Delhi Metro : इस साल शुरू हो जाएगी दिल्ली-एनसीआर की ये 3 मेट्रो लाइनें

Delhi Metro : नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन अपना दायरा बढ़ा रही है। ऐसे में एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि इस साल के अंत तक दिल्ली-एनसीआर की ये 3 मेट्रो लाइनें शुरू हो जाएगी... 

 

HR Breaking News, Digital Desk- नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन अपना दायरा बढ़ा रही है। 2023 में तीन नए लिंक लाइनों पर काम शुरू होने जा रहा है। इसमें सेक्टर-71 से ग्रेटरनोएडा नॉलेज पार्क-5 तक इसकी डीपीआर को सेंट्रल गवर्नमेंट से अप्रूवल मिलना है। इस विस्तार से करीब 5 लाख लोगों को फायदा होगा। इसके अलावा सेक्टर-142 से बोटेनिकल गार्डन और डिपो से बोडाकी तक विस्तार शामिल है। जिसे बोर्ड में पास किया गया। अब इस प्रस्ताव को शासन के पास भेजा जा रहा है।

सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो विस्तार-
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक मेट्रो रेल कॉरिडोर को पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) ने अप्रूव करते हुए केबिनेट को प्रपोजल भेज दिया है। वहां से डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद दोबारा से टेंडर जारी किए जाएंगे। इसके बाद निर्माण शुरू होगा।

इस योजना से करीब 5 लाख लोगों को फायदा होगा। एनएमआरसी की इस परियोजना के तहत कुल 14.958 किमी लंबी लाइन बनेगी। इसमें 09 स्टेशन होंगे। इसका बजट करीब 2197.49 करोड़ है। एनएमआरसी की ये लाइन ग्रेनो वेस्ट के लोगों के लिए लाइफ लाइन होगी।

सेक्टर-142 से बोटेनिकल गार्डन विस्तार-
11.5 किलोमीटर लंबी लाइन प्रस्तावित की गई थी। इसकी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) ने तैयार की है। डीपीआर में छह स्टेशन प्रस्तावित किए गए थे। इसमें सेक्टर-142, 91, 98, 97, 125 और बोटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन शामिल थे। लेकिन अंतिम विकल्प के तौर पर कुछ स्टेशनों में बदलाव कर दो विकल्प लोगों के समक्ष रखे गए।​

डिपो से बोड़ाकी स्टेशन तक मेट्रो विस्तार-
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड ने डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो रूट की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) पर मुहर लगा दी है। अब यह डीपीआर शासन के जरिए भारत सरकार को भेजी जाएगी। ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का बनना है। यहां पर रेल, मेट्रो अंतर्राज्यीय बस अड्डा व स्थानीय ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं विकसित होनी है।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीत एक्वा लाइन मेट्रो का आखिरी स्टेशन डिपो है। डीपीआर के मुताबिक डिपो से बोड़ाकी तक मेट्रो रूट की लंबाई करीब 2.6 किलोमीटर होगी। इसे बनाने में करीब 416 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह रूट भी एलिवेटेड होगा। शुरुआत में चार कोच वाली मेट्रो चलाई जाएगी।

अब जानते है साल में कैसे कमाया एनएमआरसी ने राजस्व-

- यहां हम राजस्व की बात करेंगे। एनएमआरसी सिर्फ मुसाफिरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने का काम नहीं कर रही बल्कि अन्य तरीकों से राजस्व अर्जित कर रही है। जिससे उसके ऑप्शनल खर्चे निकल रहे है। एनएमआरसी की मीडिया प्रवक्ता निशा वधावन ने बताया क इस साल पांच फिल्मों की शूटिंग एनएमआरसी ने अपने मेट्रो स्टेशनों पर की। जिससे 15 लाख का राजस्व हासिल किया गया। इसका दायरा बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।

- एनएमआरसी की बर्थडे पार्टी स्कीम के तहत 1.11 लाख का राजस्व हासिल किया। इस बार नौ पार्टियां ही हुई। इसको देखते हुए 2023 में मेट्रो अपना खुद का रेस्टोरेंट व म्यूजियम लेकर आ रहा है। ये रेस्टोरेंट सेक्टर-137 में खड़े कोच में खोला जाएगा। इसके लिए कंपनियों से आवेदन मांगे जा चुके है।


- सेक्टर-51, नॉलेज पार्क पांच और परी चौक पर बने कियोस्क से 25 लाख का राजस्व हासिल किया गया। एनएमआरसी के 29 किमी के रूट पर अन्य मेट्रो स्टेशनों पर भी कियोस्क की योजना लाई जा रही है। जिनका आवंटन 2023 में किया जाएगा। जिससे राजस्व बढ़ेगा। इसी तरह सेक्टर-51 में पार्किंग से सालाना 40 लाख रुपए राजस्व कमाया जा रहा है। अन्य स्टेशनों पर भी पार्किंग का प्राविधान किया जा रहा है।

- एनएमआरसी अपने स्टेशनों की को-ब्राडिंग कर रही है। इससे करीब 120 लाख रुपए का राजस्व और कॉमर्शियल स्पेस से 32 लाख रुपए का राजस्व हासिल किया। एनएमआरसी की प्रवक्ता ने बताया क इस साल औसतन राइडरशिप 30 हजार मुसाफिरों की रही। वहीं 28 दिसंबर को 41 हजार 922 मुसाफिरों ने सफर किया।