64 KM लंबाई, 37 मोड़ से तैयार होने वाला है पहला हाई स्‍पीड रेल ट्रैक, इस दिन से रफ्तार भरेंगी ट्रेंने

Indian Railway : देशभर में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। अब हाल ही में देश के एक राज्य में 64 KM लंबाई, 37 मोड़ से पहला हाई स्‍पीड रेल ट्रैक बनने जा रहा है, जहां का काम शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही इस रेल ट्रेक पर ट्रेंने (High Speed Train) रफ्तार भरती नजर आएंगी। आइए खबर में जानते हैं कि ये रेल ट्रेक कब तक बनकर तैयार हो जाएगा।
 

HR Breaking News (Indian Railway) भारतीय रेलवे देश का सबसे बड़ा तीसरा नेटवर्क है। हर रोज लगभग हजारों यात्री ट्रेनों में सफर करते हैं। भारतीय रेलवे की ओर से भी यात्रियों की सुविधाओं के लिए कई प्रयास किए जाते हैं।

 

 

अब जल्द ही भारतीय रेलवे की ओर से देश के एक राज्य में पहलाहाई स्पीड टेस्टिंग रेल ट्रैक तैयार किया जा रहा है। आइए खबर में जानते हैं कब तक ये रेलवे (Indian Railway Updates) ट्रेक बनकर तैयार होगा।

कहां बनाया जाएगा ये रेल ट्रैक 


दरअसल, आपको बता दें कि राजस्थान के डीडवाना (Didwana in Rajasthan) कुचामन जिले के नावां में देश का पहला हाई स्पीड टेस्टिंग रेल ट्रैक बनाया जाने वाला है। वैसे तो इसका निर्माण 5 साल से हो रहा है और इस साल के आखिर तक इसका निर्माण पूरा हो जाएगा।

बता दें कि ये रेल ट्रेक (Rail Track) 62 किलोमीटर में फैला है और इस ट्रैक पर 37 मोड़ और कई पुल बनाए जा रहे हैं, जिनसे गुजर कर अभी ट्रेनों की स्पीड टेस्टिंग की जाएगी।

बुलेट ट्रेन की भी होगी टेस्टिंग


इस रेलवे ट्रेक पर ट्रेन (train on railway track) 220 किलोमीटर की स्‍पीड से रफ्तार भरती नजर आएंगी। आगे चलकर इस ट्रैक पर बुलेट ट्रेन की भी टेस्टिंग हो जाएगी।

इसके साथ ही इसमे 23 किलोमीटर लंबी मुख्य लाइन बनाई जाएगी, जिसमें से गुढ़ा साल्ट में 13 किलोमीटर का हाई-स्पीड लूप, नावां में 3 किलोमीटर का क्विक टेस्टिंग लूप और मिठड़ी में 20 किलोमीटर का कर्व टेस्टिंग लूप आदि शामिल हैं।

किसकी देखरेख में किया जा रहा काम


बता दें कि अभी इस हाई स्‍पीड टेस्टिंग रेल ट्रैक (high speed testing rail track) का 80 प्रतिशत काम कंपलिट हो चुका है, जिसमें गांव गुढ़ा से लेकर नावां तक के काम को सम्मिलित किया गयाहै। नावां सिटी से लेकर मीठड़ी गांव तक का काम अभी चल रहा है।

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (National High Speed ​​Rail Corporation Limited) की देखरेख में इस रेल ट्रेक का निर्माण किया जा रहा है। जैसे ही यह परियोजना पूरी होती है तो ये हाई-स्पीड रेल तकनीक का स्वतंत्र परीक्षण करने में सक्षम लिस्ट में शामिल हो जाएगा।

कई आधुनिक स्ट्रक्चर होंगे शामिल


इस हाई स्‍पीड ट्रैक (high speed track)को उस रूट पर बनाया जा रहा है, जहां अंग्रेजों ने जयपुर-जोधपुर के लिए बिछाया था। बता दें कि यह लाइन पिछले 50 साल से मिट्टी में दब चुकी थी और अब रेलवे ने सैटेलाइट सर्वे (Satellite Surveys) की हेल्प से खोजा और उस पर नया नेटवर्क तैयार किया गया।

गुढ़ा से मीठड़ी तक बन रहे इस टेस्ट ट्रैक की कुल लंबाई करीब 64 किलोमीटर है। इस ट्रैक में पुल, अंडरब्रिज और ओवरब्रिज जैसे कई आधुनिक स्ट्रक्चर भी शामिल किए गए हैं, जिनसे गुजरते हुए ट्रेन की प्रदर्शन क्षमता का इवेल्यूएशन होगा।

220 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेंने


जैसे ही ये रेल ट्रेक (Highest Speed Train) तैयार होता है तो इस रेल ट्रैक पर 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेंने दौड़ती नजर आएंगी। इस रेल ट्रेक में गति, स्थिरता और संरचना का परीक्षण किया जाएगा। बता दें कि गुढ़ा साल्ट और ठठाना मीठड़ी के बीच बिछाए जाने वाले इस ट्रैक (rail test track) पर आरसीसी और स्टील के पुल बनाए गए हैं।

इन पुलों में कंपन रोधी नई तकनीकों का यूज किया गया है, ताकि यहजांच सके की हाई-स्पीड पर ट्रेन (high speed rail testing) गुजरने से संरचनाओं पर क्या असर पड़ता है।