New Railway Line : यूपी के 53 गांवों में 225 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण, बिछाई जाएगी 60.46 किमी नई रेल लाइन

Railway News :यूपी में अब जल्द ही एक नई रेलवे लाइन को बिछाने की कवायद शुरू हो गई है। इस  नई रेलवे लाइन के लिए 53 गांवों में 225 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। यूपी में ये नई रेलवे लाइन 60.46 किमी लंबी बिछाई जाने वाली है। इस नई रेल लाइन के विस्तारीकरण (New Railway Line ) से लोगों को रोजगार के साथ ही औघोगिकरण को बढ़ावा मिलेगा। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

 

HR Breaking News (Railway News) यूपी में नए-नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही अब प्रदेश में नई रेल लाइन का विस्तार किया जा रहा है। अब इस रेल लाइन के बिछाए जाने से यूपी के 53 गांवों की किस्मत चमकने वाली है।

 

रेलवे लाइन (Railway News) बिछाने के लिए 225 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। प्राधिकरण की ओर से ये प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा किया जा सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में।

 


परियोजना के लिए इतना बजट हुआ स्वीकृत
 

दरअसल, बता दें कि आनंदनगर-महराजगंज-घुघली रेल लाइन (Anandnagar-Maharajganj-Ghughli railway line)के लिए 60 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत हो गई और बाकी का 165 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए प्रोसेसिंग में हैं।

बजट की बात करें तो 225 हेक्टेयर भूमि पर 53 गांवों से होकर गुजरने वाली 60.46 किमी नई रेल लाइन (New railway line Updates) को बनाने के लिए 958.27 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है।

प्राधिकरण का मकसद है कि नई रेल लाइन को साल 2027 तक पूरा किया जा सके। रेलवे बोर्ड की ओर से मार्च 2019 में नई रेल लाइन को लेकर मंजूरी दी गई थी।

दो चरणों में पूरा होगा काम
 

प्राधिकरण की ओर से नई रेल लाइन परियोजना (New railway line project) का काम दो चरणों में  पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के पहले चरण में घुघली से महराजगंज तक 24.78 किमी  का कार्य पूरा होगा और दूसरे चरण में महराजगंज से आनंदनगर तक 35.68 किमी का निर्माण कार्य किया जाएगा।

रेलवे के स्पेशल प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में तेजी आई है। अब 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा होते ही रेलवे प्रशासन ने बाकी बचे 165 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण भी आरंभ कर दिया है।

भूमि अधिग्रहण का काम शुरू 
 

इस परियोजना के लिए 112.44 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण (Land acquisition)के लिए धारा 21 ए और 20 ई का भी पब्लिकेशन कर दिया गया है और बाकी बचे 52.56 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ सर्वे का काम चल रहा है।

इस परियोजना के लिए सर्वे का कार्य भी जल्द पूरा हो जाएगा। जैसे ही यह नई रेल लाइन बिछ जाती है तो इससे गोरखपुर रूट के सापेक्ष गोंडा से आनंदनगर और महराजगंज होते हुए घुघली तक 42 किमी की दूरी बेहद कम  हो जाएगी।

कहां से जुड़ेगा रेलवे नेटवर्क


महराजगंज जनपद भी अब रेलवे के नेटवर्क (Network of railways)से जुड़ने वाला है और जिला मुख्यालय तक अब ट्रेनों का साउंड सुनाई देगा। अब यहां लोग अपने गांव से ही ट्रेन पकड़ सकेंगे।

हिमालय के तराई क्षेत्र में मौजुद जनपद मुख्यालय महराजगंज अब खूब विकसित होगा। अब ट्रेने मालगाड़ियां, गोंडा से सीधे कनेक्ट होते हुए आनंदनगर-घुघली होते हुए नरकटियागंज- मुजफ्फरपुर रेलमार्ग पर चलने लगेंगी।

कम होगा गोरखपुर जंक्शन का लोड 


अब यूपी से जो ट्रेने आएंगी, उनको वाल्मीकिनगर एवं रक्सौल होते हुए पूर्वोत्तर भारत के लिए एक ऑप्शन के तौर पर रास्ता मिल सकेगा। वहीं, पूर्वोत्तर रेलवे को भी एक नया बाइपास रेलमार्ग (New bypass railway line)का रास्ता मिल जाएगा।

यूपी और बिहार के साथ ही नेपाल के लोगों का आने-जाने का रास्ता सुगम होगा। इससे गोरखपुर जंक्शन (gorakhpur junction) का लोड कम होने के साथ ही ट्रैक क्षमता बढ़ जाएगी। इस रूट पर भी मांग के बेस पर ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।

नए आयाम स्थापित कर रही रेलवे


सिर्फ इतना ही नहीं इंफ्रास्ट्रक्चर (UP New Infrastructure) विस्तार के क्षेत्र में रेलवे द्वारा नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। यूपी की इस नई रेल लाइन प्रोजेक्ट आनंदनगर-महाराजगंज-घुघली के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण का प्रोसेस तेजी से हो रहा है।

जैसे ही यह नई रेल लाइन (UP New Railway line) बन जाती है तो इसके निर्माण से महाराजगंज जिला मुख्यालय रेल हेड से जुड़ जाएगा। उत्तर से पूर्वोत्तर के राज्यों को जुड़ाव के लिए एक ऑप्शन के तौर पर मार्ग प्राप्त होगा। 

ये सात स्टेशन होंगे शामिल
 

आनंदनगर-महराजगंज-घुघली के इस नई रेल लाइन (Anandnagar-Maharajganj-Ghughli railway line)पर एक जरूरी पुल समेत 25 बड़े एवं आठ छोटे पुल का निर्माण किया जाएगा। एक रोड ओवर ब्रिज ही नहीं, बल्कि 32 अंडरपास भी बनाए जानते वाले हैं।

आनंदनगर से घुघली तक कुल सात रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें आनंद नगर, परीसा बुजुर्ग, पकड़ी नौनिया, महाराजगंज, शिकारपुर, पिपरा मुंडेरी एवं घुघली स्टेशन का नाम शामिल होगा।