New Expressway : आगरा से राजस्थान का सफर होगा आसान, जल्द ही शुरू होगा यह नया एक्सप्रेसवे
New Link Expressway : आगरा और राजस्थान के बीच सड़क कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए एक्सप्रेसवे और हाईवे बनाने का काम तेज कर दिया गया है। सरकार अब आगरा और राजस्थान के सफर को तेज करने के लिए नया लिंक एकसप्रेसवे बनाने जा रही है। इस एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट किया जाएगा।
HR Breaking News - (Rajasthan Expressway)। उत्तर प्रदेश में सरकार लगातार नए एक्सप्रेसवे बना रही है। अब जल्द ही यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे बनकर तैयार होने वाला है। इस एक्सप्रेसवे का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। अब सरकार ने एक और नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया है।
अब गंगा एक्सप्रेसवे से सीधे आगरा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे को आगरा-बुदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नया लिंक एक्सप्रेसवे (New Link Expressway) बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बता दें कि नया लिंक एक्सप्रेसवे 6 जिलों को एक साथ जोड़ेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से आगरा से राजस्थान तक का सफर काफी आसान हो जाएगा।
गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा नया एक्सप्रेसवे -
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक जाएगा। उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे है। गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए यूपीईडी ने नए लिंक एक्सप्रेसवे बनाने का काम अब शुरू कर दिया है। इस नए लिंक एक्सप्रेसवे के बनने से ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा और आगरा होते हुए राजस्थान तक का सफर आसान होगा। इस लिंक एक्सप्रेसवे (Link Expressway News) के बनने से समय और ईंधन दोनों की बचत होगी। इसके साथ ही यूपी में औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।
6 से 8 लेन बन सकता है गंगा एक्सप्रेसवे -
फिलहाल गंगा एक्सप्रेसवे को 6 लेन बनाया जा रहा है। अनुमान है कि इसे भविष्य में 8 लेन बनाया जा सकता है। यह मेरठ के एनएच-334 (NH-334) से शुरू होकर प्रयागराज के एनएच-2 (NH-2) बाईपास तक जाकर खत्म होगा।
गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों के 518 गांव से होकर गुजरेगा, जिसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज हैं। इन जिलों से गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway Update) के गुजरने के कारण इनका औद्योगिक विकास भी होगा। इसके साथ ही शहरों की कनेक्टिविटी मजूबत होगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के दोनों साइड में 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई जा रही है। गंगा एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड परियोजना (greenfield project) है। इससे भूमि अधिग्रहण और निर्माण में आने वाली बाधाएं कम हुई है। गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों साइड में सरकार औद्योगिक विकास की परियोजना पर भी काम कर रही है, जोकि जल्द ही धरातल पर दिखाई देने लगेगा।