UP News : उत्तर प्रदेश में बनेंगे 23 और 21 किलोमीटर के दो नए मेट्रो कॉरिडोर, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

New Metro Line : उत्तर प्रदेश में पिछले काफी समय से मौसम का हाल बदलता नजर आ रहा है। उत्तर प्रदेश में अब एक और नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होने वाला है। इसकी वजह से यूपी (New Metro Line In UP) में प्रगति को रफ्तार मिलने वाली है। ये नए मेट्रो 23 और 21 किलोमीटर तक का होने वाला है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रकिया को भी शुरू कर दी गई है।

 

HR Breaking News (New Metro Line)। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब रेलवे के बाद मेट्रो लाइन के विस्तार पर जोर दिया है। उत्तर प्रदेश में अब दो नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होने वाला है।

 

इन मेट्रो कॉरिडोर के बनने की वजह से यहां के लोगों को काफी लाभ होने वाला है। इसके अलावा इन दोनों नए मेट्रो कॉरिडोर (UP New Metro Line) के बनने की वजह से भूमि अधिग्रहण के कार्य को पूरा किया जा चुका है। 

 

2006 में जारी हुए थे आदेश

प्रयागराज में लाइट मेट्रो के लिए आदेश 2006 में ही जारी कर दिया गया था। झूंसी से झलवा और नैनी से फाफामऊ के बीच लाइट मेट्रो चलाए जाने की प्लानिंग की जा रही है। कार्यदायी संस्था राइट्स की ओर से सर्वे के बाद विस्तृत रिपोर्ट को भी तैयार कर लिया गया है।

हालांकि अभी तक मेट्रो (Light Metro Project) की नींव नहीं पड़ी है। इसके लिए प्रयास को तेज किये जाने की बात की जा रही है। लखनऊ में प्रमुख सचिव नगर विकास एवं राज्य निर्वाचन आयोग की बैठक में लाइट मेट्रो के मार्ग, काउंसिल के गठन आदि बिंदुओं पर चर्चा हुई। 

मेट्रो काउंसिल के गठन पर चर्चा

प्रमुख सचिव की ओर से नगर निगम के विस्तार के बाद शामिल किये गए गांवों का पूरा ब्योरा मांगा जा रहा है। माना जा रहा है कि इसका मकसद लाइट मेट्रो (Light Metro Project in UP) की जद में आने वाले भूखंडों का आकलन करना है।

अपर नगर का मानना है कि शासन को नगर निगम में शामिल गांवों के साथ अन्य विवरण भी उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके साथ ही मेट्रो काउंसिल के गठन पर भी चर्चा की जा रही है। काउंसिल के तहत कुल 30 सदस्य शामिल किये जाएंगे। इनमें से 10 निर्वाचित सदस्य होने वाले हैं। इसके अलावा 20 मनोनीत सदस्य होने वाले हैं।

प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा होगी काउंसिल

काउंसिल प्रयागराज विकास प्राधिकरण और राइट्स की ओर से तैयार प्रस्ताव पर फैसला लिया जाएगा। काउंसिल की ओर से लाइट मेट्रो के लिए क्षेत्रों, रूटों, भौगोलिक और राजनीतिक पहलुओं का विस्तृत सर्वे किया जाने वाला है।

इसके बाद तैयार अंतिम प्रस्ताव को मंजूरी के लिए भेजा जाने वाला है। लाइट मेट्रो (Light Metro in UP) परियोजना पर विधान परिषद में सवाल उठाया जा रहा है।

मेट्रो रेल परियोजना का होगा निर्माण

संगम नगरी में यातायात की बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए लाइट मेट्रो रेल परियोजना (Light Metro Rail Project) अहम रहने वाली है। हालांकि नौ साल बाद भी यह योजना कागजों से बाहर नहीं निकल सकती है। विधान परिषद में एमएलसी ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। इस पर विधान परिषद की याचिका समिति ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA Latest Project) और मेट्रो लाइट कॉरपोरेशन के अधिकारियों से पूरा ब्योरा तलब किया है।

शुक्रवार 29 अगस्त को दोनों एजेंसियां अपना विवरण कर रही है। लाइट मेट्रो परियोजना की शुरुआत साल 2016 में की गई थी हालांकि अब तक सेना से भूमि के अनापत्ति प्रमाण पत्र (No objection certificate) मिलने का इंतजार किया जा रहा है।


दो चरणों में होगा कॉरिडोर का निर्माण 

योजना के तहत शहर में 44 किलोमीटर का मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होने वाला है। इसके पहले चरण में बमरौली एयरपोर्ट से त्रिवेणीपुरम झूंसी तक 23 किमी में 21 स्टेशन (New Metro Station in UP) का निर्माण होगा।

इसके अलावा दूसरे चरण में शांतिपुरम कॉलोनी से फाफामऊ होते हुए नैनी-छिवकी तक 21 किमी में 19 स्टेशनों का निर्माण को प्रस्तावित किया जाएगा। 


कॉरिडोर, स्टेशन और डिपो के लिए करीब 40 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा। मेट्रो रेल के विकास संबंधी कार्य की नोडल एजेंसी प्रयागराज विकास प्राधिकरण शामिल है।

लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Lucknow Metro Rail Corporation) समन्वयक की भूमिका निभाई जा रही है। विधान परिषद की याचिका समिति ने ब्योरे की मांग की है। शुक्रवार को विस्तृत जानकारी समिति को दी जाने वाली है।