Enforcement Directorate : 400 करोड़ रुपये के घोटाले पर ED का बड़ा खुलासा

Enforcement Directorate : हाल ही में ईडी ने 400 करोड़ रुपये के घोटाले पर बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी ने इस मामले के सामने आने के बाद IREO और M3M ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की थी। 

 

HR Breaking News, Digital Desk- 400 करोड़ रुपये से ज्यादा के मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय ने रियल इस्टेट ग्रुप M3M के निदेशक बसंत बंसल को गिरफ्तार कर लिया है. जांच एजेंसी को M3M ग्रुप और IREO ग्रुप द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का पता चला है.

प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि गुरुग्राम स्थित रियल्टी समूह एम3एम के निदेशकों बसंत बंसल और पंकज बंसल को एक पूर्व न्यायाधीश और अन्य के खिलाफ कथित रिश्वत मामले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया है.

जांच एजेंसी ने इस मामले के सामने आने के बाद IREO और M3M ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी ने महंगी कारें, ज्वैलरी और कैश बरामद किया. इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बुधवार को हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया. वहीं, गिरफ्तारी के बाद बसंत बंसल और पंकज बंसल को पंचकूला में स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया है.

क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने बताया कि M3M ग्रुप ने शेल कंपनियों के जरिए IREO ग्रुप से 400 करोड़ रुपये हासिल किए और इस बड़ी रकम को डेवलपमेंट राइट के जरिए पेमेंट के तौर पर दिखाया, जबकि जमीन M3M समूह की थी और उसका मार्केट वैल्यू 4 करोड़ रुपये थी. इसके बाद कंपनी ने 10 करोड़ रुपये के पेमेंट के लिए जमीन को 5 शेल कंपनियों को बेच दिया.

गबन का यह सिलसिला यहीं नहीं रुका. इसके बाद शेल कंपनियों ने उसी जमीन के डेवलपमेंट्स राइट्स IREO ग्रुप को करीब 400 करोड़ रुपये में बेच दिए. ईडी ने कहा कि मामले की जांच में पता चला है कि शेल कंपनियां M3M ग्रुप द्वारा ऑपरेट की जा रही थीं. इन सभी शेल कंपनियों की ऑनरशिप और ऑपरेशन M3M ग्रुप द्वारा किया जा रहा था. जांच एजेंसी के अनुसार, बंसल ब्रदर्स ने निवेशकों और ग्राहकों से 400 करोड़ रुपये की हेराफेरी की.

M3M ग्रुप दिल्ली-एनसीआर में बड़े बिल्डर्स की लिस्ट में शामिल हैं. इस समूह के हरियाणा, चंडीगढ़ व पंजाब में भी कई रेसिडेंशियल और अन्य प्रोजेक्ट्स हैं. इस समूह के चेयरमैन रुप कुमार बंसल हैं. अब ईडी इस बात की जांच कर रही है कि इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं. इस मामले में ईडी द्वारा निवेशकों और खरीदारों का लगा पैसा भी रिकवर किया जाएगा.