Personal Loan अब जीरो क्रेडिट स्कोर पर भी मिलेगा पर्सनल लोन, मंथली EMI का भी नहीं रहेगा झंझट
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, अगर आपका क्रेडिट स्कोर (Credit Score) खराब है और आपको बैंकों से लोन (Loan) नहीं मिल रहा है, तो भी आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आपको पर्सनल लोन (Personal Loan) मिल सकता है, वह भी बेहद कम ब्याज दर पर। सबसे खास बात यह है कि आपको इसे चुकाने के लिए हर महीने ईएमआई (EMI) देने की भी जरूरत नहीं है।
है ना कमाल की बात...आप सोच रहे होंगे कि यह कैसे संभव है। ऐसा हो सकता है, लेकिन आपके पास एलआईसी की जीवन बीमा पॉलिसी (LIC Life Insurance Policy) होनी चाहिए। एलआईसी पॉलिसी पर पर्सलन लोन लेना काफी आसान है। यहां आप अच्छी-खासी रकम लोन के रूप में उठा सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह लोन कौन उठा सकता है और इसकी क्या विशेषताएं हैं।
क्यों लें एलआईसी पॉलिसी पर लोन
1. इस लोन में गारंटी आपकी एलआईसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी होती है। यहां काफी कम समय में लोन मिल जाता है।
2. व्यक्ति को लोन लेने के लिए अपनी बीमा पॉलिसी को रद्द करने या सरेंडर करने की आवश्यकता नहीं होती है। ग्राहक अपनी बचत को बरकरार रखते हुए भी अपने खर्चों को पूरा कर सकते हैं।
3. यह लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों में एड्रेस प्रूफ, पहचान प्रमाण और लोन पॉलिसी डीड शामिल हैं। इसमें कोई अतिरिक्त दस्तावेज या क्रेडिट स्कोर की आवश्यकता नहीं होती है।
4. यहां कम ब्याज दर पर अधिक राशि का लोन ग्राहक को मिल जाता है।
5. यहां कोई प्रोसेसिंग शुल्क या हिडन चार्जेज नहीं हैं।
ये हैं प्रमुख फायदे
अधिक लोन अमाउंट
एलआईसी पॉलिसीधारक को उसके सरेंडर मूल्य का 80 से 90 फीसदी तक लोन के रूप में दे देती है।
कम ब्याज दरें
एलआईसी 10 से 12 फीसदी की ब्याज दर पर यह लोन देती है। जबकि बाजार में 13 से 18 फीसदी की दर पर पर्सनल लोन मिल रहा है। प्रीमियम राशि और भुगतान की आवृत्ति जितनी अधिक होगी, लोन पर ब्याज दर उतनी ही कम होगी।
कम समय में मिलता है लोन
एलआईसी पॉलिसी पर लोन का डिस्बर्सल काफी तेजी से होता है। यहां कोई जटिल पेपरवर्क नहीं होता है। कोई ग्राहक सिर्फ 3 से 5 दिन की अवधि में ही लोन की राशि प्राप्त कर सकता है।
ग्राहक 18 वर्ष या इससे अधिक का भारतीय नगरिक होना चाहिए।
व्यक्ति एक पॉलिसीधारक होना चाहिए और उसके पास एलआईसी पॉलिसी होनी चाहिए।
व्यक्ति की एलआईसी पॉलिसी में लोन की सुविधा होनी चाहिए।
ग्राहक की एलआईसी पॉलिसी में सरेंडर वैल्यू होनी चाहिए, जिस पर लोन लिया जा सके।
लोन का पुनर्भगतान
एलआईसी पॉलिसी पर लिये गए लोन के पुनर्भुगतान में ग्राहक को कोई समस्या नहीं आती है। ग्राहक को यह लोन चुकाने के लिए मंथली ईएमआई भरने की जरूरत नहीं होती है। लोन की अवधि न्यूनतम छह महीने से लेकर इंश्योरेंस पॉलिसी की मैच्योरिटी तक हो सकती है। अगर कोई ग्राहक 6 महीने की न्यूनतम अवधि के भीतर लोन का निपटान करता है, तो उसे 6 महीने की पूरी अवधि के लिए ब्याज का भुगतान करना होता है। व्यक्ति निम्न तरीकों से लोन चुका सकता है:
1. मूलधन ब्याज सहित चुकाए।
2. बीमा पॉलिसी की मैच्योरिटी के समय क्लेम अमाउंट के साथ मूलधन का निपटान करे। ऐसे में अब आपको केवल ब्याज राशि चुकानी होगी।
3. सालाना ब्याज राशि चुकाएं और मूल राशि को अलग तरीके से चुकाएं।
छह महीने से अधिक की अवधि का लोन एक तरह से प्रीपेड होता है। आपके लोन नहीं चुकाने पर पॉलिसी के मैच्योर होने पर लोन का पैसा ब्याज के साथ काट लिया जाता है। बचा हुआ पैसा ग्राहक को दे दिया जाता है।