UP की राजधानी सीधे एमपी से होगी कनेक्ट, बनेगा इकोनॉमिक कॉरिडोर, इन जिलों में होगा जमीन अधिग्रहण
up news : यूपीवालों को अब नए इकोनॉमिक कॉरिडोर की सौगात मिलने वाली है। इस इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने के बाद UP की राजधानी सीधे तौर पर एमपी से कनेक्ट होगी। इस इकोनॉमिक कॉरिडोर (economic corridor)के बनने से लोगों की यात्रा का समय आधा रह जाएगा। इसके निर्माण के लिए कई जिलों में जमीन अधिग्रहण का काम भी शुरू जाएगा। आइए खबर में जानते हैं इस नए इकोनॉमिक कॉरिडोर के बारे में।
HR Breaking News (UP News) यूपी में बनने वाले इस नए इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर चर्चा जोरों-शोरों से चल रही है। इस नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण से UP की राजधानी लखनऊ सीधे एमपी से होगी कनेक्ट होगी।
इस नए एक्सप्रेसवे (UP New Expressway) के निर्माण के लिए कुछ जिलों में जमीन अधिग्रहण का काम भी जलद ही शुरू हो जाएगा। आइए खबर में जानते हैं कि यूपी को एमपी से कनेक्ट करने के लिए कौन सा नया इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाया जा रहा है।
कौन सा बनेगा नया इकोनॉमिक कॉरिडोर
कानपुर और भोपाल में जो प्रस्तावित इकोनॉमिक कॉरिडोर (kanpur bhopal economic corridor)अर्थात एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का प्रोसेस अगले एक-दो महीने में शुरू हो जाएगा।
जैसे ही ये एक्सप्रेसवे तैयार हो जाता है तो इससे लखनऊ से कानपुर (kanpur lucknow expressway) होते हुए भोपाल तक सीधी 4 लेन की सड़क मिल जाएगी, जिससे यात्रियों को लगने वाला यात्रा का समय लगभग आधा हो जाएगा ।एनएचएआई के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर का इस बारे में कहना है कि इस एक्सप्रेस-वे को नौबस्ता के पास कानपुर रिंग रोड से जोड़ा जाए।
बता दें कि रिंग रोड को उन्नाव में कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Kanpur-Lucknow Expressway) से भी जोड़ा जाएगा। यानि देखा जाए तो लखनऊ से कानपुर होते हुए भोपाल तक सीधी 4 लेन की सीधी रोड मिलेगी। उम्मीद है कि कानपुर से महोबा के बीच काम 2026 के आखिर तक शुरू हो सकता है।
जानिए क्या है पूरा प्रोजेक्ट
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री (Union Minister for Road Transport) की ओर से लखनऊ, कानपुर-भोपाल इकॉनमिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा की गई थी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से कानपुर से भोपाल की दूरी 500 किलोमीटर के आसपास होगी। ये कानपुर से हमीरपुर, महोबा से होते हुए मध्य प्रदेश के छतरपुर, सागर, विदिशा और भोपाल तक जाएगी।
बता दें कि ये 4-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे (4-lane Greenfield Expressway)कानपुर के नौबस्ता से शुरू होगा और ये महोबा के कबरई तक जाएगा। इसकी दूरी 112 किमी होगी। प्रॉजेक्ट मैनेजर का कहना है कि कबराई तक एक्सप्रेस-वे बनाने का जिम्मा कानपुर डिविजन का होगा। एनएचएआई की छतरपुर डिविजन कबरई से सागर के बीच एक्सप्रेस-वे बनाने का काम करेगी।
कब तक पूरा होगा जमीन अधिग्रहण का काम
प्रॉजेक्ट डायरेक्टर का कहना है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण (Land acquisition)और सिविल निर्माण के काम के लिए लागत का केलकुलेशन किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण प्रोसेस पूरा होने में 6-7 महीने लगेंगे। 80-90 प्रतिशत जमीन अधिग्रहण जैसे ही होता है, उसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। हमीरपुर से महोबा के मध्य जमीन अधिग्रहण के लिए धारा-3 कैपिटल ए (Section-3 Capital A) अधिसूचित हो गई है।
कैसे होती है मुआवजे की प्रक्रिया
जानकारी के मुताबिक कानपुर में कानपूर में यह प्रोसेस जल्द शुरू होगा। इसके लिए 21 दिनों में आपत्तियां ली जाएंगी और जैसे ही आपत्तियों का निस्तारण होता है, उसके बाद धारा-3डी का प्रोसेस (Process of Section-3D)शुरू कर जमीन को भारत सरकार में निहित किया जाता है। ये सब होने के पश्चात ही मुआवजे की प्रक्रिया शुरू होती है। फिर अवॉर्ड घोषित कर मुआवजा को बांट दिया जाता है।
हाइवे का घटेगा लोड
बता दें कि कानपुर-सागर नैशनल हाइवे-34 (Kanpur-Sagar National Highway-34)सिर्फ 2 लेन की ही है। कानपुर के हमीरपुर के मध्य इस हाइवे पर बुंदेलखंड से जो ट्रक और डंपर आते हैं, उनकस बड़ा लोड है। बता दें कि इस हाइवे पर लगातार बड़े पैमाने पर हादसे हुए हैं और बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई हैं।
अभी इस समय में तो कानपुर से भोपाल पहुंचने में लगभग 12 घंटे का समय लगता है और लखनऊ से भोपाल पहुंचने में 14 घंटे का वक्त लगता हैं। जानकारों के मुताबिक नया एक्सप्रेस-वे (UP New Expressway) बन जाने पर यात्रा का समय आधा हो सकता है।