longest expressway india : अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे का काम, 6 राज्यों को मिलेगा फायदा
world largest expressway : देश के हर राज्य, जिले और शहर को एक साथ जोड़ने के लिए सरकार एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। इस समय देश में अनेकों एक्सप्रेसवे का कार्य प्रगति पर है। हाल ही नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पता चला है कि अक्तूबर महीने तक देश के इस सबसे लंबे एक्सप्रेसवे (longest expressway india) का कार्य पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से 6 राज्यों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। चलिए जानते हैं यह एक्सप्रेसवे कहां से शुरू होगा और कहां खत्म होगा।
HR Breaking News - (Expressway News)। भारत देश के रोड नेटवर्क को मजबूत करने के लिए सरकार तेजी से सड़कों का जाल बिछा रही है। देश के हर कोने तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक्सप्रेसवे बनाने जा रहे हैं। सरकार के इस प्रायास की वजह से आज भारत में पहाड़ों से लेकर नदियों के ऊपर से आज सड़कें गुजर रही हैं। इसी बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पता चला है कि अब जल्द ही देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (longest expressway india) का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है।
ये है दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे -
बता दें कि दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) है। ये एक्सप्रेस 1,386 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे है जो देश की राजधानी नई दिल्ली को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ता है। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद 24 घंटे में पूरा होने वाला सफर अब 12 घंटे में तय हो जाता है। यह एक्सप्रेसवे देश के 6 राज्यों को एक साथ जोड़ता है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण पर कितना आएगा खर्च -
दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे (world largest expressway) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे है, यह सड़क दिल्ली से मुंबई के सफर को 12 घंटे में पूरा करता है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 1 लाख करोड़ रुपये की लागत आई है। हाल ही में अपडेट सामने आया है कि यह एक्सप्रेसवे आने वाले सालों में 12 लेन बनाया जाएगा।
यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway Update) एशिया का पहला ऐसा हाईवे हैं, जिसमें जंगली जानवरों के लिए ग्रीन ओवरपास भी बनाया गया है। इसे बनाने में 12 लाख टन स्टील लगा है, जो 50 हावड़ा ब्रिज के बराबर है। इसके निर्माण में 35 करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी और 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल हुआ है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंट की रफ्तार भरती हैं।
जानवारों के लिए खास सुविधा -
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway News) पहला ऐसा हाईवे हैं, जिसके निर्माण में जंगली जानवरों के लिए ग्रीन ओवरपास भी बनाया गया है। बता दें कि इसके लिए 8 लेन की दो सुरंग भी तैयार की गई है, ताकि जानवरों को एक तरफ से दूसरे तरफ जाने में किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े। बताया गया है कि पहली सुरंग राजस्थान के मुकुंदरा सेंक्चुरी के नीचे और दूसरी महाराष्ट्र के माथेरान ईको सेंसिटिव जोन में बनाई जा रही है।
एक्सप्रेसवे पर हॉर्न बजाने पर बदल जाती है आवाज -
इस एक्सप्रेस वे की वजह से जानवरों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए मुकंदरा और रणथंभौर से होकर गुजर रहे हिस्से को साइलेंट कॉरिडोर (Silent Corridor) बनाया गया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) 5 बड़े वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से होकर गुजर रही है, इसलिए जानवरों का ख्याल रखते हुए वाहनों के हॉर्न और सायरन को भी बदला गया है। जब वाहन हॉर्न बजाते हैं तो इस एक्सप्रेसवे पर सितार, शहनाई की धुन सुनाई देती है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर मिलती हैं ये खास सुविधा -
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway Facility) दुनिया का सबसे बड़ा और हाइर्टक एक्सप्रेसवे है। इस एक्सप्रेसवे को सबसे ज्यादा हाईटेक सुविधाओं से लैस तैयार किया गया है। इस एक्सप्रेसवे पर मॉटेल, रेस्ट एरिया, पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट्स और दुकानें, एटीएम, पार्किंग, हॉस्पिटल्स, फूड कोर्ट, रिचार्ज स्टेशंस, डॉरमेट्री, फ्यूल स्टेशन तरह की सुविधा देखने को मिलेगी।
इसके साथ ही एक्सप्रेस के दोनों तरफ 13 लाख से अधिक पेड़ लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway Facility) पर 12 हेलीपैड बनाने भी तैयारी की जा रही है, जिसका इस्तेमाल मेडिकल इमरजेंसी और सेना के कामकाज के लिए होगा। एनएचएआई के अनुसार सभी 12 हेलीपैड राजस्थान में डेवलेप किए जाएंगे। इसके साथ ही ताजा रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे का पूरा कार्य अक्टूबर 2025 तक कंप्लीट हो जाएगा।