2 नवंबर से शुरू हो जाएगा UP का ये एक्सप्रेसवे, 88 फिसदी पूरा हुआ काम

UP New Expressway : उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करने के लिए योगी सरकार नए नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। फिलहाल प्रदेश में 7 एक्सप्रेसवे संचालित हैं और पांच एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। इसी बीच एक बड़ा अपडेट सामने आया है। 2 नवंबर को इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है। चलिए जानते हैं यह एक्सप्रेसवे किन जिलों और शहरों को जोड़ेगा। 
 

HR Breaking News (new expressway)। उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे निर्माण का कार्य तेजी पर है। हाल ही में एक अगस्त को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे वाहनों के लिए खुल गया है। अब प्रदेश में सात संचालित एक्सप्रेसवे हैं और पांच एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी अधूरा है।


 इसी बीच एक नई रिपोर्ट सामने आई है। 2 नवंबर को एक और एक्सप्रेसवे का कार्य पूरा हो जाएगा और इसे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा।  दरअसल, यूपी की संगम सिटी प्रयागराज को पश्चिम यूपी में मेरठ से जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस वे पर 2 नवंबर से वाहन दौड़ने लगेंगे।

नवंबर से मेरठ तक पहुंचना काफी आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे (new expressway) के शुरू होने के बाद प्रयागराज से मेरठ जाने में कम समय लगेगा। यह एक्सप्रेसवे सोरांव तहसील के 20 गांव शामिल हैं। पिछले कुछ सालों में एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण और दूसरे काम हुए हैं। निर्माण कार्य को महाकुम्भ के पहले ही पूरा करना था, लेकिन अब यह काम 2 नवंबर को पूरा होगा।

इन शहरों को जोड़ता है गंगा एक्सप्रेसवे - 

गंगा एक्सप्रेस (Ganga Expressway Latest Update) को कुम्भ मेला 2019 के दौरान प्रयागराज में योगी सरकारी की कैबिनेट ने मंजूरी दी थी, जिसके बाद इसपर काम शुरू हुआ। सोरांव तहसील के पश्चिमनारा, उर्फचांटी तरती, गिरधरपुर गोडवा, सरांय भारत उर्फ होलागढ़, सराय हरीराम, परसूपुर नारी, मालापुर, फतेहपुर तालुके सहावपुर, पूरबनारा, जलियासई, सराय मदन सिंह, कमलापुर जलालपुर, सरायनंदन उर्फ समसपुर, सरायनंददन उर्फ समसपुर, लखनपुर करन, रोही, खेमकरनपुर, सराय अर्जुन उर्फ हरिमडिला, जूड़ापुर दांदू, बारी, माधोपुर मलाक चतुरी में 15 किलोमीटर से ज्यादा सड़क से यह पुल जाएगा।

88 फीसदी पूरा हो चुका काम - 

गंगा एक्सप्रेस का निर्माण कार्य यूपीसीडा (UPCIDA) द्वारा किया जा रहा है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस एक्सप्रेसवे का 88 फीसदी तक काम पूरा हो चुका है। अब केवल मिलान का काम बाकी है। 2 नवंबर को इस एक्सप्रेसवे  (New Expressway) को वाहनों के लिए खोलने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवधि में बाकी बचा काम पूरा कर लिया जाएगा। 

इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बनाया जा रहा  - 

गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के शुरू होने से लाखों लोगों की यात्रा सुगम होगी। यह एक्सप्रेसवे कई छोटे शहरों को एक साथ जोड़ेगा। इससे प्रदेश की आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों में सुधार होगा। गंगा एक्सप्रेसवे  (Ganga Expressway Update) औद्योगिक गलियारा भी बन रहा है। जिसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा किया जाना अभी बाकी है। 166 करोड़ रुपये का बजट शासन ने तैयार कर लिया है और जिसमें से 65 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ है।


जिलाधिकारी, रविंद्र कुमार मांदड़ ने जानकारी देते हुए बताया है कि गंगा एक्सप्रेसवे का काम अब पूरा होने वाला है। यूपीसीडा (UPCIDA) के अधिकारियों ने बताया कि 2 नवंबर को गंगा एक्सप्रेसवे वाहनों के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।