उत्तर प्रदेश ने रचा एक और कीर्तिमान, उद्यौगों के मामले में हासिल की खास उपलब्धि

Uttar Pradesh news : उत्तर प्रदेश में लगातार नए नए औद्योग का विकास हो रहा है। यहां पर लगातार नए नए हाईवे, एक्सप्रेसवे बनाये जा रहे हैं। लगातार बन रहे उद्यौगों की वजह से ये यहां पर एक नया कीर्तिमान बन गया है। योगी सरकार (CM Yogi Adityanath) के नेत्रतव में बन रहे उद्यौगों की वजह से यहां पर एक नई उपलब्धि हासिल करी ली गई है।

 

HR Breaking News (UP Employment Growth)। पिछले काफी समय से यूपी में लगातार नए नए एक्सप्रेसवे को बनाया जा रहा है। इन नए एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से यहां पर लोगों को काफी लाभ हो रहा है।

 

इसके अलावा यूपी (UP Production Growth) की आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी देखी जा रही है। लगातार बन रहे उद्यौगों की वजह से यूपी ने एक नया कीर्तिमान हासिल कर लिया है।
 

 


प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित होगा यूपी

एएसआई के 2023-24 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस बात की पुष्टि की गई है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की औद्योगिक नीतियां उत्तर प्रदेश को तेजी से भारत के औद्योगिक (Uttar Pradesh Factory Statistics) मानचित्र पर एक प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित कर रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश रोजगार सृजन, फैक्ट्री इकाइयों की संख्या, उत्पादन और सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) जैसे कई महत्वपूर्ण पैमानों पर देश के शीर्ष 5 औद्योगिक राज्यों में शामिल किया गया है।


रिपोर्ट में दी गई जानकारी

जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023-24 में उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार में 5.92 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले एक दशक (2014-15 से 2023-24) के दौरान राज्य (UP News) में 57 लाख से अधिक नई नौकरियों के मौके बने।

वहीं रोजगार में उत्तर प्रदेश अब तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों के साथ शीर्ष 5 में शामिल है। देश भर में औद्योगिक रोजगार में उत्तर प्रदेश (Employement in UP) की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत तक जा पहुंची है। जोकि इस क्षेत्र में राज्य की मजबूत उपस्थिति को दर्शाता है।

फैक्ट्री इकाइयां में हुई बढ़ौतरी

प्रदेश में फैक्ट्रियों की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़तरी दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश का हिस्सा अब कुल राष्ट्रीय फैक्ट्रियों का 8.51 प्रतिशत तक का रहा है। इससे यह देश में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। तमिलनाडु (Tamil Nadu Factory Statistics) (15.43 प्रतिशत), गुजरात (12.81 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (10.20 प्रतिशत) के बाद उत्तर प्रदेश की यह स्थिति राज्य की औद्योगिक आधार संरचना में हो रहे सुधार को स्पष्ट करती है।

सरकार द्वारा निवेश के अनुकूल माहौल तैयार करने, पारंपरिक औद्योगिक क्षेत्रों (Uttar Pradesh Factory Statistics) के साथ नए क्लस्टरों और कॉरिडोर के विकास ने उद्यमियों को आकर्षित किया है।

उत्पादन और जीवीए में रिकॉर्ड वृद्धि


रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2023-24 में औद्योगिक उत्पादन में 5.80 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है। सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में 11.89 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी की गई है। इसमें उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Industrial Development) की 7 प्रतिशत भागीदारी रही है। बेसिक मेटल्स, मोटर वाहन, केमिकल्स, फूड प्रोडक्ट्स और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में प्रदेश की भूमिका अत्यंत प्रभावशाली रही है।

औद्योगिक नीतियों पर पड़ेगा प्रभाव


रिपोर्ट से ये साफ तौर पर बताया गया है कि योगी सरकार की नीतियां सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनका असर अब जमीनी स्तर पर नजर आने लगा है। डिफेंस कॉरिडोर, इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग, (Electronics Manufacturing) टेक्सटाइल, और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में किए गए बड़े निवेशों ने यूपी को नए औद्योगिक युग की ओर अग्रसर दिख रहा है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि उत्तर प्रदेश (Uttar pardesh news) का भौगोलिक लाभ, निवेशक-अनुकूल नीतियां और सुदृढ़ लॉजिस्टिक्स नेटवर्क उसे भविष्य में देश का सबसे बड़ा औद्योगिक केंद्र बनकर सामने आ रहा है।