UP में 1300 करोड़ रुपए से बनेगा नया एक्सप्रेसवे, 60 गावों की जमीन का होगा अधिग्रहण
Link Expressway : यूपी को अब जल्द ही नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है। अब जल्द ही यूपी में एक नया एक्सप्रेसवे बनाने को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इस नए एक्सप्रेसवे की लागत 1300 करोड़ रुपए के आस-पास आ सकती है। इस नए एक्सप्रेसवे (UP New expressway Updates) के निर्माण के लिए 60 गावों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। आइए खबर में जानते हैं कि यूपी का ये नया एक्सप्रेसवे कौन सा है।
HR Breaking News (Link Expressway) यूपी की योगी सरकार प्रदेश में एक्सप्रेसवे के नए जाल बिछा रही है। नए-नए एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी पहले ही देश का सबसे ज्यादा एकसप्रेसवे वाला राज्य बन चुका है।
सरकार का ध्यान बुंदेलखंड के विकास पर भी है। इसी वजह से यूपी (UP New Project) में अभी कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। अब जल्द ही योगी सरकार औद्योगिक शहर तक कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए अब एक लिंक एक्सप्रेसवे भी बनाएगी। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
सरकार ने दी एक्सप्रेसवे को लेकर मंजूरी
दरअसल, बता दें कि योगी सरकार इस एक्सप्रेसवे (Jalaun to Jhansi Link Expressway)को बनाने को लेकर पहले ही मंजूरी दे चुकी है और अब सर्वे आदि का काम चल रहा है। ये एक्सप्रेसवे जालौन से झांसी तक बनने वाला है और इस लिंक एक्सप्रेसवे (UP New expressway) की लंबाई 115 किलोमीटर होगी।
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 63 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए किसानों की जमीन सरकार चार गुना ज्यादा दाम पर लेगी। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद इसके आसपास के इलाकों में जमीनों के भाव आसमान छू सकते है।
इतनी आ सकती है लागत
बता दें कि ये नया एक्सप्रेसवे जालौन-झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (Jalaun Jhansi Link Expressway latest update)बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को झांसी के पास विकसित हो रहे औद्योगिक शहर से सीधे तौर पर जोड़ेगा। शुरुआत में यह एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा और आगे इसे छह लेन तक बढ़ाया जा सकेगा।
यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UP Expressway Industrial Development Authority) की ओर से इस प्रोजेक्ट में तेजी से काम किया जा रहा है। सरकार की इस पहल से बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक परिदृश्य पूरी तरह से बदल सकता है। झांसी से जालौन तक इस नए लिंक एक्सप्रेसवे की लागत 1300 करोड़ रुपए आंकी गई है।
ये 60 गांव होंगे शामिल
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण में तकरीबन 60 गांव (Jalaun Jhansi Link Expressway route map)शामिल होंगे। इन गावों में गरौठा-गोगल, कुडरी, डुंडी, मलहेटा, अहरौरा, अंडोल, भदरवारा बुजुर्ग, मेढ़का, खिरियाराम, नरी, सिमथरी, चक मेढ़का, स्किल बुजुर्ग, नया केरा, लभेरा, गोरा, जुझारपुरा, बिलाटी खेर, रौतनपुरा, टेहरका, टहरौली शमशेरपुरा, सुरवई, परगाना, रावतपुरा, पथरेंदी, दिनेरा, फूलखिरिया, कल्याणपुरा स्टेट, कलौथरा घाट, मोंठ बरहेटा, डबरी, पुराचीर, मुसावली, रामनगर, लकरा, रोनिजा, चंद्रा, अंबाबाय, नंदसिया, देवरा, निबि, सारमऊ, सिमरा, पुनावली कला, मुडई,रक्सा, डगरवाहा, उरई-फूलपूरा, करगुवां, बरल, मोंठ खुर्द, बिरथारी, मुड़गांव, गंगावली, परासार, पाली परासार, खिरिया पाली, मवई गिर्द, बरगढ़, आरी, कोट, कलोथरा, टिमरौन, गोरन, जैसारी कला, किशोरा, कोटरा और हिलगना का नाम शामिल है।
किसानों को फायदा, आवाजाही होगी आसान
वैसे तो इस नए एक्सप्रेसवे जालौन-झांसी लिंक एक्सप्रेसवे (Jalaun Jhansi Link Expressway)के लिए किसानों से सर्किल रेट से चार गुना पर भूमि अधिग्रहण की भी खूब चर्चा हो रही है। इसके साथ ही इस एक्सप्रेसवे के बनने से पूरे इलाके में प्रोपर्टी के रेटों (property rates) में तगड़ा उछाल आ सकता है।
इस नए लिंक एक्सप्रेसवे से जालौन से झांसी का आवागमन आसान और कम समय में हो जाएगा। फिलहाल अभी यह सफर तकरीबन 3 घंटे में पूरा होता है, लेकिन यह एक्सप्रेसवे बन जाने से ट्रेवल टाइम काफी कम हो जाएगा। झांसी के पास औद्योगिक गतिविधियों में बढ़ौतरी से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।