Weather Update - देश के इन राज्यों में हो रही मूसलाधार बारिश, स्कूल, कॉलेज सहित सब कुछ बंद

देश के इन राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसके तहत कॉलेज सहित सब कुछ बंद कर दिया गया है। आइए नीचे खबर में जानते है मौसम विभाग के अनुमान अनुसार अगले चार दिन का मौसम। 

 

HR Breaking News, Digital Desk- चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ का तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के कई इलाकों में असर देखने को मिल रहा है. तमिलनाडु के कई जिलों में आंधी-तूफान और तेज बारिश हो रही है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, चक्रवात मैंडूस तट को पार कर गया है. यह उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में 55-65 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलेंगी, जो शाम तक 30-40 किमी प्रति घंटे तक कम हो जाएंगी.

तूफान से कई पेड़ गिरे-

ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है. 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिरे. निचले क्षेत्रों में पानी के ठहराव को दूर करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है.  तूफान के चलते चेन्नई में भारी बारिश हुई, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, मंडूस चक्रवात का विकराल रूप देखने को मिलेगा, हालांकि इसके बाद वो कमजोर भी पड़ जाएगा.

भारी बारिश का अलर्ट जारी-

आज यानी 11 दिसंबर को मौसम विभाग ने उत्तरी तमिलनाडु और रायलसीमा और दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. साथ ही तेज बारिश होने की आशंका जताई है. मौसम विभाग ने तूफान के मद्देनजर कई इलाकों में पहले से ही रेड अलर्ट जारी किया है. तूफान की तबाही के बीच चेन्नई में सुरक्षा और बचाव कार्यों के लिए करीब 16 हजार पुलिसकर्मी और 15 सौ होमगार्ड को तैनात किया गया है. इसके साथ ही तमिलनाडु आपदा मोचन बल के 40 सदस्यों सहित जिला आपदा मोचन बल की टीम के 12 सदस्यों को स्टैंडबाई पर रखा गया है. ‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था.


 कमजोर होगा तूफान-

मौसम विभाग के मुताबिक, लैंडफॉल के बाद यह चक्रवाती तूफान मैंडूस कमजोर हो जाएगा. इससे पहले शुक्रवार को यह प्रचंड चक्रवाती तूफान से चक्रवाती तूफान के रूप में कमजोर पड़ गया था. चक्रवात के लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू होते ही चेन्नई में कुछ जगहों पर तेज आंधी और भारी बारिश का दौर शुरू हो गया. चेन्नई के पत्तिनापक्कम में तेज बारिश हुई और आंधी चली.