Loan Defaulter : लोन लेने वाले पढ़ लें खबर, RBI ने रिकवरी को लेकर जारी की गाइडलाइन

अगर अपने कोई लोन ले रखा है और काफी देर से उसकी भरपाई नहीं का ररहे तो आपको बैंक की तरफ से डिफाल्टर घोषित कर दिया जाता है और ऐसे में RBI बैंकों को अपना लोन रिकवर करने के लिए कुछ निर्देश जारी करता है।  आइये जानते हैं 

 
 

HR Breaking News, New Delhi : झारखंड का हजारीबाग. एक किसान ने निजी फाइनेंस कंपनी से कर्ज लिया. ट्रैक्टर खरीदा. उम्मीद थी कि ट्रैक्टर आएगा तो खुशहाली आएगी. लेकिन किसान को भला कहां पता था कि लोन के पीछे आएंगे रिकवरी एजेंट. ऐसे एजेंट जिनको उसके दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है. वो तो बस वसूली करना जानते हैं. चाहे इसके लिए उन्हें किसी की जान ही क्यों ना लेनी पड़े. और हुआ भी यही. लोन रिकवरी एजेंटों ने ट्रैक्टर जबरन ले जाना चाहा. किसान की बेटी ने रोका, विरोध किया तो ट्रैक्टर उस पर चढ़ा दिया.


दो महीने की गर्भवती का कत्ल कर दिया. इस मामले में पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी लेकिन क्या लोन रिकवरी एजेंट वाकई उस ट्रैक्टर को ले जा सकते थे? क्या थे किसान के हक? और क्या उसे वो हक मिल पाए? आज हम आपको लोन रिकवरी का पूरा गणित बताएंगे और साथ ही समझाएंगे इससे जुड़े हर कानूनी पहलू को.

क्या है रिजर्व बैंक का नियम
भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने लोन रिकवरी एजेंट्स के लिए नियमों को सख्त बना दिया है. RBI ने बकाया कर्ज की वसूली करने वाले एजेंटों के लिए नए निर्देश जारी करते हुए कहा कि वे सुबह 8 बजे के पहले और शाम 7 बजे के बाद कर्जदारों को कॉल नहीं कर सकते हैं. RBI ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि बैंक, नॉन बैंक फाइनेंशियल कंपनीज यानी NBFC और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनीज यानी ARC यह सुनिश्चित करें कि कर्ज वसूली संबंधी उसके निर्देशों का ठीक से पालन किया जाए.

RBI ने कहा कि कर्जदारों को किसी भी तरह से प्रताड़ित न किया जाए, उन्हें उकसाया न जाए, कर्जदारों को किसी भी तरह का अनुचित मैसेज न भेजा जाए. साथ ही कोई धमकी न दी जाए, अनजान नंबर से फोन न किया जाए. यही नहीं वसूली एजेंट सुबह 8 बजे से पहले और शाम 7 बजे के बाद किसी भी कर्जदार को किसी भी तरह का कॉल भी नहीं कर सकते हैं. ऐसा नहीं है कि पहली बार RBI ने इस मुद्दे पर दिशा निर्देश जारी किए हैं. इससे पहले भी RBI कर्ज वसूली से जुड़ी गाइडलाइंस जारी करता रहा है लेकिन हाल ही में एक के बाद एक घटनाएं सामने आई हैं. इनको देखते हुए ये नई और बेहद सख्त गाइडलाइंस जारी की गई हैं.

क्या हैं कर्जदार के अधिकार
अब आप जानिए कि कर्जदार के कानूनी अधिकार क्या होते हैं? सबसे पहली बात तो ये समझ लीजिए कि अगर कोई वसूली एजेंट ज्यादती कर रहा है तो पुलिस की सहायता लें. कोई वसूली एजेंट किसी की संपत्ति को जब्त नहीं कर सकता है. एजेंट का काम केवल कर्जदार को भुगतान के लिए तैयार करना होता है. एजेंट किसी भी स्थिति में कर्जदार को शारीरिक, मानसिक या किसी और तरीके से परेशान नहीं कर सकता है. यही नहीं कर्जदार को वसूली एजेंट का फोन नंबर और पता जानना जरूरी है. लोन एजेंट रिकवरी एजेंट का काम कर्जदारों को कॉल करना, उनसे पेमेंट कलेक्ट करना है. लोन एजेंट, कर्जदारों को लोन के नियम बता सकते हैं और नियम शर्तों के बारे में जानकारी दे सकते हैं, लेट फीस जोड़ सकते हैं लेकिन किसी को परेशान नहीं कर सकते.