Delhi के नजदीक बसाए जाएंगे 5 नए शहर, 56 हजार हेक्टेयर जमीन पर डेवलेप होगा हाईटेक शहर

Delhi - जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से रियल एस्टेट और आर्थिक गतिविधियों में तेज़ी आ रही है. योगी सरकार इस मौके का लाभ उठाते हुए, नोएडा में 56,000 हेक्टेयर भूमि पर एक बड़ी शहरी विस्तार परियोजना की योजना बना रही है. इस योजना के तहत, 5 नए शहर या टाउनशिप विकसित (township developed) किए जाएंगे-

 

HR Breaking News, Digital Desk- (Greater Noida News) गौतम बुद्ध नगर में जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से रियल एस्टेट और आर्थिक गतिविधियों में तेज़ी आ रही है. योगी सरकार (Yogi Government) इस मौके का लाभ उठाते हुए, नोएडा में 56,000 हेक्टेयर भूमि पर एक बड़ी शहरी विस्तार परियोजना की योजना बना रही है. इस योजना के तहत, अगले 10 सालों में 5 नए शहर या टाउनशिप विकसित (township developed) किए जाएंगे, जिससे इस क्षेत्र में विकास की गति और भी बढ़ जाएगी.

प्रॉपर्टी का रेट हुआ दोगुना-
नोएडा और उसके आस-पास के इलाकों में रियल एस्टेट की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले तीन सालों में प्रॉपर्टी के रेट (property rate) दोगुने हो गए हैं. हाउसिंग सोसाइटी से लेकर इंडस्ट्रियल एरिया (Industrial Area) तक, सभी तरह की प्रॉपर्टी में यह उछाल देखने को मिल रहा है. नोएडा एक्सप्रेसवे (Noida Expressway) के पास अब 2 करोड़ से 10 करोड़ रुपये तक के लक्ज़री अपार्टमेंट बिक रहे हैं. इस वृद्धि का कारण बेहतर कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचा और व्यावसायिक गतिविधियों में तेज़ी है.

आ चुकी हैं कई बड़ी कंपनियां-
रिपोर्ट्स की मानें तो सैमसंग (samsung), एलजी (LG) और होंडा जैसी कंपनियों के साथ-साथ माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), टीसीएस और इंफोसिस जैसी प्रमुख टेक्निकल कंपनियां भी नोएडा में हैं, जिससे इन महत्वाकांक्षी योजनाओं को आगे बढ़ाने का भरोसा मिला है. यह शहरी विकास मुख्य रूप से यमुना एक्सप्रेसवे के साथ है, जहां एयरपोर्ट है. यह नोएडा (noida), मथुरा, आगरा और बुलंदशहर के बीच के क्षेत्र को एक निरंतरता बना देगा, जिससे व्यापार के लिए कई नए क्षेत्र खुलेंगे. 

 

ये हैं 5 नए टाउनशिप-
जो पांच टाउनशिप तैयार किए जाएंगे, उनमें दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (DNGIR) या न्यू नोएडा, हेरिटेज सिटी (Heritage City), न्यू आगरा, टप्पल-बाजना और आईआईटीजीएन (IITGN) हैं. न्यू नोएडा (New Noida) और आईआईटीजीएन, जो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor) के पास हैं, उसको औद्योगिक केंद्रों के रूप में योजनाबद्ध किया गया है. जबकि, हेरिटेज सिटी धार्मिक पर्यटन (Heritage City Religious Tourism) और ब्रज संस्कृति को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा. न्यू आगरा का उद्देश्य ताज के शहर में एक पर्यटन जिला जोड़ना है. टप्पल-बाजना को भी एक इंडस्ट्रियल टाउनशिप (Industrial Township) के रूप में योजनाबद्ध किया गया है.

आ चुकी हैं कई बड़ी कंपनियां-
भारत सरकार नोएडा को देश के सबसे बड़े औद्योगिक और तकनीकी केंद्र के रूप में विकसित कर रही है.  सैमसंग, एलजी, होंडा, माइक्रोसॉफ्ट और इंफोसिस जैसी बड़ी कंपनियां पहले से ही यहां मौजूद हैं. यह विकास मुख्य रूप से यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway) के साथ हो रहा है. यह नया शहरी क्षेत्र नोएडा (noida), मथुरा (mathura), आगरा (agra) और बुलंदशहर को जोड़ेगा और व्यापार के लिए नए अवसर पैदा करेगा. सरकार ने इस योजना को आगे बढ़ाने का भरोसा दिया है, जिससे इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

ये हैं 5 नए टाउनशिप-
उत्तर प्रदेश सरकार पांच नई टाउनशिप विकसित कर रही है: दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र (DNGIR) या न्यू नोएडा, हेरिटेज सिटी, न्यू आगरा, टप्पल-बाजना और आईआईटीजीएन. न्यू नोएडा और आईआईटीजीएन को औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा क्योंकि ये डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पास हैं. हेरिटेज सिटी का फोकस धार्मिक पर्यटन और ब्रज संस्कृति पर होगा, जबकि न्यू आगरा ताजमहल के पास एक नया पर्यटन क्षेत्र होगा. टप्पल-बाजना को भी एक औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित करने की योजना है.