UP Railway News : उत्तर प्रदेश में 20 हजार करोड़ रुपये से मजबूत किया जाएगा रेलवे नेटवर्क, नई रेल लाइनों के लिए होगा भूमि अधिग्रहण
UP Railway News : यूपी में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। अब यूपी के कई शहरों में नई रेल लाइनों को बिछाने का काम किया जा रहा है। अब जल्द ही यूपी (UP Railway News ) में 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से रेलवे नेटवर्क को मजबूत किया जाने का प्लान है। इस नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है।
HR Breaking News (UP News) यूपी में अब सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के बाद प्रदेश सरकार रेलवे नेटवर्क को मजबूती देने की दिशा में काम कर रही है। अब जल्द ही यूपी में नई रेल लाइनों को बिछाया जाना है और इसके लिए जल्द ही भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) का काम शुरू हो जाएगा। इस नई रेल लाइन बिछाने के लिए 20 हजार करोड़ की लागत आंकी गई है। आइए खबर में जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
यूपी के इन स्टेशन का होगा विकास
यूपी को इस बार के केंद्रीय आम बजट 2025-26 (Union General Budget 2025-26) में रेलवे के विकास मद में 20 हजार करोड़ रुपये का बजट अलोट करा दिया गया है, जिसके चलते नई रेलवे लाइन बिछाए जाने का प्लान है और साथ ही 157 रेलवे स्टेशन का भी विकास किया जाना है। बजट की राशि से यूपी में 6 हजार किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।
साथ ही यूपी के रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास भी किया जाना है। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव (Railway Minister Ashwin Vaishnav) ने यूपी के लिए आंवटित किए जाने वाले बजट को लेकर बातचीत की है। उनका कहना है कि 2014 के बाद से यूपी को जो बजट दिया जाना है, उसमें बढ़ोतरी हुई है।
जानिए कितना था 2014 से पहले का बजट
रेल मंत्री अश्विन वैष्णव का कहना है कि साल 2009 से लेकर साल 2014 तक भाजपा सरकार से पहले तक यूपी को अलोट किए जाने वाला औसत बजट (average budget) हर साल 1109 करोड़ तय किया जाता था, लेकिन अब इसमे बढ़ोतरी की गई है और हर साल 20 हजार करोड़ बजट रेलवे विकास मद (railway development item) के लिए अलोट किया जाने लगा है। अब इस साल वित्तीय वर्ष 19,858 करोड़ बजट यूपी को आवंटित किया गया है।
किन स्टेशनों का होगा पुर्नविकास
उन्होंने यह भी कहा कि 2014 से अब तक यूपी में 5 हजार 209 किलोमीटर नई रेलवे लाइनें बिछाई जा चुकी हैं और अब 5 हजार 958 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाया जाने का प्लान है, जिसके लिए 70 परियोजनाएं पर काम चल रहा है। यूपी के रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण (Electrification of railway lines) 100 प्रतिशत हो चुका है। कई स्टेशनों का पुनर्विकास पर कार्य चल रहा है।
पिछले 10 सालों में बने इतने अंडरपास
अभी फिलहाल में अमृत भारत (Amrit Bharat) तहत तकरीबन 157 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास का कार्य चल रहा है, जिनमें कानपुर, काशी, अयोध्या, गोमती नगर, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ, गोरखपुर जैसे स्टेशनों का नाम शामिल है। लागत की बात करें तो इन स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 7,695 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है। रेल मंत्री अश्विन वैष्णव (Railway Minister Ashwin Vaishnav) का भी कहना है कि पिछले 10 सालों में रेल फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए जा चुके हैं और अलग-अलग स्टेशनों पर 120 लिफ्ट और 130 एक्सीलेटर लगा दिए गए हैं।