंदे भारत ट्रेन चलाई गई थी।