Business Tips - पैसे बनाने वाले 8 तरीकें, जान लेंगे तो भर जाएगा बैंक बैलेंस

पैसा कमाना है और बचाना भी है. लेकिन, सही रणनीति नहीं पता. पैसा वाला बनने के लिए जरूरी है सही दिशा में निवेश करना. आज हम आपको अपनी इस खबर में पैसे बनाने वाले ऐसे 8 तरीकों के बारे में बताएंगे जिन्हें जान लेने से भर जाएगा आपका बैंक बैलेंस। 

 

HR Breaking News, Digital Desk- पैसा कमाना है और बचाना भी है. लेकिन, सही रणनीति नहीं पता. पैसा वाला बनने के लिए जरूरी है सही दिशा में निवेश करना. जरूरी नहीं है कि आपकी सैलरी बहुत ज्यादा हो या फिर आपका बिजनेस हमेशा मुनाफे में ही रहे. लेकिन, अगर बचत सही ढंग से की गई तो अमीर बनना मुश्किल नहीं है. इन्वेस्टमेंट में सिर्फ सही तरीके ही नहीं बल्कि सही जगह भी होना जरूरी है.

पैसे होने के बावजूद कई बार यह तय करना मुश्किल होता है कि कहां और कैसे निवेश किया जाए. निवेश सही हो तो छोटी सेविंग भी बड़ी पूंजी में तब्दील हो सकती है. आज हम आपको इन्‍वेस्‍टमेंट के छोटे और आसान तरीके बता रहे हैं, इन्हें अपनाकर निश्चित तौर पर आपका बैंक बैलेंस बढ़ जाएगा.

निवेश का विकल्प हमेशा अपनी जरूरत के मुताबिक चुनें. मंथली खर्चे, उम्र, सैलरी, रिस्‍क प्रोफाइल और इन्वेस्टमेंट के प्लान समझने के बाद ही निवेश करें. सबसे जरूरी है कि आप कितने रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं. यह समझने के बाद तय करें कि इन्‍वेस्‍टमेंट शॉर्ट टर्म हो या लॉन्ग टर्म.

अगर आप हर महीने 3200 रुपए की सेविंग करते हैं और इस राशि पर आपको 10 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है तो 30 साल के बाद आपके पास लगभग 72,94,000 रुपए हो जाएंगे.

सेविंग की राशि को सैलरी अकाउंट में रखने के बजाए दूसरे सेविंग अकाउंट में रखें. उस पैसे को अलग-अलग जगह निवेश करें. पोस्ट ऑफिस और बैंकों की विभिन्न सेविंग स्कीम इसका सबसे आसान और सेफ विकल्प है. इसके साथ ही स्‍टॉक मार्केट, म्युचुअल फंड, पीपीएफ, इन्श्योरेंस और एलआईसी अच्छे रिटर्न देने वाले विकल्प हैं.

स्‍टॉक में इन्‍वेस्‍टमेंट हाई रिस्क और हाई रिटर्न वाला ऑप्‍शन है. हालांकि, स्‍टॉक बाजार में कई कंपनियां ऐसी हैं, जो इन्‍वेस्‍टमेंट के लिए सुरक्षित मानी जाती हैं. जैसे बैंकिंग, पावर, आईटी, ऑटो सेक्टर. बैंकिंग में SBI, HDFC बैंक, ICICI बैंक आदि के पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए भरोसेमंद स्‍टॉक्‍स में गिने जाते हैं. पावर सेक्टर में NTPC, आईटी में इंफोसिस, विप्रो, TCS, मेटल में हिंडाल्‍को, टाटा स्टील, टिस्को, ऑटो सेक्टर में मारुति जैसे शेयर शामिल हैं. लेकिन, किसी भी निवेश से पहले फाइनेंशियल प्लानर या एडवाइजर से जरूर संपर्क करें.

गोल्ड, सिल्वर पिछले कई साल से निवेश के लिहाज से सबसे बेहतर विकल्प साबित हुए हैं. निवेशकों को इनमें अच्छा रिटर्न मिला है. गोल्ड के लिए आने वाला आउटपुट भी बेहतर है. मार्केट एक्‍सपर्ट्स लॉन्ग टर्म के हिसाब से सोने में निवेश को अच्छा ऑप्शन मानते हैं. क्योंकि, स्टॉक मार्केट में उथल-पुथल के बीच सोने में निवेश को सुरक्षित तौर पर देखा जाता है. इसमें अपनी बचत का 15 से 25% ही निवेश करें तो ज्यादा बेहतर रहेगा.

यह एक सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट ऑप्‍शन है. इसमें इन्वेस्टर पैसा डायरेक्ट न लगाकर फंड मैनेजर के माध्यम से लगाता है. इसमें आप हर महीने अपनी सेविंग के हिसाब से धन लगा सकते हैं. हर साल 12 से 15% तक रिटर्न मिल जाता है. इसमें भी थोड़ा रिस्क है, क्योंकि यह भी स्‍टॉक मार्केट पर निर्भर होता है.


आरडी अकाउंट में भी इन्‍वेस्‍टमेंट किया जा सकता है. रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) में भी अच्छा रिटर्न मिलता है. इसके अलावा फिक्स डिपॉजिट (एफडी) का भी ऑप्‍शन बेहतर है. लेकिन, सारा पैसा एफडी में न लगाएं. क्योंकि, अचानक जरूरत पड़ने पर यदि आप एफडी तोड़ते हैं, तो आपको कम ब्याज मिलता है. कभी-कभी बैंक पेनल्टी भी लगा देते हैं.

आप वेतनभोगी हों या बिजनेसमैन. अपनी सेविंग का करीब 25% लॉन्ग टर्म में इन्‍वेस्‍टमेंट करें. लंबी अवधि में इन्‍वेस्‍टमेंट पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), प्रोविडेंट फंड (पीएफ) और लाइफ इंश्योरेंस अच्छा है. PPF में मौजूदा समय में 7.9% सालाना रिटर्न मिल रहा है. वहीं, PF पर फिलहाल 8.65% सालाना ब्याज मिलता है.

एलआईसी में कई स्कीम हैं. इनमें बीमारी, एक्सीडेंट, लोन सुविधा कवर होने के साथ-साथ मैच्‍योरिटी में मोटी राशि मिल जाती है. एलआईसी में 5% से 7% रिटर्न मिलता है. इससे आप खुद और फैमिली सुरक्षित रहती है. फैमिली पर दबाव नहीं पड़ता. बच्चों की एजुकेशन, मैरिज जैसे काम होने पर धनराशि मिलती रहती है.

रियल एस्टेट अच्छा विकल्प है, लेकिन इसमें इन्‍वेस्‍टमेंट करने से पहले वर्तमान हालात देख लेने चाहिए. कोशिश करें कि बहुत महंगी प्रॉपर्टी न हो. क्योंकि, कभी-कभी मार्केट में गिरावट से ज्यादा नुकसान की संभावना रहती है. इसके अलावा, अगर आपने इक्विटी में रुपए लगा रखे हैं और 2-3 साल में वह अच्छा रिटर्न देते हैं, तो उन रुपयों को रियल एस्टेट में शिफ्ट कर देना भी समझदारी वाला निर्णय हो सकता है.