UP में बनेगा नया स्मार्ट शहर, 94 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण, 2029 तक हो जाएगा विकसित

UP New City : उत्तर प्रदेश में लगातार नई नई परियोजनाएं लाई जा रही हैं। इसमें एक्सप्रेस वे, नई रेल लाइन, नई टाउनशिप और अब नए शहर भी बसाए जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से लोगों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए ये नई-नई परियोजनाएं लेकर आई जा रही हैं। इसी कड़ी में एक और परियोजना आई है, जिसके तहत उत्तर प्रदेश में एक नया स्मार्ट शहर बसाया जाएगा। यह शहर बसाने के लिए 94 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा और 2029 तक इस शहर को विकसित किया जाएगा। 

 

HR Breaking News (UP me new City) उत्तर प्रदेश लगातार प्रगति के पथ पर चल रहा है। इसी कड़ी में योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से एक और नया शहर बसाने को लेकर काम शुरू कर दिया गया है।

 

यह स्मार्ट सिटी उत्तर प्रदेश (Smart City UP) को और भी स्मार्ट बनाएगी। उत्तर प्रदेश में नया शहर बसाए जाने से लोगों को काफी लाभ मिलेगा।

 

12 हजार हेक्टेयर में बनेगा अर्बन सेंटर


यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) का यह अर्बन सेंटर 12 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा। जेवर से कुबेरपुर तक 12 हजार हेक्टेयर में नया आगरा अर्बन सेंटर बसेगा।

इस शहर में थीम पार्क, होटल, उद्योग, रिहायशी कॉलोनियां और खेल परिसर बसाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश की यह परियोजना 2041 तक पूरी हो जाएगी। 

पूरी तरह से बदल जाएगी तस्वीर 


यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) से लगते क्षेत्रों की तस्वीर आने वाले टाइम में पूरी तरह से बदल जाएगी। जेवर से कुबेरपुर तक यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ न्यू आगरा अर्बन सेंटर बसाया जाएगा।

यह शहर अत्याधुनिकता और सुविधाओं से लैस होगा। इस शहर में थीम पार्क, बड़े होटल, कन्वेंशन सेंटर, खेल परिसर, औद्योगिक क्षेत्र और रिहायशी कॉलोनियों का विकास होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ ने इस मास्टरप्लान को लेकर स्टेकहोल्डर्स की बैठक में इस प्रोजेक्ट को प्रस्तुत किया है।

2029 तक पूरा होगा पहला चरण


अर्बन सेंटर (New Agra Urban Center) के मास्टर प्लान का पहला चरण 2025 शुरू होकर 2029 में पूरा हो जाएगा। यीडा सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार यह शहर 12 हजार हेक्टेयर में बनेगा। इसका 25 प्रतिशत हिस्सा औद्योगिक विकास (Industrial Development) के लिए आरक्षित किया जाएगा।

इस शहर में प्रदूषणरहित उद्योगों और पर्यटन से जुड़े व्यवसायों को भी बढ़ाया जाएगा। शहर के अंदर 2 हजार हेक्टेयर भूमि उद्योगों व 1 हजार हेक्टेयर भूमि पर्यटन गतिविधियों के लिए रखी गई है। नए शहर में करीब 14 लाख लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी। शहर चार चरणों में तैयार होगा।  

इस साल तक पूरा हो जाएगा शहर के विकास का लक्ष्य


मास्टर प्लान (Master Plan) के अनुसार पूरे शहर का विकास 2041 तक हो जाएगा। शहर में पानी की आपूर्ति यमुना नदी (Yamuna) व लोअर गंगा कैनाल से होगी।

बैठक के अंदर जेवर में लेदर पार्क के लिए 100 एकड़ भूमि देने का सुझाव दिया है। दूसरी तरफ वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन की ओर से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।

15 दिनों में मांगे सुझाव


टीटीजेड क्षेत्र में उद्योगों पर जो प्रतिबंध हैं, वे जल्द ही समाप्त होने की संभावना जताई जा रही है। सरकार की ओर से कोर्ट (UP Govt) में इसकी पैरवी की जा रही है। यीडा के सीईओ की ओर से स्टेकहोल्डर्स से 15 दिनों के अंदर अपने सुझाव व आपत्तियां देने को कहा है। सुझावों के आधार पर अर्बन सिटी योजना को अंतिम रूप देने की योजना है। 


रोजगार के नए अवसर होंगे पैदा


नया शहर औद्योगिक क्षेत्र (New City in UP) से ही शुरू होगा। यहां उद्योग आने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। 14.6 लाख लोगों के लिए रिहायशी सुविधाएं और करीब 8.5 लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर तैयार किए जाएंगे। 

इस प्रकार चलेगी प्रक्रिया


गांव का विकास (Village Development) करने की प्रक्रिया काफी लंबी चलेगी। शुरू में 36 गांवों के लिए विकास कार्य किए जाएंगे। बाद में 58 गांवों की 9500 हेक्टेयर भूमि पर परियोजना को अमल में लाया जाएगा। इसके बाद शहर का विस्तार होगा। प्रस्तावित योजना के अनुसार व्यापारिक, आवासीय, औद्योगिक, हरित क्षेत्र और अत्याधुनिक परिवहन की सुविधाएं भी यहां उपलब्ध कराई जाएंगी।