Uttar Pradesh के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे के लिए 133 गांवों में होगा भूमि का अधिग्रहण, चमक जाएगी किस्मत 

UP expressway : उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए लगातार नए-नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। अब यूपी वालों के लिए गुड न्यूज है। दरअसल, यूपी में सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनाने का काम तेज हो गया है। इस एक्सप्रेसवे को बनाने के लिए 133 गांवों से जमीन खरीदी जाएगी। नए एक्सप्रेसवे के बनने से इन गांव के लोगों की किस्मत बदल जाएगी। 

 

HR Breaking News - (new expressway)। यूपी तेजी से विकसित होता हुआ राज्य है। प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों को तेज करने के लिए सरकार लगातार कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। नए एक्सप्रेसवे (Up New Expressway) और हाईवे बनाने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में अब यूपी देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है। 

अब यूपी में सबसे लबां एक्सप्रेसवे बनने वाला है। पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Panipat Gorakhpur Expressway) एक बड़ी परियोजना के रूप में उभर रहा है। NHAI द्वारा प्रस्तावित इस 747 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के लिए गोरखपुर बस्ती मंडल के 133 गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से सड़क कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्ट ढांचे को मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था, निवेश और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। 

4 जिलों की भूमि का होगा अधिग्रहण - 

गोरखपुर मंडल में इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 86.24 किलोमीटर रहेगी। यह सिद्धार्थनगर के बांसी से प्रवेश कर संतकबीरनगर के मेंहदावल, गोरखपुर के सदर और कैंपियरगंज होते हुए कुशीनगर के हाटा तक जाएगा। NHAI ने चारों जिलों के जिलाधिकारियों को भूमि अधिग्रहण संबंधी पत्र भेजकर दिया गया है। DM दीपक मीणा के अनुसार, एक्सप्रेसवे का एलाइन्मेंट तय हो चुका है और जल्द ही भूमि अधिग्रहण अधिकारी की नियुक्ति कर दी जाएगी। 


एक्सप्रेसवे के बनने से इन लोगों को मिलेगा लाभ - 


यह एक्सप्रेसवे हरियाणा के पानीपत से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक इंडस्‍ट्रीयल, कृषि और व्यापारिक क्षेत्रों को एक साथ कनेक्ट करेगा। बेहतर कनेक्टिविटी से कृषि उत्पादों को मंडियों और बड़े बाजारों तक आसानी तक पहुंचाया जा सकेगा। लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी। उद्योग और वेयरहाउसिंग के लिए नए निवेश के रास्ते खुलेंगे और स्थानीय युवाओं के लिए निर्माण, परिवहन, ढाबा, होटल और सर्विस सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।


133 गांवों की बदलेगी तस्वीर - 


यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे पानीपत गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Panipat Gorakhpur Expressway)133 गांवों से होकर गुजरेगा। यहां पर जमीनों के रेट तेजी से बढ़ेंगे। नई व्यावसायिक गतिविधियों और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार की संभावनाएं बढ़ गई हैं। कैंपियरगंज, गोरखपुर सदर, बांसी, मेंहदावल और हाटा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों को पहली बार इतनी तेज और आधुनिक सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे शहरी सुविधाएं गांवों के करीब आएंगी।

पूर्वांचल के विकास की रीढ़ बनेगा एक्सप्रेसवे


पानीपत-गोरखपुर एक्सप्रेसवे (Panipat Gorakhpur Expressway Update) सिर्फ एक सड़क परियोजना नहीं, बल्कि पूर्वांचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरिडोर साबित होगा. भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के आगे बढ़ने के साथ ही यह उम्मीद मजबूत हो गई है कि आने वाले वर्षों में यह एक्सप्रेसवे विकास, निवेश और रोजगार के लिहाज से पूर्वी उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल देगा।


इन गांवों से खरीदी जाएगी जमीन - 


कैंपियरगंज (गोरखपुर), लक्ष्मीपुर (पचवारा), लक्ष्मीपुर (भारीवैसी), मखनहा, ठकुरापार, भरोहिया, गंगापार, रामपुर कैथवलिया, बेलघाट बुजुर्ग, रमवापुर, दोनफा, भइयाराम, जरहद, नयनसर, हिरुआ, बढ़या, चकमाफी, भुइधरपुर, साखी, ताल कोमर, कानापार, नीबा, कंदरखावा, गोरखपुर सदर, बढ़नी, फुलवरिया, सियारामपुर, महराजगंज, ठाकुरपुर नंबर एक, ठाकुरपुर नंबर दो, खुटहन खास, जंगल नाकिन, जंगल डुमरी नंबर एक, रामपुर खुर्द, भिस्वा, इस्मालपुर, रामपुर, बुजुर्ग, मेंहदिया, जमुनिया, पोखर भिंडा उर्फ चकदहा, समस्तपुर उर्फ मुड़िला, कोटवा, खिरिया, आराजी बरवा, रामपुर थवईपार, गंभीरपुर कम्हरिया, परशुरामपुर, सोनराइच उर्फ बड़ा गांव, बांसी (सिद्धार्थनगर), बंजारी, बिमौआ खुर्द तप्पा पचहर, पचमोहनी, कम्हरिया, 


बहादुरपुर, डोड़वार शुक्ल, जमोहनी, जमोहना, भावपुर, पिपरा भइया, भटुली, बरनवार, सोनवा माफी, सुहईरनपुरवा, मुड़िला हिर्दन, छपवा, बेलवा लगुनही, पड़िया बुजुर्ग, रोहुआ, महोखवा, बनकटा, कड़जा, बचलाखोर, अकोल्ही, परसा, ढुढ़नी, मझारिया तप्पा मजोरा, मंझरिया तप्पा हाटा, नगवा तप्पा हाटा, नगवा तप्पा कुदारन, सोनखर तप्पा, कुदारन, सोनखर तप्पा चंवर, सोनवलिया तप्पा कुदारन, मिश्रौलिया तौफिर, सिरसिया तप्पा मजोरा, पिपरा शुक्ल, मेंहदावल (संतकबीरनगर), बढ़या, फेउसा, परसा माफी, परसा शुक्ल, महला, पसाई, देवकली, प्रतापपुर, जसवल, रमवापुर, खजुरा खुर्द, नचनी, समोगर, गुदरिहवा, खजुराकला, सिक्टौर माफी, कुंडवा, जमुवरिया खुर्द, जमुवरिया कला, रक्सा, भरवलिया मिश्र, कुसोना कला, जमोहरा, मुड़ली, डुमरिया बाबू, इंदरपुर, कौवाठोर, पिड़ारी कला, चितरुखिया, हाटा, (कुशीनगर), रामपुर, अगया, होलिया, रामपुर माफी, मगडिहा, सिंदुरिया विशुनपुर, घोड़ादेउर, खुरहुरिया, बलुआ, तुर्कडिहा, बिंदुआर, सहजौली, सेंदुआर, मुंडेरा, खोट्ठा, सिहुलिया, टिकर, छपिया,बेलवा खुर्द, महुअवा, अहिरौली इन सभी गांवों  की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।