UP News : अब इस प्रोजेक्ट के लिए 14 गांवों की भूमि होगी अधिग्रहित, मुआवजे के साथ 27357 लोगों को किया जाएगा विस्थापित

UP News : उत्तर प्रदेश में सरकार की ओर से लगातार नए नए प्रोजेक्ट डेवलप किए जा रहे हैं। यूपी सरकार की ओर से एक और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए 14 गांवों की जमीन को अधिग्रहित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के दौरान प्रभावित लोगों को मुआवजे के साथ विस्थापित किया जाएगा। इसके लिए पुर्नवास योजना चलाई जा रही है। 
 

HR Breaking News (New Projects UP) उत्तर प्रदेश में लोगों को सरकार तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में एक से बढ़कर एक नया प्रोजेक्ट लाया जा रहा है।

 

प्रदेश की सरकार ने अब एक और प्रोजेक्ट को हकीकत में बदलने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसमें प्रदेश के 14 गांवों की जमीन को अधिग्रहित किया जाएगा। 

 

17945 परिवार होंगे प्रभावित


उत्तर प्रदेश के 17945 परिवार प्रभावित होंगे। 14 गांवों की जमीन पर प्रोजेक्ट के विस्तार के लिए 1857 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित (Land acquired) की जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और अक्तूबर 2025 से प्रोजेक्ट से कार्य प्रोग्रेस पर चल पड़ेगा। 

इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो रहा है तैयार
 

यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश में इंटरनेशनल एयरपोर्ट (International Airport in UP) बनकर तैयार हो जाएगा। यह ऐशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट के विस्तार की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाए जा रहा है। 

जिला प्रशासन की ओर से तीसरे और चौथे चरण के लिए भूमि अधिकरण की प्रक्रिया (Land Acquisition Process) को शुरू कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से पुनर्वास और पुर्नव्यवस्थापन की स्कीम के ड्राफ्ट जारी कर दिए गए हैं। इसमें प्रभावित होने वाले परिवार को मुआवजे के साथ पुनर्वास से जुड़ी पूर्ण जानकारी दी गई है। 

फ्लाइट 2025 अक्टूबर से हो जाएंगी शुरू 


एयरपोर्ट (Jewar Airport) के विस्तार का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। प्रशासनिक डॉक्यूमेंट के अनुसार तीसरे और चौथे चरण के दौरान तीन अतिरिक्त रनवे बनाए जाने हैं। एयरपोर्ट के पूरे विस्तार में कुल 6 रनवे बनाए जाएंगे। यह एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन जाएगा।

अब तक पहले और दूसरे चरण के लिए 2699 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। एक रनवे के साथ निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है, इस परियोजना के तहत वाणिज्यिक फ्लाइट का संचालन अक्टूबर 2025 से शुरू हो सकता है। 

27357 लोगों को किया जाएगा विस्थापित 


परियोजना के अनुसार 17945 परिवारों को विस्थापित किया जाएगा। इसमें करीब 27357 लोग प्रभावित होंगे। इन लोगों को जेवर तहसील के सात गांवों में पुनर्वास (Land Acquisition Process) किया जाएगा। जेवर के बनवारीवास, किशोरपुरा, रामनेर, खवाजपुर, थोरा, जेवर बंगार, शाहजहांपुर में पुनर्स्थापित किया जाएगा।

नीमका शाहजहांपुर, ख्वाजपुर और थोरा गांवों के किसानों की ओर से भूमि सर्वे का विरोध भी किया गया है। इसकी वजह से इन गांवों के कुछ हिस्सों का अभी पुनर्वास और पुनर्व्यवस्थापन रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है।

योजना के तहत किया जा रहा है काम 


भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition Process) की प्रक्रिया को पूरी योजना (UP News) के तहत किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भूमि अर्जन, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम 2013 के तहत ये काम किया जा रहा है।

अधिनियम की धारा-16 के अधिन पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन प्रशासक की ओर से योजना का ड्राफ्ट तैयार किया गया है। योजना में परिवारों को ही नहीं 7 सरकारी स्कूलों को भी स्थानांतरित किया जाएगा। किसी की पढ़ाई पर असर न हो, इसके लिए वैक्लपिक व्यवस्था की गई है। 

पर्यटन को देगा बढ़ावा


जेवर एयरपोर्ट ताजमहल, मथुरा, वृंदावन जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के नजदीक है। इस वजह से पर्यटन को भी यहां बढ़ावा दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की प्रक्रिया के तहत भूमि अधिग्रहण के साथ पुनर्वास और पुनर्व्यवस्थापन के काम को तेज कर दिया गया है।