Highways : स्टेट हाईवे कैसे बन जाता है नेशनल हाईवे, जानिये कौन सी शर्तें करनी होती है पूरी

देश की तरक्की में सड़कों का कितना बड़ा योगदान यह बात जगजाहिर है. किसी भी सामान को एक जगह से दूसरी पहुंचाने के लिए सड़क एक महत्वपूर्ण मार्ग होता है. इसलिए सड़कों को देश के विकास की रीढ़ भी माना जाता है. आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

 

HR Breaking News (नई दिल्ली)।  भारत में सड़क निर्माण बहुत तेज गति से इसीलिए किया जा रहा है ताकि आर्थिक गतिविधि को रफ्तार मिल सके. अभी देश में औसतन हर दिन 36 किलोमीटर से अधिक सड़क बन रही है. देश में एक्सप्रेसवे के अलावा 2 प्रमुख सड़के होती हैं. पहला नेशनल हाईवे और दूसरा स्टेट हाईवे.

 

 

आज हम आपको बताएंगे कि नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे क्या होते हैं. एक स्टेट हाईवे कब नेशनल हाईवे बन जाता है. साथ ही जानेंगे कि एक स्टेट हाईवे को किन परिस्थितियों में नेशनल हाईवे में बदल दिया जाता है.


क्या होते हैं स्टेट हाईवे?


राज्य राजमार्ग वे सड़कें हैं जो किसी राज्य की राजधानी को उसके जिला मुख्यालयों, प्रमुख शहरों और अन्य राजमार्गों से जोड़ती हैं. उदाहरण के लिए हरियाणा में करनाल – लाडवा – शाहाबाद मार्ग, मुरथल – सोनीपत – खरखौदा – सांपला – झज्जर – जहाजगढ़ – छुछकवास – दादरी – लोहारू मार्ग और गुरुग्राम – रेवाड़ी – नारनौल – सिंघाना मार्ग स्टेट हाईवे हैं.

क्या होते हैं नेशनल हाईवे?


राष्ट्रीय राजमार्ग या नेशनल हाईवे उन सड़कों को कहा जाता है जो राज्य की राजधानी और इंडस्ट्रियल शहरों को बंदरगाहों से जोड़ते हैं. यह सड़कें एक राज्य के प्रमुख शहरों को दूसरे राज्य के प्रमुख शहरों से भी जोड़ती हैं. भारत का सबसे लंबा राजमार्ग NH-44 है. इन पर गाड़ियों की स्पीड 80-100 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है.

स्टेट हाईवे कब बनता है नेशनल हाईवे?

  • कुछ तय शर्तें हैं जिन्हें पूरा करने पर एक स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे का दर्जा दे दिया जाता है.
  • राज्य की सड़कें जो पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान (एनएमपी) के अनुरूप हैं.
  • निकटवर्ती देशों, राष्ट्रीय राजधानियों को राज्य की राजधानियों से, प्रमुख बंदरगाहों, गैर-प्रमुख बंदरगाहों,
  • बड़े औद्योगिक केंद्रों या पर्यटन केंद्रों को परस्पर जोड़ने का काम करती हैं.
  • पहाड़ी एवं पृथक क्षेत्र में महत्वपूर्ण सामरिक आवश्यकता वाली सड़कें.
  • मुख्य सड़कें जो यात्रा की दूरी को काफी कम करने और पर्याप्त आर्थिक विकास हासिल करने में सक्षम बनाती हैं.
  • सड़कें जो पिछड़े क्षेत्र और पहाड़ी क्षेत्र के बड़े भूभाग को खोलने में मदद करती हैं.
  • 100 किमी की राष्ट्रीय राजमार्ग ग्रिड की उपलब्धि में योगदान देने वाली सड़कें.