UP News : 358 गांवों की जमीन पर यूपी में यहां बसाया जाएगा नया शहर, 4000 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण

UP News : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी में 358 गांवों की जमीन पर नया शहर बसाया जाएगा। यह शहर लगभग 4,000 हेक्टेयर भूमि पर फैला होगा... प्राधिकरण ने इस परियोजना के लिए मास्टर प्लान 2041 तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं।

 

HR Breaking News, Digital Desk- (Greater Noida News) उत्तर प्रदेश में, यमुना प्राधिकरण हाथरस जिले में एक नई स्मार्ट सिटी (new smart city) बना रहा है। यह शहर लगभग 4,000 हेक्टेयर भूमि पर फैला होगा और इसमें 358 गांव शामिल होंगे। प्राधिकरण ने इस परियोजना के लिए मास्टर प्लान 2041 तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। यह पहल क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देगी।

8 अक्टूबर को खुलेगा टेंडर-

यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया के मुताबिक मास्टर प्लान के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं। 8 अक्टूबर को तकनीकी टेंडर (tender) खोला जाएगा, जिसके बाद मास्टर प्लान बनाने वाली कंपनी चुनी जाएगी। चुनी गई कंपनी को क्षेत्र की वर्तमान जनसंख्या, सुविधाएं, जल स्रोत, कृषि उत्पादन, उद्योग और पर्यावरण का सर्वेक्षण करके एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी होगी।

फेज दो में शामिल है हाथरस जिला-
यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत कुल 6 जिले गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar), बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा (agra) और हाथरस आते है। पहले चरण में विकास कार्य गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर में किए गए। दूसरे चरण के लिए मथुरा, अलीगढ़ और आगरा जिलों में मास्टर प्लान पहले ही तैयार किया जा चुका है लेकिन अब हाथरस जिले को पहली बार विकास योजना में शामिल किया गया है।

कृषि को मिलेगा बढ़ावा-
न्यू हाथरस में यमुना प्राधिकरण कृषि आधारित (agriculture based) और एमएसएमई उद्योगों (MSME Industries) को प्राथमिकता देगा। कृषि इकाइयों के साथ-साथ निर्यात को बढ़ावा देने की योजना है। साथ ही लॉजिस्टिक हब, आवासीय क्षेत्र, सामाजिक ढांचा और जनसुविधाएं विकसित की जाएंगी।

विकास की रफ्तार होगी दोगुनी-
यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) का हाथरस में नया शहर बसाने का कदम आर्थिक, सामाजिक और ढांचागत बदलाव ला सकता है। इस पहल से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, उद्योगों को बढ़ावा (promote industries) मिलेगा और कृषि क्षेत्र का विकास होगा। यह शहर हाथरस के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।