Delhi-NCR में एक्सप्रेसवे का काम अधूरा, फ्लाइट एयरपोर्ट से उड़ान भरने को तैयार
Delhi-NCR - एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narender Modi) जल्द ही इसका उद्घाटन कर सकते हैं। उद्घाटन के लगभग 40 दिन बाद यहां से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है... इससे जुड़ी पूरी डिटेल जानने के लिए इस खबर को पूरा पढ़ लें-
HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi-NCR) नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जल्द ही उड़ान भरने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narender Modi) 30 अक्टूबर को इसका उद्घाटन कर सकते हैं। उद्घाटन के लगभग 40 दिन बाद यहां से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है।
हालांकि, फरीदाबाद को एयरपोर्ट (Airport) से जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण अभी शुरुआती चरण में है और इसका आधार भी तैयार नहीं हुआ है, जिससे कनेक्टिविटी को लेकर कुछ चिंताएं हैं।
पूरा बजट भी नहीं मिला-
यमुना नदी के ऊपर बनाए जाने वाले पुल के पिलर ही बन चुके हैं, लेकिन पुल बनाने का काम अधूरा पड़ा है। सोतई गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को अभी तक परियोजना के लिए किसानों ने भूमि भी नहीं दी है। कई गांवों में अभी तक मिट्टी भी डालनी भी शुरू नहीं हो पाई है। परियोजना के निर्माण में केंद्र सरकार से अभी तब पूरा बजट भी नहीं मिला है।
एक्सप्रेसवे का निर्माण सुस्त रफ्तार में-
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से औद्योगिक नगरी को जोड़ने के लिए 1660.50 करोड़ रुपये की लागत से इंफ्राटेक कंपनी 32 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (greenfield expressway) बना रही है। 23 किलोमीटर हरियाणा की सीमा के अंदर और नौ किलोमीटर उत्तर प्रदेश की सीमा में बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य 2023 में शुरू किया था और जून-2025 तक बनाकर तैयार करना था। एक्सप्रेसवे के निर्माण में अभी तक सबसे बड़ी बाधा केंद्र सरकार (central government) से बजट पूरा न मिला है। निर्माण करने वाली कंपनी को 692 करोड़ रुपये का बजट मिला है। यही कारण है कि अभी एक्सप्रेसवे के निर्माण धीमी गति से चल रहा है।
सोतई गांव में अभी किसानों ने नहीं दी भूमि-
सोतई गांव में किसानों की जाट पट्टी शामलात भूमि है। इस भूमि पर किसानों का कब्जा है और वह खेती कर रहे हैं। गांव की पंचायत को समाप्त करके सरकार ने नगर निगम में शामिल कर दिया है। इस भूमि के मुआवजे को लेकर किसान अपना हक जता रहे हैं और नगर निगम अपनी भूमि बता कर हक जता रहा है। यह मामला फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट इस भूमि का मालिक जिसे घोषित कर देगा, एनएचएआइ की तरफ से उसे मुआवजा दे दिया जाएगा। तब भूमि पर कब्जा मिलेगा और यहां पर परियोजना का एलिवेटेड निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इन गांवों में अभी तक नहीं डाली गई मिट्टी-
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (greenfiled expressway) के निर्माण में देरी फफूंदा, पन्हैड़ा खुर्द, गढ़खेडा, नरहावली गांवों में ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway in Narhavali Villages) के लिए खेतों में मिट्टी डालने का काम अधूरा है, और कई जगह तो यह शुरू भी नहीं हुआ है। इस काम को पूरा होने में चार से पांच महीने लगेंगे।
इसके अलावा, मोहना में इंटरचेंज (interchange) बनाने का काम भी चल रहा है, जिसे पूरा होने में एक वर्ष का समय लगेगा। केजीपी, मोहना रोड और गांवों के रास्तों के ऊपर बन रहे पुलों को मार्ग से जोड़ने के लिए मिट्टी डालने का काम भी अधूरा पड़ा है, जिससे एक्सप्रेसवे के निर्माण में विलंब हो रहा है।
एक बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकें-
"एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को ध्यान में रखते हुए सरकार को परियोजना का बजट जल्द से जल्द मंजूर करना चाहिए। ताकि यह समय पर बन कर तैयार हो जाए और औद्योगिक नगरी (Industrial city) फरीदाबाद, पलवल, नूंह के लोगों को एक बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके।"